विधायक पहुंचे थाना तो घंसौर पुलिस ने 24 घंटे में 7 कि.मी. दूर से पकड़ लिया आरोपी
तहसीलदार के सिग्नेचर चोरी करने वाला आरोपी दीपेश नेमा अब चढ़ा पुलिस के हत्थे
घंसौर। गोंडवाना समय।
बुधवार 13 नवंबर 2019 के दिन दोपहर में घंसौर तहसीलदार श्री अमृतलाल धुर्वे के फर्जी हस्ताक्षर कर प्रमाण पत्र जारी करने के मामले में मुख्य आरोपी दीपेश नेमा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर लखनादौन विधानसभा क्षेत्र के विधायक योगेन्द्र सिंह बाबा घंसौर पुलिस थाना पहुंचे थे और उन्होंने घंसौर पुलिस थाना प्रभारी से मिलकर उन्हें साफ शब्दों में कहा था कि यदि दो दिन में मुख्य आरोपी की गिरफतारी नहीं हुई तो वह दो दिन बाद भूख हड़ताल पर बैठ जायेंगे।
घंसौर थाना से 7 कि.मी. दूर बरेला में पकड़ाया दीपेश नेमा
हम आपको बता दे कि तहसीलदार घंसौर के सिग्नेचर चोरी करने वाला मुख्य आरोपी दीपेश नेमा की दुकान पर 1 अगस्त को कार्यवाही करते हुये सील लगा दी गई थी वहीं शिकायत पर 5 अगस्त को घंसौर पुलिस ने प्रकरण पंजीबद्ध किया था। प्रकरण कायम होने के बाद से लगभग 70 दिनों से मुख्य आरोपी दीपेश नेमा घंसौर पुलिस को चकमा दे रहा था लेकिन कांग्रेस विधायक योगेन्द्र सिंह बाबा 13 नवंबर 2019 को पुलिस थाना घंसौर में पहुंचकर गिरफतारी की मांग को लेकर दिये गये अल्टीमेटम के बाद घंसौर पुलिस ने सक्रिया दिखाते हुये पुलिस थाना से लगभग 7 किलोमीटर दूरी पर स्थित बरेला ग्राम में छिपकर पुलिस से आंखमिचौली कर रहा था। वहीं पुलिस ने उसके यहां पर काम करने वाले प्रिंस ग्रियाम को पकड़कर 15 अक्टूबर को जेल की सलाखों की पीछे पहुंचा था लेकिन मुख्य आरोपी दीपेश नेमा को घंसौर पुलिस गिरफतार नहीं कर पा रही थी। वही घंसौर टी आई श्री रमन सिंह मरकाम ने बताया कि मुख्य आरोपी दीपेश नेमा के संबंध में कुछ रिश्तेदारों से पतासाजी करने के बाद 14 नवंबर 2019 को दोपहर में ग्राम बरेला से दीपेश नेमा को हिरासत में लिया गया है।