सिवनी जिले को कोरोनामुक्त करने के लिए टीकाकरण अभियान में दिन-रात मेहनत कर रहे है डॉ लोकेश चौहान
टीकाकरण अभियान में टॉप टेन में सिवनी जिले का स्थान बरकरार
जिले में अब तक 1 लाख 67 हजार से अधिक लोगों को लग चुका है टीका
सिवनी। गोंडवाना समय।
कोरोना महामारी को रोकने के लिए पूरे देश में टीकाकरण अभियान जारी है। इस मंशा से देश और प्रदेश में सभी शहरी और ग्रामीण इलाको के शासकीय चिकिस्त्लयों में टीकाकरण अभियान सक्रियता के साथ चलाया जा रहा है। ऐसी परिस्थिति में मध्यप्रदेश का ह्दयस्थल कहे जाने सिवनी के लिए कोरोना संक्रमण को रोकना किसी चुनोती से कम नहीं था।
सभी के प्रयास कोरोना संक्रमित मरीजों की रफ़्तार हुई कम
सिवनी जिले की सीमा पांच जिलो से लगती है। इसके साथ ही देश में कोरोना महामारी से प्रभावित राज्य महाराष्टÑ के नागपूर व सीमाओं से जुड़ा हुआ जिला है। ऐसे में कोरोना संक्रमण के मरीजों का सिवनी में भी बढ़ने की संभावना हमेशा बनी रही। वहीं कलेक्टर डॉ राहूल हरिदास फटिंग जिला प्रशासन के अधिकारी कर्मचारी, मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ के सी मेश्राम सहित स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मिल कर पुरे जिले में दिन रात मेहनत कर के कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या की रफ़्तार को रोकने व धीमी गति पर लाने में अंकुश लगाया है।
इसमें जिला प्रशासन ने पुलिस विभाग की टीम के साथ फ्रंट लाइन वर्कर्स की मदद से कोरोना की चैन को तोड़ने में सफल रही। वही कोरोना से लोगो को बचाने के लिए जिला चिकिस्त्लय की टीम टीकाकरण के प्लान से शहरी क्षेत्र के अलावा जिले के दूरस्थ ग्रामो में अपनी स्वास्थ्य टीम के जरिये टीकाकरण करवाने में सफल रही है और यह अभियान सतत जारी है। सिवनी जिले में अब तक लगभग 1 लाख 67 हजार से भी अधिक लोगों को टीका लग चुका है।
जमीनी स्तर तक सूचना पहुंचाने के साथ कोरोना के टीकाकरण के लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था किया
कोरोना महामारी को रोकने के लिए टीकाकरण गाईडलॉइन के अनुसार पात्रता रखने वाले उम्र के लोगों का टीकाकरण जरुरी है। टीकाकरण अभियान को संचालित करने वाले जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ लोकेश चौहान की 6 महीने पहले ही इस पद पर नियुक्ति हुई है। वहीं डॉ एच पी पटेरिया के रिटायर होने के बाद टीकाकरण का जिम्मा डॉ लोकेश चौहान को दिया गया उन्होंने जैसे ही टीकाकरण अधिकारी का पद संभाला उसी समय कोरोना की दुसरी लहर की शुरूवात हो गई थी।
केंद्र और राज्य सरकार के पल-पल निर्देश मिल रहे थे, सबसे पहले डॉ लोकेश चौहान ने कम समय में जिले के पूरे स्वाथ्य अमले को कोरोना के टीकाकरण के लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था किया। इसके लिये उन्होंने सोशल साईट में ग्रुप बना कर पुरे जिले के स्वास्थ्य कर्मियों को जोड़ कर लगातार दिन-रात राज्य से मिलने वाली सूचना को जमीनी स्तर तक पहुंचाया और टीम बना कर पहले शहरी और फिर ग्रामीण क्षेत्रो में टीकाकरण अभियान की शुरूवात किया।
टीका लगवाने के लिए लोगो को प्रेरित किया
डॉ लोकेश चौहान चोहान के निर्देशन में जिले की कर्मठ टीम ने भी अपनी मेहनत से शासन द्वारा निर्धारित ऐज ग्रुप का टीकाकरण किया। उसके बाद अभी 18 वर्ष से 44 उर्म के लोगो को लक्ष्य से अधिक टीका लगाया जा रहा है। सिवनी जिला संभाग के आलावा प्रदेश स्तर पर भी टॉप 10 में शुरवात से ले कर अभी तक बना हुआ है। इसके आलावा जिले के ग्रामीण क्षेत्रो में टीके के लिए भ्रम की स्थिति बनी हुई थी जिसे डॉ लोकेश चौहान ने स्वयं ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रमण कर स्थानीय फ्रंट लाइन वर्कर्स जनप्रतिनिधीयो और समाजसेवियों से चर्चा कर कोरोनामुक्त के लिए टीका लगवाने के लिए लोगो को प्रेरित किया।
केवलारी ब्लाक के घुरवाड़ा (उगली ) के निवासी है डॉ लोकेश चौहान
यह सब संभव हुआ है डॉ लोकेश चौहान की जिले और लोगो के प्रति सहनुभूति से क्योंकि स्वयं जिले के केवलारी ब्लाक के घुरवाडा (उगली ) के निवासी है। इनके पिता स्वर्गीय श्री कालीचरण चौहान रिटायर्ड प्रिंसिपल थे, जिन्होंने अपनी सेवाए शासकीय हाई स्कूल सरेखा में दी थी। वर्तमान में जिला टीकाकरण अधिकारी के पद पर रहते हुए कोविड-19 के टीकाकरण के कार्यक्रम को संचलित करने के साथ ही बच्चो के नियमित टीकाकरण कार्यकर्म को भी संचलित कर रहे है। घुरवाडा ग्राम में जन्मे और शासकीय स्कूल में शिक्षा लेने के बाद गांधी मेडिकल कॉलेज भोपाल से एमबीबीएस करने के बाद अपने ही गृह जिले में सेवाए दे रहे डॉ लोकेश चौहान पर सिवनी जिले की जनता को कोविड-19 टीकाकरण करने की पूरी जिम्मेदारी है और वे जवाबदारीपूर्वक बखूबी अपने कर्तव्य को निभा रहे है। जिले की जनता आगे भी उनसे आशा करती है उनके अथक प्रयास से एवं टीकाकरण के माध्यम से पुरे जिले की जनता कोविड -19 महामारी से बचकर और इस महामारी से मुक्ति पायेगी।