नहीं आते परिजन इसलिये नहीं है अमर शहीद बिंदु कुमरे और फत्ते सिंह कुड़ोपा का नाम
शौर्य के सम्मान कार्यक्रम में 18 राज्यों के अमर शहीदों के परिजनों का होगा सम्मान
सिवनी जिले में मातृशक्ति संगठन के द्वारा देशभक्ति व देशप्रेम की अलख जगाने के लिये निरंतर 11 वर्षों से शौर्य का सम्मान कार्यक्रम किया जा रहा है। मातृशक्ति संगठन के द्वारा देश प्रेम की अलख जगाने के लिये वर्ष में सिर्फ एक बार ही वरन हमेशा कोई न कोई कार्यक्रम किया जाता है यहां तक कि देश के लिये शहीद होने वाले परिजनों से मिलने मातृशक्ति संगठन देश के कई राज्यों में घर तक पहुंचकर श्रद्धांजलि देते है यह देशभक्ती का जज्बा बढ़ाने की दिशा में मातृशक्ति संगठन की सराहनीय व प्रशंसनीय पहल है। इसके साथ ही मातृशक्ति संगठन जनजागरूकता अभियान चलाकर पर्यावरण को संरक्षण एवं अन्य समाजिक क्षेत्र में भी निरंतर रचनात्मक व सकारात्मक कार्य करने में अग्रणी भूमिका निभाते है। मातृशक्ति संगठन द्वारा किये जाने वाला कार्यक्रम का प्रचार प्रसार के लिये 12 वें वर्ष में कलेक्टर श्री प्रवीण सिंह अढायच और पुलिस अधीक्षक श्री प्रतीक कुमार ने भी कार्यक्रम के लिये अपील जारी किया है।
सिवनी। गोंडवाना समय।
मातृभूमि की रक्षा करते हुये, अपने प्राण न्यौच्छाबार करने वाले अमर शहीदों को श्रद्धांजलि एवं उनके परिजनों के सम्मान में सिवनी मुख्यालय में प्रतिवर्ष की भांति होने वाला शौर्य का सम्मान कार्यक्रम का 12 वां में मातृशक्ति संगठन द्वारा 26 नवंबर 2019 दिन मंगलवार को शुक्रवारी चौक सिवनी में किया जायेगा। शौर्य का सम्मान कार्यक्रम में मातृशक्ति संगठन एवं यूथ विंग समर्पण युवा संगठन द्वारा अपील की गई है कि इस कार्यक्रम में शामिल होकर एक सच्चे देशभक्त होने का फर्ज निभायें और अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर शहीदों के परिजनों का मनोबल बढ़ाकर शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करें।
18 राज्यों से आमंत्रित शहीदों के परिजनों का होगा सम्मान
शौर्य का सम्मान कार्यक्रम के तहत आयोजित कार्यक्रम में 18 राज्यों से आमंत्रित शहीदों के परिजनों का स्वागत व सम्मान शिव की नगरी सिवनी में देशप्रेमियों के द्वारा किया जायेगा।
मां भारती की रक्षा में अपने प्राणोत्सर्ग करने वाले 18 राज्यों के रियल हीरो में अमर शहीद औरगंजेब कश्मीर सैलानी, अमर शहीद एकनाथ खैमर महाराष्ट्र, अमर शहीद बाजीराव रौंदल कश्मीर, अमर शहीद प्रद्यूत मंडल पंश्चिम बंगाल, अमर शहीद सुन्दर पंडी तमिलनाडू, अमर शहीद बब्लू सिंह उत्तर प्रदेश, अमर शहीद गोपाल सिंह भदौरिया गुजरात, अमर शहीद आकाश सिंह यादव हरियाणा, अमर शहीद बाला किरण शेखावत दिल्ली, अमर शहीद हनुमन थापा कोपड़ असम, अमर शहीद चित्रेश विष्ट उत्तराखंड, अमर शहीद मनेन्दर सिंह पंजाब, अमर शहीद रोहिताश लांबा राजस्थान, अमर शहीद कुल विन्दर सिंह लुधियाना, अमर शहीद जयमल सिंह जालंधर, अमर शहीद सुखजिंदर सिंह पंजाब, अमर शहीद अश्वनी काछी मध्य प्रदेश, अमर शहीद हेमराज मीणा राजस्थान, अमर शहीद अमजद खान छत्तीसगढ़, अमर शहीद प्रवीण राजपूत मध्य प्रदेश के अमर शहीदों के परिजनों का सम्मान किया जायेगा।
उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिस जवानों का होगा सम्मान
इसके साथ ही उत्कृष्ट कार्य हेतु सिवनी जिला पुलिस बल के जवानों का सम्मान किया जायेगा, वहीं शहीदों को समर्पित नाटिका की भावपूर्ण प्रस्तुति होगी। शहीदों से जुड़ी प्रश्नोत्तरी जिसमें सभी उम्र के लोग हिस्सा ले पायेंगे और विजेताओं को उसी समय मंच से पुरस्कृत किया जायेगा।
सिवनी जिले के दो अमर शहीदों के नहीं है नाम
मातृशक्ति संगठन के द्वारा किये जाने शौर्य का सम्मान कार्यक्रम वास्तव में देशभक्त व देशप्रेम की अलख जगाने में सराहनीय व प्रशंसनीय पहल है लेकिन यदि हम बात करें शौर्य के सम्मान के लिये प्रचार प्रसार हेतु मुद्रित पाम्पलेट पर गौर करें तो कार्यक्रम के प्रचार प्रसार रूपी पाम्पलेट में सिवनी जिले के बरघाट ब्लॉक की जावरकाठी गांव की अमर शहीद वीरबाला बिंदु कुमरे और घंसौर ब्लॉक के ग्राम कटिया के अमर शहीद फत्ते सिंह कुड़ोपा का नाम नहीं है। इस संबंध में जब गोंडवाना समय द्वारा मातृशक्ति संगठन के आयोजकों के संज्ञान में लाया गया तो संगठन की ओर से कहा गया कि उनके परिजनों को प्रतिवर्ष शौर्य के सम्मान कार्यक्रम में परिजनों को आमन की सूचना दी जाती है लेकिन उनके परिजन कार्यक्रम में नहीं आते है इसलिये उनका नाम पाम्पलेट में नहीं दिया गया है हालांकि आयोजकों के द्वारा अमर शहीद फत्ते सिंह कुड़ोपा के परिजनों से संपर्क कर उन्हें कार्यक्रम के आने व परिजनों के सम्मान की सूचना दिया गया है। इसी तरह अमर शहीद वीर बाला बिंदु कुमरे के संबंध में भी संगठन की ओर से यही कहा गया कि अमर शहीद वीर बाला बिंदु कुमरे के परिजन भी कार्यक्रम में बुलाने के बाद भी नहीं आते है जबकि हमारे द्वारा उन्हें लाने के लिये वाहन तक व्यवस्था की जाती है। इसलिये अमर शहीद वीरबाला बिंदु कुमरे का नाम भी पाम्पलेट में नहीं है।
हम नहीं आयेंगे तो क्या डुबा देंगे नाम
जब गोंडवाना समय द्वारा शौर्य का सम्मान कार्यक्रम के पाम्पलेट पर अमर शहीद फत्ते सिंह कुड़ोपा का नाम नहीं होने के संबंध में जब उनकी बहन से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह आयोजक की मर्जी है यह उनका अपना कार्यक्रम में उसमें हम क्या कर सकते है उन्हें किसका नाम छापना है और किसका नहीं यह उनका अपना निर्णय है लेकिन अमर शहीदों का कार्यक्रम है और यदि सिवनी जिले के घंसौर ब्लॉक के ही भिलाई के अमर शहीद प्रवीण राजपूत का नाम है तो उन्हें मेरे भाई देश की मातृभूमि की सुरक्षा में शहीद होने वाले अमर शहीद फत्ते सिंह कुड़ोपा का नाम भी छापना चाहिये था लेकिन यह तो कार्यक्रम करने वाले आयोजक के मर्जी पर निर्भर करता है इसमें हम क्या कर सकते है। हमारा परिवार भी प्रतिवर्ष 3 मार्च को गांव में ही कार्यक्रम का आयोजन करता है हमारे द्वारा कलेक्टर व एसपी को सूचना देकर आमंत्रित किया जाता है लेकिन सिर्फ क्षेत्रिय अधिकारी ही कार्यक्रम में पहुंचते है। अमर शहीद फत्ते सिंह कुड़ोपा का कहना है कि जहां पर परिजनों के कार्यक्रम में नहीं पहुंचने का सवाल है तो यदि हम कार्यक्रम में नहीं जायेंगे तो क्या अमर शहीद का नाम डुबा दिया जायेगा क्या हमारा परिवार प्रतिवर्ष कार्यक्रम करता है और करता रहेगा।