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आजादी की लड़ाई में पिता-पुत्र का एक साथ बलिदान और शहादत का कोई दूसरा नहीं है प्रमाण-ओमकार मरकाम

आजादी की लड़ाई में पिता-पुत्र का एक साथ बलिदान और शहादत का कोई दूसरा नहीं है प्रमाण-ओमकार मरकाम 

सिंग्रामपुर/दमोह। गोंडवाना समय। 
जबलपुर में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचने से पहले मध्य प्रदेश शाासन के आदिम जाति कल्याण मंत्री ओमकार सिंह मरकाम ने दमोह जिले के सिंग्रामपुर में आयोजित राजा शंकर शाह व कुंवर रघुनाथ शाह जी के बलिदान दिवस कार्यक्रम में पहुंचकर उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुये कहा कि अंग्रेजी फौज के सामने शहादत स्थल पर जब जनसमुदाय, पूरा समाज और परिवार खड़ा था तब उन्होंने कहा था कि देश की आजादी हमारे लिये प्रिय है, हमारे जैसे लोग इस देश के लिये अपना जीवन देने को तैयार है। आजादी की लड़ाई में पिता-पुत्र का एक साथ बलिदान और शहादत का कोई दूसरा प्रमाण नहीं है इसलिये हम पूरे देश के अंदर गौरवांवित है। 

बंदीगृह की स्थिति देखकर हुआ था कष्ट, पिता-पुत्र ने मिलकर हाथों से किया सफाई

आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री ओमकार मरकाम ने सिंग्रामपुर में आयोजित बलिदान दिवस समारोह में उपस्थित जनसमुदाय को महाराजा शंकरशाह व कुंवर रघुनाथ शाह के जबलपुर में स्थित बंदीगृह की हकीकत की जानकारी देते हुये बताया कि मुझे बताते हुये यह गर्व होता है कि 20 मार्च 2019 को जब जबलपुर में था तो मैं अपने पुत्र के साथ बंदीगृह का दर्शन करने के लिये गया तो वहां पर मैंने देखा कि वन विभाग का कचरा भरा हुआ था तब मैं और मेरा बेटा साथ में थे तो मुझे बहुत कष्ट हुआ । मैंने अपने पुत्र से कहा कि यह कष्टदायक है, यह हमारे पूर्वज है हमे इस स्थान को साफ करना चाहिये तो बिना बिलंब किये हम दोनो पिता-पुत्र ने अपने हाथों से बंदीगृह की सफाई किया था। तब मैंने कहा था कि यह बंदीगृह सिर्फ नहीं है यहं देश के लिये प्रेरणा का केंद्र है, पवित्र स्थल है। यहां हमारे पूर्वजों ने आजादी के लिये ऐतिहासिक बलिदान दिया है और संकल्प लिया कि हम बंदीगृह को प्रेरणा केंद्र बनायेंगे और इसके लिये मैंने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमल नाथ से चर्चा किया और उन्होंने भी तत्काल इसके लिये हां कर दिया ।

5 करोड़ की लागत से बनेगा प्ररेणा केंद्र 


मैंने अपने विभाग से बंदीगृह को प्रेरणा केंद्र बनाने के लिये 5 करोड़ रूपये की धनराशि स्वीकृत किया। इसके साथ ही मंत्री श्री ओमकार मरकाम ने कहा कि पहले वहां पर वन विभाग का आफिस लगता था उसको हटाने के लिये पहले खूब प्रयास किया गया लेकिन हट नहीं पा रहा था लेकिन हमने जब प्रयास किया तो अब उसे वहां से हटा दिया गया है और वहां पर भव्य प्रेरणा केंद्र बनेगा । इसके लिये बकायदा 3 मार्च को स्थापना भी किया गया।

समाज के दर्द का एहसास है मुझे 

आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री ओमकार मरकाम ने सिंग्रामपुर में आयोजित बलिदान दिवस कार्यक्रम में कहा कि हम हमारे समाज के विकास व प्रगति के लिये मुस्तैदी के साथ खड़े है। मैंने खेतो में हल चलाया हूं, गेंहू, धान की गहानी किया हूं और जंगल से लकड़ी भी लाया हूं। समाज के बीच में समाजिक भोजन पकाकर वृद्धों की सेवा किया हूं । हमने समाज का दर्द जानने के लिये पूरा जीवन दिया है। इसलिये अब समाज का अपमान नहीं होगा। हम पूरा प्रयास कर रहे और समाज की आर्थिक, धार्मिक, भाषा, संस्कृति के लिये रणनीति बनाकर कार्य कर रहे है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की जानकारी भी थी कि हमारे आदिवासी समाज के लोगों को जरूरत पड़ने पर रूपया पैसा देकर सेठ-साहूकार ज्यादा ब्याज वसूलते है तो इस गंभीर समस्या से निबटने के लिये कानून बनाने की बात मुख्यमंत्री कमल नाथ से किया । यहां तक  इसके लिये यदि जरूरत पड़े तो जेल भी भेजना पड़ेगा और अब यदि कोई आदिवासी समाज को ब्याज के नाम पर लूटने का काम करेंगे तो हम जेल भेजने का काम करेंगे। इसके लिये मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री कमल नाथ कानून बना रहे है। 

कमलनाथ सरकार समाज के विकास के लिए आपके है साथ

ग्राम सिंग्रामपुर में अमर शहीद राजा शंकर शाह और कुंवर रघुनाथ शाह बलिदान दिवस के भव्य कार्यक्रम में शामिल हुए मंत्री श्री ओमकार सिंह मरकाम अंत में कहा कि जबलपुर में आयोजित बलिदान दिवस भव्य कार्यक्रम में झाबुआ, रतलाम, बड़वानी, होशंगाबाद तथा बैतूल सहित अन्य जिले के हमारे आदिवासी भाई एवं प्रतिनिधी भी शामिल होगें। श्री ओमकार मरकाम ने कहा भव्यता के साथ प्ररेणा स्थल पर हम इन बलिदानियों का स्मरण करेगे। उन्होंने उपस्थित जनसमुदाय से कहा कि आप सभी मुस्तेदी के साथ खड़े हो जायें, सरकार आपके साथ समग्र विकास के लिए खड़ी है।

इससे हमारे समाज का विकास होता है अवरूद्ध

आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री मरकाम ने कहा नशा से दूर रहना चाहिए, इससे हमारा और समाज का विकास अवरूद्ध होता है। उन्होंने कहा निर्णय आप सबको करना है। श्री ओमकार मरकाम ने कहा हमारा समाज शिक्षित हो, प्रगति के रास्ते पर हम आगे बढे, कमलनाथ सरकार आपके साथ है। उन्होंने सरकार द्वारा आदिवासियों के हित में लिए गये निर्णयों पर विस्तार से बात रखी। इस अवसर पर विधायक जबेरा धमेन्द्र सिंह लोधी, पूर्व विधायक जबेरा प्रताप सिंह, ऋषि लोधी, राघवेंद्र भैया अन्य सम्मानीय जनप्रतिनिधियों और समाज के जिले एवं अन्य स्थानों से आये हुए वरिष्ठजनों की मौजूदगी रही।

शहादत की परंपरा में सबसे श्रेष्ठ बलिदान दिया-प्रहलाद पटेल

केंद्रीय मंत्री श्री प्रहलाद पटेल ने सिंग्रामपुर में आयोजित बलिदान दिवस कार्यक्रम में अपने प्रेरणादायी संबोधन में कहा कि शहादत की परंपरा में सबसे श्रेष्ठ बलिदान देने वाले राजा शंकर शाह व कुंवर रघुनाथ जी के चरणों में नमन करता हूं और मैं सौभाग्यशाली समझता हंू कि जब मैं जब जबलपुर कॉलेज में पढ़ता था तब से लेकर आज तक ऐसा कोई समय नहीं आया जब मैं शहादत स्थल पर नमन करने नहीं गया हूं। उन्होंने शहादत स्थल से प्रेरणा लेने के लिये विशेषकर नौजवान पीढ़ी के लिये अपने संबोधन में कहा कि मैं यह जरूर कहूंगा कि वो जिस किसी भी काम से यदि जबलपुर जाते है तो कभी उस शहादत स्थल के स्थान को जाकर जरूर देखिये, वहां पर दोनो पक्ष आपको दिखेंगे कि पिता-पुत्र का किस हालत में उस चौराहे पर तोप से उड़ाया गया था, इसकी कल्पना कोई कर सकता है क्या ?

ये फैसला लेने का सामर्थ हमारे पूर्वजों में था, इसका हमें गर्व होना चाहिये

केंद्रीय मंत्री श्री प्रहलाद पटेल ने शहादत स्थल की प्रेरणादायी विशेषता का संदेश देते हुये कहा कि जब हम रेल्वे स्टेशन से उतरते है तो सामने ही एल्गिन हॉस्पिटल दिखाई देता है लेकिन आज से लगभग 150 वर्ष पहले जब साधन नहीं थे, सपंर्क करने के लिये कोई ऐसी चीजे नहीं थी, उस समय अंग्रेजी साम्राज्य को चुनौती देना, उसके सामने किसी भी कीमत में न झुकना, ये फैसला लेने का सामर्थ हमारे पूर्वजों में था, इसका हमें गर्व होना चाहिये। कोई लोभ, न कोई लालच और कोई सत्ता का सुख डिगा नहीं सका, ये स्कूल की पढ़ाई नहीं है, चरित्र की पढ़ाई या तो रक्त से संबंध होता है या हमारे पूर्वजों या पुरखों की पढ़ाई से और परिवार से होता है। इस तरह उन्होंने राजा शंकर शाह व कुंवर रघुनाथ के बलिदान से हम क्या प्रेरणा ले सकते है इसका कार्यक्रम स्थल में मौजूद जनसमुदाय को संदेश दिया।

गोंड समाज महासभा में सौंपा ज्ञापन 

गोंडवाना साम्राज्य के 52 गढ़ 57 परगना के अंतिम शासक अमर शहीद राजा शंकर शाह  कुंवर रघुनाथ का 162 वॉ बलिदान एवं श्रद्धांजलि दिवस ग्राम-सिंग्रामपुर (जबेरा- जिला दमोह) में मनाया गया। वहीं बलिदान दिवस के अवसर पर गोंड समाज महासभा जिला कमेटी दमोह द्वारा समाज की लंबित गंभीर माँग/समस्याओं के शीघ्र निराकरण हेतु मुख्यातिथि आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री ओमकार सिंह मरकाम, केंद्रीय मंत्री श्री प्रहलाद पटेल, विधायक पुष्पराजगढ़ श्री फुन्दे सिह मार्को, विधायक जबेरा धर्मेन्द्र सिंह लोधी को ज्ञापन सौंपा गया। बलिदान दिवस के अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में पूर्व विधायक जबेरा श्री प्रतापसिंह लोधी, मंडी अध्यक्ष जबेरा दादा श्री खड़ग सिंह, जिला पंचायत सदस्य श्रीमति संगीता मरकाम, तिरू हरिराम ठाकुर नेता नोहटा, प्रदेश सह सचिव कौशल सिंह पोर्ते, जिला अध्यक्ष कंछेदी सिंह उरेती, कार्यवाहक अध्यक्ष बलवीर सिंह मरावी, जिला संरक्षक जानकी प्रसाद मरावी, कोषाध्यक्ष राजाराम सोयाम, हाकम सिंह मरावी, सुनील सिंह एडाली दमोह, श्यामा उरेर्ती मैडम, अंजलि मैडम, लखन सिंह मरकाम ब्लाकाध्यक्ष तेन्दूखेडा, रूप सिंह ठाकुर संरक्षक, मिट्ठू सिंह सोयाम, इन्द्रकुमार सिंह, इन्दर सिंह मरावी, भाई लाल ठाकुर, टीकाराम ठाकुर, ब्लॉक सचिव रामकुमार परस्त्ते, सरपंच प्रकाश सिंह धुर्वे, सरपंच बालकिशन सिंह, प्रेम सिंह मालगुजार, शंकर सिंह तेकाम भुमका, शंकर सिंह धुर्वे, आयोजक-प्रीतम सिंह ठाकुर आर आई, राजकुमार सिंह ठाकुर बीईओ, शिवलाल सिंह धुर्वे ब्लाकाध्यक्ष जबेरा, धीरज सिंह ठाकुर, राजेंद्र सिंह सरूते, सहित हजारों लोगों की उपस्थिति रही।

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