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यह मोबाइल एप्लिकेशन "आरोग्य सेतु" मोबाइल एप्लिकेशन का पूरक होगा

यह मोबाइल एप्लिकेशन "आरोग्य सेतु" मोबाइल एप्लिकेशन का पूरक होगा

कोविड – 19 के प्रकोप के बारे में क्षेत्र-विशिष्ट रणनीतियों और निर्णयों में मदद के लिए एकीकृत भू-स्थानिक मंच


नई दिल्ली। गोंडवाना समय।
भारत सरकार के 
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) ने कोविड – 19 के प्रकोप के दौरान निर्णय लेने में मदद करने एवं रिकवरी के चरण में सामाजिक-आर्थिक प्रभाव को संभालने के लिए क्षेत्र – विशिष्ट में रणनीति के निर्धारण में सहयोग करने के लिए उपलब्ध भू-स्थानिक डेटासेटमानकों पर आधारित सेवाओं और विश्लेषणात्मक उपकरणों को मिलाकर एक एकीकृत भू-स्थानिक प्लेटफ़ॉर्म बनाया है।
शुरू में, इस मंच से राज्य एवं केंद्र सरकारों की सार्वजनिक स्वास्थ्य वितरण प्रणाली को मजबूत करने और आगे चलकर नागरिकों एवं एजेंसियों को स्वास्थ्यसामाजिक-आर्थिक संकट और आजीविका संबंधी चुनौतियों से जुड़ी आवश्यक भू-स्थानिक सूचना सहयोग प्रदान करने की उम्मीद है।
मोबाइल एप्लिकेशन “सहयोग” के साथ – साथ भारतीय सर्वेक्षण (एसओआईद्वारा तैयार और प्रबंधित वेब पोर्टल (https://indiamaps.gov.in/soiapp/) को इस महामारी के प्रति भारत सरकार की प्रतिक्रियात्मक गतिविधियों को मजबूत करने के उद्देश्य से समुदाय के सहयोग के जरिए कोविड - 19 विशिष्ट भू-स्थानिक डाटासेट का संग्रहण करने के लिए अनुकूलित किया गया है। “सहयोग”  एप्लिकेशन में महामारी के बड़े प्रकोपों ​​के लिए भारत सरकार की रणनीति एवं रोकथाम योजना के अनुरूप आवश्यक सूचना मापदंडों को शामिल किया गया है।
यह मोबाइल एप्लिकेशन भारत सरकार द्वारा संपर्कों का पता लगाने (कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग)जनजागरूकता (पब्लिक अवेयरनेस) और स्व - मूल्यांकन (सेल्फ-असेसमेंट) के उद्देश्यों से शुरू किये गये आरोग्य सेतु” मोबाइल एप्लिकेशन का पूरक होगा। मध्य प्रदेशओडिशापंजाब और जम्मू एवं कश्मीर स्थित स्टेट स्पेसियल डेटा इन्फ्रास्ट्रक्चर (एसएसडीआई) संबंधित राज्यों में राज्य और जिला स्तर के अधिकारियों को कोविड – 19 महामारी का मुकाबला करने की दिशा में संबंधित स्वास्थ्य डेटा सेट के साथ एकीकरण के लिए स्टेट जियोपोर्टल्स के माध्यम से संपार्श्विक मानकों पर आधारित (कोलैटरल स्टैंडर्ड्स बेस्ड) भू-स्थानिक डेटा सेवाएँ मुहैया कराता रहा है।
यह एकीकृत भू-स्थानिक मंच कोविड – 19 के प्रकोप के कारण राष्ट्र के स्वास्थ्य आपातकालीन प्रबंधन को मजबूत करेगा और स्थानिक डेटासूचनाऔर मानवचिकित्सातकनीकीअवसंरचनात्मक और प्राकृतिक संसाधनों के बीच संबंध के सहज प्रावधान के माध्यम से सामाजिक-आर्थिक सुधार प्रक्रिया का समर्थन करेगा।
डीएसटी के सचिव प्रोफेसर आशुतोष शर्मा ने कहा, “निर्णय लेने की प्रक्रिया, शासन एवं विकास के लिए भू-स्थानिक डाटा के साथ जनसांख्यिकीय जानकारी का एकीकरण आवश्यक है। कोविड -19 के प्रसार के संदर्भ में, आरोग्य – सेतु जैसे प्लेटफार्मों के लिए यह प्रयास एक विशेष डिजिटल संबल साबित होगा।“
भू-स्थानिक सूचनाओं को एकीकृत करने में डीएसटी के इन प्रयासों से देश को बहुपक्षीय संकट, जो इस महामारी द्वारा लाया गया है, का सामना करने के लिए तेजी से स्थानिक सूचना-आधारित निर्णय लेने और इन निर्णयों के प्रभावों को देशभर में फैलाने में मदद मिल सकती है।

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