शराब दुकान हटाने जिला कलेक्टर सहित प्रदेश के आला अधिकारियों को या ज्ञापन
बरघाट। गोंडवाना समय।
रहवासी क्षेत्र से बरघाट मुख्यालय में शराब दुकान हटाये जाने की मांग को लेकर पराक्रम जनसेवी संस्थान, जागो भारत अभियान, संविधान बचाओ आंदोलन, पर्यावरण बचाओ आंदोलन के तहत सामाजिक कार्यकर्ता शरद सिंह कुमरे द्वारा मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, आबकारी आयुक्त भोपाल व कलेक्टर/पुलिस अधीक्षक सिवनी को ज्ञापन दिया गया।
वर्ष 2018 में किया गया था सत्याग्रह
यहां उल्लेखनीय है कि नगर में देशी और अंग्रेजी शराब की दुकान बरघाट-बालाघाट रोड में एसबीआई बैंक के सामने संचालित हैं। जिससे आसपास के रहवासियों, व्यवसायियों, सड़क से गुजरने वाले आमजन को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहांं आये दिन विवाद होते रहते है, दुकान के पीछे रहवाासी आवास हैं। शराबियों से सभी परेशान रहते हैं। इसलिए आसपास के निवासियों और व्यवसायियों ने कई बार जिम्मेदारों को शिकायत किया है परंतु उनकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। वहीं पराक्रम जनसेवी संस्थान के प्रमुख श्री शरद सिंह कुमरे को भी शिकायत प्राप्त हुई है। वहीं वर्ष 2018 में भी लगभग 45 दिनों तक सत्याग्रह किया गया था। जिसमें धरना, प्रदर्शन, रैली, अनशन, जनजागरण आदि गतिविधियों के माध्यम से अहिंसक गतिविधियों के माध्यम से सत्याग्रह किया गया। इसके बाद ही अनशन के 5 वें दिन देशी शराब की दुकान जिम्मेदारों द्वारा हटवाई गई थी, परंतु मानननीय उच्च न्यायालय से इस बात पर स्थगन आदेश जारी हुआ कि दुकान विधिवत नहीं हटाई गई और यदि कलेक्टर सिवनी चाहे तो विधिवत कार्यवाही कर दुकान हटाने की कार्यवाही कर सकते हैं परंतु कलेक्टर कार्यालय से कोई कार्यवाही नहीं हुई और दुर्भाग्य से देशी शराब की दुकान पुन: उसी स्थान पर स्थापित हो गई।
मातृशक्ति को उपहार स्वरूप अंग्रेजी शराब की दुकान भी स्थापित हो गई
जनता द्वारा विरोध करने के बावजूद करवाचौथ त्योहार के पूर्व मातृशक्ति को उपहार स्वरूप अंग्रेजी शराब की दुकान भी स्थापित हो गई, जिससे मातृशक्ति का बहुत अपमान हुआ है। इस कृत्य से मातृशक्ति और आमजन में बहुत रोष है। इस सत्याग्रह में मातृशक्ति का बहुत योगदान था क्योंकि शराब के कारण उनका परिवार और भविष्य बर्बाद हो रहा है। यदि आप दुकान विधिवत नहीं हटवाते हैं तो हमे मजबूरी में पुन: सत्याग्रह करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। इस बार भी आमरण अनशन/भूख हड़ताल किया जाएगा। इसके पूर्व ज्ञापन,जन जागरण,धरना प्रदर्शन, ज्ञापन, रैली आदि के माध्यम से सत्याग्रह किया जाएगा। बरघाट नगर में आबकारी विभाग के नियमों को ताक पर रखकर इन दिनों शराब दुकान संचालित किए जा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर प्रशासनिक अधिकारियों की मौन स्वीकृति होने के कारण इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है और न ही उनका लाइसेंस रद्द किया जा रहा है। अधिकारियों द्वारा बार बार कार्रवाई का आश्वासन दिया जाता है लेकिन आज दिन तक एक भी शराब के ठेके के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है। ऐसे में शराब के ठेके चलाने वालों के हौसले दिनों दिन बढ़ते जा रहे हैं।
देररात्रि तक शराब दुकान चलाना हुआ आम
शराब के ठेकेदारों पर अधिकारियों की मेहरबानी से प्रतिदिन रात्रि के समय निर्धारित समय के बाद भी दुकान से शराब की सप्लाई बदस्तुर जारी रहती है। जिसको लेकर प्रशासनिक अधिकारियों ने मानो जैसे अपनी आंखें बंद कर रखी है। अधिकारियों की उदासीनता का फायदा इस कदर तक उठाया जा रहा है कि रात्रि के समय 12-1 बजे भी इन ठेकों के आस-पास शराबियों की रौनक लगी रहती है। दुकानों के आसपास शराब का सेवन किया जाता है, इससे बच्चों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। विभाग के अधिकारियों की कृपा से गांव गांव में शराब अवैध तरीके से बेची जा रही है। आबकारी विभाग द्वारा निर्धारित किए गए नियमों की सभी दुकानों द्वारा अवहेलना की जा रही है। अगर कोई दुकानदार नियमों का पालन नहीं करता है तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई का प्रावधान है परंतु ठेकेदारों के खिलाफ कोई कार्यवाही नही की जाती है।
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