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मेंटना का घटिया निर्माण रफतार से जारी, आंख मूंद बैठे हैं अधिकारी

मेंटना का घटिया निर्माण रफतार से जारी, आंख मूंद बैठे हैं अधिकारी

ईई राजू फिरके लोनिया गांव के पास डस्ट से बनवा रहा पेंच की नहर


सिवनी। गोंडवाना समय। मेंटना कंपनी का निर्माण कार्य एक बार फिर तेजी से बेखौफ होकर ठेकेदार व कंपनी के जिम्मेदारों द्वारा मनमानी ढंग से कराया जा रहा है । जबकि मेंटना कंपनी के द्वारा बीते चार-पांच वर्षों में जो भी निर्माण कार्य कराया गया वह घटिया स्तर का काम जगह-जगह सभी को देखने में आ रहा है लेकिन धृतराष्ट्र की तरह आंख मूंदकर बैठे हुए विभागीय व जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों को नजर नहीं आ रहा है। पेंच नहर के घटिया निर्माण की कहानी हम एक बार फिर बयां कर रहे हैं लोनिया गांव पास बनाई जा रही है नहर की। जहां ठेकेदार  जलसंसाधन विभाग के अफसरों की सांठगांठ से डस्ट से नहर का निर्माण कार्य कर रहे हैं जो मौके से बयां हो रहा है। नहर के समीप डस्ट का पड़ा हुआ ढेर और हाईड्रोलिक मिक्चर मशीन के पास बनाया हुआ मसाला घटिया निर्माण कार्य की दास्तां बयां कर रहा है।

रेत के साथ डस्ट का उपयोग-

लोनिया गांव के पास अधूरी नहर को तेजी से काम पूरा करने के लिए ठेकेदार मलिक द्वारा घटिया और गुणवत्ता विहीन कार्य कराया जा रहा है। ठेकेदार रेत के साथ डस्ट मिलाकर नहर का निर्माण कार्य कर रहा है। ठेकेदार की लापरवाही यहीं तक सीमित नहीं है। गिट्टी भी मिट्टी मिक्चर है जिसे उायरेक्ट फिलोरी मशीन में डाल दिया जा रहा है। इसके अलावा नहर के निर्माण में हल्की किस्म की सीमेंट और कम मात्रा का भी उपयोग किया जा रहा है। ऐसे में नहर की सीसी परत  की गुणवत्ता कैसे होगी यह खुद ही अंदाजा लगाया जा सकता है। इसके अलावा नहर की परत पर सफाई भी नजर नहीं आ रही है।

फेबर मशीन से कांक्र ीट होना था जो हाथ से किया गया 

तकनीकीन सूत्रों की मानें तो  नहर में फेबर मशीन से कांक्रीट होना चाहिए लेकिन बीते दिनों उन्होंने फेबर मशीन के बिना ही मजदूरों द्वारा नहर की लाइन बना दी गई। इसके अलावा नहर की लाइन में कंपेक्शन होना चाहिये अर्थात संघनन जैसे की नहर में ढाल को मजबूत  बनाने के लिये यह कार्य आवश्यक होता है जिसे नहीं किया जा रहा है। यही वजह है कि बीते दो तीन वर्षों में जहां -जहां नहर कांक्रीट का कार्य किया गया था वहां घटिया निर्माण आज अपनी कहानी खुद बयां कर रहा है। वर्तमान में वेड अर्थात नहर का तल जहां पर पानी भरा हुआ है इसके बाद भी कांक्रीट निर्माण कार्य मैन्यूवल अर्थात मिस्त्री व मजदूरों के द्वारा किया जा रहा है जो कि तकनीकि आधार पर पूर्णतय: गलत है।

क्यूरिन कॅम्पाउंड की आड़ में छिपा रहे घटिया निर्माण-

पेंच नहर निर्माण के लिये ठेकेदार के द्वारा घटिया निर्माण कार्य व कमी को छिपाने के लिये नहर कांक्रीट में क्यूरिन कम्पाउंड कैमिकल पोता जा रहा है जो दिखने में चूना के माफिक है जिसमें सीसी परत में आ चुकी दरारों को भी छिपाने एवं पानी की तराई से बचने का प्रयास किया जा रहा है। हालांकि चूना जैसा लेप लगाए जाने के बावजूद दरारें अलग ही नजर आ रही हैं। ठेकेदार के घटिया निर्माण के इस खेल में   जलसंसाधन विभाग के ईई राजू फिरके बराबर के भागीदार बताए जा रहे हैं और ठेकेदार से मोटा कमिशन ले रहा है। निर्माण कार्य के समय अवधि को पूर्ण करने भी किया जल्दबाजी में नहर निर्माण कार्य में तकनीकि नियमों का पालन न करते हुये किया गया है । हम यदि देखे तो नहर निर्माण कार्य वर्ष 2013 से चालू है जिसमें कंपनी के द्वारा रात-दिन से काम कराया गया था जिसका प्रमाण देखने में आया कि माचागोरा बांध से पहला ही पानी छोड़ने के बाद ही नहर के कांक्रीट उखड़कर बह गया था और जहां तहां धपड़े और बड़ी बड़ी दरारे स्पष्ट दिखाई देने लगी थी जो आज भी दिख रही है । इसलिये यह कहा जा सकता है कि जब दिन में ही इनके द्वारा अनियमिततायें निर्माण बरती जा रही है तो रात के अंधेरे में नहर निर्माण में घटिया कार्य किया जाना इनके लिये कोई बड़ी बात नहीं है ।

घटिया निर्माण से आगे के किसानों पानी मिलना होगा मुश्किल -

नहर के निर्माण कार्य से किसानों को खुशी तो हो रही है परंतु जिस तरह से घटिया निर्माण कार्य किया जा रहा है वह नहर के आगे पड़ने वाले किसानों के लिये दु:खदायी भी साबित हो सकता है क्योंकि पानी नहर के माध्यम से आगे पहुंचने की संभावना कम ही नजर आ रही है जिसे तकनीकि अमला अच्छे से समझ सकता है और वह जान भी रहा है परंतु अनदेखी करते हुये घटिया निर्माण करने वाले ठेकेदारों का संरक्षण खुलकर निरंतर करने के लिये तैयार है।

डस्ट को कह रहा ठेकेदार टेन एमएम गिट्टी-

मौके पर मौजूद गिट्टी का चूरा यानी डस्ट का ढेर अलग ही रेत और टवेल एमएम गिट्टी के पास नजर आ रहा है लेकिन ठेकेदार मलिक डस्ट को झुठलाकर टेनएमएम  की  गिट्टी नहर का निर्माण कार्य कर रहे हैं। सबसे खास बात तो यह है कि नहर के इस निर्माण के दौरान पेंच व्यपवर्तन योजना के कोई भी तकनीकी अमला नजर नहीं आ रहा है और न ही आज  तक दैनिक गोंडवाना समय की टीम को मौके पर नजर आया है। निर्माण कार्य ठेकेदार अपनी मनमर्जी से कर रहे हैं।

काम चल रहा है और एसडीओ कह रहा मना कर दिया-

पेंच नहर का सुपरविजन कर रहे एसडीओ संतकुमार सिरसाम का कहना है कि उन्होंने डस्ट से लाइनिंग करने से मना कर काम रूकवा दिया है लेकिन मौके पर सरला मेंटेना का ठेकेदार मलिक द्वारा काम किया जा रहा है। शनिवार को जब गोंडवाना समय की टीम मौके पर पहुंची थी तब भी ठेकेदार के कर्मचारी काम करते नजन  आ रहे थे।

भाजपा के राज में फिरके ने बर्बाद  कर दिया नहर-

पेंच नहर के जिम्मेदार ईई राजू फिरके ने भाजपा के राज में ठेकेदारों से मोटा कमिशन और मलाई खाते हुए नहर का घटिया निर्माण कार्य करवाकर बर्बाद  कर दिया है। इस मामले को लेकर ईई राजू फिरके को एक दर्जन से अधिक बार फोन लगाया गया और फोन भी रिसिव  किया लेकिन उन्होंने हर बार कोई जवाब नहीं दिया।

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