Type Here to Get Search Results !

सशक्त महिलाएं एक सशक्त समाज और मजबूत राष्ट्र का निर्माण कर सकती हैं-प्रधानमंत्री

सशक्त महिलाएं एक सशक्त समाज और मजबूत राष्ट्र का निर्माण कर सकती हैं-प्रधानमंत्री 

नई दिल्ली। गोंडवाना समय। 
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज हरियाणा में कुरुक्षेत्र का दौरा किया। उन्होंने महिला सरपंचों के एक सम्मेलन-स्वच्छ शक्ति 2019 में भाग लिया और देश भर की महिला सरपंचों को स्वच्छ शक्ति 2019 पुरस्कार प्रदान किए। प्रधानमंत्री ने कुरुक्षेत्र में स्वच्छ सुन्दर शौचालय प्रदर्शनी देखी। उन्होंने हरियाणा में अनेक विकास परियोजनाओं का उद्धाटन किया और आधारशिला रखी। इस अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और अनेक अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश भर के स्वच्छाग्रहियों के एकजुट होने से नये भारत के लिए स्वच्छ भारत का संकल्प मजबूत हुआ है। प्रधानमंत्री ने भावुकता से भरे शब्दों में हरियाणा के लोगों से कहा कि राज्य वन रैंक, वन पेंशन से लेकर बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं की शुरूआत में अग्रणी रहा है और आयुष्मान भारत योजना का पहला लाभ भी हरियाणा की बेटी ने लिया। प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि केवल सशक्त महिलाएं एक सशक्त समाज और मजबूत राष्ट्र का निर्माण कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि किस प्रकार बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, उज्ज्वला योजना, राष्ट्रीय पोषण मिशन, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत मातृत्व अवकाश 12 सप्ताह से बढ़ाकर 26 सप्ताह करने और प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत घर पर स्वामित्व का पहला अधिकार महिला का करने जैसे कार्यों ने महिलाओं को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा, हमारी पहली सरकार है जिसने दुष्कर्म के लिए मृत्युदंड लागू किया।

मुद्रा योजना का महिलाओं को मिला लाभ 

प्रधानमंत्री ने कहा कि मुद्रा योजना के अंतर्गत करीब 75 प्रतिशत ऋण महिला उद्यमियों को दिए गए हैं। दीनदयाल अंत्योदय योजना के अंतर्गत करीब 6 करोड़ महिलाएं स्वसहायता समूहों में शामिल हुई हैं और ऐसे स्व-सहायता समूहों को 75000 करोड़ रुपये से अधिक के ऋण प्रदान किए गए हैं। यह राशि 2014 से पूर्व के चार वर्षों में आवंटित राशि से ढाई गुना अधिक है। प्रधानमंत्री ने कहा,स्वच्छ शौचालयों के अभाव में हमारी माताओं और बेटियों के लगातार संघर्ष ने मुझे द्रवित कर दिया था और मैंने लाल किले की प्राचीर से स्वच्छ भारत की प्रतिज्ञा की थी। आजादी के करीब 70 साल में स्वच्छता का दायरा करीब 40 प्रतिशत था, आज यह 98 प्रतिशत पर पहुंच चुका है। साढ़े चार वर्षों में 10 करोड़ से अधिक शौचालयों का निर्माण किया गया है। 600 जिलों में 5 लाख गांव खुद को खुले में शौच से मुक्त कर चुके हैं। इससे उन्हें सम्मानजनक जीवन मिला है।

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.