हाथी के हमले में गिन्नी मरावी की मृत्यू
महुआ बीनने के दौरान जंगल में हुई घटना
घंसौर। गोंडवाना समय।
सिवनी जिले के जनजाति बाहुल्य विकासखंड घंसौर के उत्तर वन मंडल क्षेत्र के वन परिक्षेत्र केदारपुरअंतर्गत ग्राम जामुनपनी ग्राम पंचायत केदारपुर के जंगल में 12 अप्रैल की सुबह तकरीबन 8:30 बजे जामुनपानी में जंगली हाथी के हमले में एक जनजाति किसान गिन्नी मरावी पिता सीता हरि सिंह मरावी उम्र (55) वर्ष नामक एक व्यक्ति की मृत्यू हो गई हैं।
पेड़ से उतरकर देखा तो दम तोड़ चुका था गिन्नी मरावी
प्राप्त जानकारी के मुताबिक गिन्नी मरावी सुबह-सुबह को महुआ बीनने के लिए जंगल के समीप गए थे। महुआ बीनने के दौरान जैसे ही जंगली हाथियों के हमला किया तो गिन्नी मरावी जोर जोर से चिल्लाने लगा एवं गांव के ही कुछ लोग भी वही पर पास में ही महुआ बीन रहे थे। जिन्होंने देख अपनी जान बचाने के लिए कुछ तो पेड़ में चढ़ गए और कुछ लोग गांव की ओर भागे ।
इसके बाद जैसे ही यह खबर गांव पर पहुंची तो गांव में अफरा-तफरी मच गई थी। वहीं लगभग दो-तीन घंटा के बीत जाने के बाद पेड़ में चढ़े हुए कुछ लोगों ने नीचे उतरकर गिन्नी मरावी के पास में जाकर देखा तो उन्होंने दम तोड़ चुका था।
इसके बाद जैसे ही यह खबर गांव पर पहुंची तो गांव में अफरा-तफरी मच गई थी। वहीं लगभग दो-तीन घंटा के बीत जाने के बाद पेड़ में चढ़े हुए कुछ लोगों ने नीचे उतरकर गिन्नी मरावी के पास में जाकर देखा तो उन्होंने दम तोड़ चुका था।
पुलिस व वन विभाग को दी सूचना
इसके बाद लोगों ने पुलिस और वन विभाग को खबर दी तत्पश्चात पुलिस और वन विभाग के टीम घटनस्थल पर पहुचे और
गिन्नी मरावी के शव को पोस्टमार्टम जाँच के लिए भेजा गया।
लोगों का कहना हैं कि काकी दिनों से वन परिक्षेत्र घंसौर एवं शिकारा के जंगलों में जंगली हाथियों का तांडव जारी है और ये हाथी कभी भी किसी भी गांव में घुस सकते हैं जो कि एक भारी हादसे को अंजाम दे सकते हैं।
गिन्नी मरावी के शव को पोस्टमार्टम जाँच के लिए भेजा गया।
लोगों का कहना हैं कि काकी दिनों से वन परिक्षेत्र घंसौर एवं शिकारा के जंगलों में जंगली हाथियों का तांडव जारी है और ये हाथी कभी भी किसी भी गांव में घुस सकते हैं जो कि एक भारी हादसे को अंजाम दे सकते हैं।