Type Here to Get Search Results !

मुकेश पंद्रे कार्यवाहक प्रधान आरक्षक रक्तदान महादान अभियान चलाकर बने रक्त की कमी से जूझ रहे पीड़ित मानव के रक्षक

मुकेश पंद्रे कार्यवाहक प्रधान आरक्षक रक्तदान महादान अभियान चलाकर बने रक्त की कमी से जूझ रहे पीड़ित मानव के रक्षक 

ब्लड डोनर ग्रुप इण्डिया के माध्यम से भारत देश में लगभग 50 हजार से अधिक लोगों को करवा चुके है रक्त उपलब्ध 

विवेक डेहरिया, संपादक की विशेष रिपोर्ट
उमरिया। गोंडवाना समय। 

रक्तदान दुनिया का सबसे बड़ा दान है, मानव को जीवनदान देने में रक्तदान महादान करने वाले रक्तदाताओं का योगदान अमूल्य होने के साथ महत्वपूर्ण परोपकारी भी है। जीवन जीने के लिये संघर्ष करने वाले रक्त की कमी की जूझ रहे पीड़ित मानव और उनका परिवार व परिचित ही जानते है कि रक्त का महत्व क्या है।
            


रक्त की कमी से जूझ रहे पीड़ित मानव की जिंदगी को बचाने के लिये समय पर रक्त का उपलब्ध कराया जाना सबसे ज्यादा आवश्यक होता है। ऐसे समय में नि:स्वार्थ भावना से मानव सेवा के लिये आगे आकर रक्तदान महादान करने वाले रक्तदाताओं का योगदान उल्लेखनीय व सराहनीय होता है।
            रक्तदान महादान के क्षेत्र में अनेक नागरिकगण और समाजिक संस्थाएं भारत देश में मानव सेवा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है। रक्तदान महादान के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाने वाले रक्तवीर मुकेश पंद्रे के कार्यों से परिचित कराते है, मुकेश पंद्रे जो कि पुलिस विभाग में कार्यवाहक प्रधान आरक्षक के पद पर मध्य प्रदेश के उमरिया जिले के पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय में अपनी सेवा दे रहे है। 

बैहर में जन्मे मुकेश पंद्रे ने निर्धनता के साथ शैक्षणिक अध्ययन का तय किया सफर 


हवलदार 46, मुकेश पंद्रे जिनका ब्लड ग्रुप ए पॉजिटिव है। जिनका जन्म स्थान व पैतृक ग्राम व शहर का नाम इंदिरा गांधी वार्ड नं 08, तहसील थाना बैहर जिला बालाघाट मध्य प्रदेश है। माता स्वर्गीय श्रीमती मेसली पंद्रे व पिता स्वर्गीय श्री मोहन सिंह पंद्रे के यहां पर जन्म लेने वाले मुकेश पंद्रे जो कि अपने माता-पिता का नाम रोशन कर देश भर में मानव सेवा का अलख जगाने का निरंतर कार्य कर रहे है।
            मुकेश पंद्रे का शैक्षणिक अध्ययन का सफर संघर्ष व मेहनत से शिक्षा प्राप्त करने का रहा है, अत्यंत गरीबी में, मुकेश पंद्रे ने शैक्षणिक अध्ययन कर मुकाम पाया है। मुकेश पंद्रे के माता पिता मजदूरी करते थे। मुकेश पंद्रे ने प्राथमिक शिक्षा मिशन मैथोडिस्ट प्रायमरी स्कूल बैहर एवं उच्च मध्य शिक्षा शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बैहर में प्राप्त किया है। इसके साथ ही उन्होंने समाजिक सरोकार से जुड़ने के लिये स्काउट गाइड शा. ब. उ. मा. वि. बैहर में एवं सेवा सुरक्षा का जज्बा उन्होंने एनसीसी शा. ब. उ. मा. वि. बैहर में रहकर सीखा था। 

कार्यवाहक प्रधान आरक्षक के पद पर पदस्थ है मुकेश पंद्रे        

मुकेश पंद्रे की शासकीय सेवा में 17 अप्रैल 2002 को प्रवेश किया था। जहां वे पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय जिÞला उमरिया में सेवा देने का अवसर प्राप्त हुआ और आज भी वे पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय जिÞला उमरिया मध्यप्रदेश में अपनी सेवा कर्तव्य निभा रहे है। वहीं वर्तमान में मुकेश पंद्रे कार्य वाहक प्रधान आरक्षक क्रमांक 46 के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे है। 

1996-1997 में रक्तदान-महादान की किया था शुरूआत 

मुकेश पंद्रे सर्वप्रथम रक्तदान की शुरूआत वर्ष 1996/1997 से किया था। उन्हें रक्तदान करने का विचार देश की स्वास्थ व्यवस्था के तहत रक्त की कमी से जूझ रहे पीड़ित मानव की सेवा करने से आया और रक्तदान महादान के विचार को उन्होंने आज देश भर में पहुंचा दिया है। मुकेश पंद्रे अपने गृह बालाघाट व अपनी शासकीय सेवारत जिला उमरिया में रक्त की कमी से पीड़ित मानव को देखते हुये उन्होंने संकल्प लेकर प्रयास प्रारंभ किया कि वह रक्त की कमी से जूझ पीड़ित मानव सेवा के लिये रक्तदान महादान कराने का अभियान चलायेंगे। 

मुकेश पंद्रे खुद कर चुके है 18 बार रक्तदान तो देश भर में 50 हजार लोगों को उपलब्ध करवा चुके है रक्त 


मुकेश पंद्रे जो कि स्वयं 18 बार रक्तदान कर चुके है लेकिन वह जहां पर सेवा दे रहे थे या जहां पर रहते थे वहां पर जानकारी मिलने पर रक्त की कमी से जूझ रहे पीड़ित मानव की सेवा करने के लिये स्वयं रक्तदान करने के साथ साथ दूसरों को रक्तदान करने के लिये प्रेरणा देने का काम करते थे।
             

इसके बाद रक्त की कमी को सीमित क्षेत्र तक ही पूरी कर पाते थे लेकिन उनकी इच्छा देश भर में रक्तदान महादान अभियान को सकारात्मक दिशा में साकार करने की थी और इसी विचार को रखते हुये उन्होंने 12 दिसंबर 2020 से रक्तदान महादान अभियान हेतु सोशल मीडिया में व्लड डोनर ग्रुप बनाया।
        इसके बाद सोशल मीडिया के माध्यम से मुकेश पंद्रे ने भारत देश के अधिकांश राज्यों में ब्लड डोनर ग्रुप बनाकर लगभग 1000 से अधिक लोगों को जोड़ा है जो कि स्वास्थ्य व विभिन्न सामाजिक क्षेत्रों में कार्य करने के लिये सकारात्मक भूमिका निभाते है।
            मुकेश पंद्रे बताते है कि भारत देश भर में सोशल मीडिया ब्लड डोनर ग्रुप के माध्यम से सभी सदस्यों के सहयोग से लगभग 50 हजार से अधिक मानव को रक्त की सुविधा रक्तदान महादान के माध्यम से दिला चुके है, उनका यह सफर आगे भी निरंतर जारी है। 

मुकेश पंद्रे का रक्तदान अभियान के लिये अनेकों संस्थान कर चुकी है सम्मान


आदिवासी बाहुल्य प्रदेश मध्य प्रदेश के बालाघाट में जन्म लेने वाले पुलिस विभाग उमरिया में सेवा देने वाले मुकेश पंद्रे के द्वारा रक्तदान अभियान को लेकर देश भर में चलाये जा रहे अभियान के लिये उन्हें देश की अनेकों संस्थानों द्वारा सम्मानित किया जा चुका है।

वहीं स्वयं के द्वारा रक्तदान करने पर भी उनका रक्तदाता प्रोत्साहन के तौर पर सम्मानित किया गया है। मुकेश पंद्रे कहते है कि सम्मान अलग विषय है लेकिन रक्तदान महादान का अभियान मेरे साथ साथ देश का प्रत्येक नागरिक चलाने का संकल्प ले ले तो भारत देश में किसी भी मानव की मृत्यू कभी भी रक्त की कमी से नहीं होगी। 

कोरोना महामारी के समय ब्लड डोनर की रही सराहनीय भूमिका 


हम आपको बता दे कि रक्तदान महादान अभियान के साथ साथ मुकेश पंद्रे व उनके सहयोगी के द्वारा बनाये गये ब्लड डोनर ग्रुप के द्वारा देश भर में लगभग 50 हजार से अधिक रक्त यूनिट का रक्तदान करवा चुके है।

इसके साथ साथ कोरोना महामारी संकट के समय लगभग 1 लाख से अधिक देशवासियों तक विभिन्न सेवा कार्यों को अंजाम दिया गया जिसमें आॅक्सीजन व्यवस्था, भोजन व्यवस्था, पानी व्यवस्था, हॉस्पिटल की जानकारी, बेड की जानकारी, इंजेक्शन की जानकारी, डॉक्टर्स की जानकारी एवं फोन नं., एम्बुलेंस एवं चालक की जानकारी, मेडिकल स्टोर की जानकारी, दवा की जानकारी उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाया है। 

देश में सुव्यवस्थित व्यवस्था बनाने के लिये मिलजुलकर सहयोग करना जरूरी 


मुकेश पंद्रे रक्त की कमी से जिंदगी के लिये संघर्ष कर रहे पीड़ित मानव की सेवा कर उन्हें जीवनदान देने के लिये रक्तदान महादान अभियान के तहत अपील करते हुये नागरिकों को संदेश देते है कि कोई भी देश, समाज में सुव्यवस्थित व्यवस्थाएं नहीं हो पाती है। इसके लिये हमें मिलजुल कर उसे सुव्यवस्थित बनाना पड़ता है हमें सहयोग देकर सहभागी बनना बहुत जरूरी होता है। मुकेश पंद्रे कहते है कि जब मैं पुलिस विभाग में होने के बावजूद समस्त देशवासियों की सेवा कार्य के लिए प्रेरित कर सकता हूं तो आप क्यों नहीं कर सकते है। 

सोशल पुलिसिंग व्यवस्था को जीवंत रूप देकर चरितार्थ करना चाहते है मुकेश पंद्रे 


वहीं मुकेश पंद्रे वर्दी नहीं हमदर्दी भी है के साथ साथ सोशल पुलिसिंग व्यवस्था को जीवंत रूप देकर चरितार्थ करना चाहते है। इसके लिये वे रक्तदान महादान अभियान के साथ अन्य क्षेत्रों में पीड़ित मानव की सेवा करने में अपनी भूमिका निभा रहे है। मुकेश पंद्रे ने अपनी कुछ पंक्तियों के माध्यम से मानव का सेवा भी दिया है जिसमें वे कहते है कि रक्त दान करें, लोक परलोक, तन मन, सब कुछ सुधर जायेगा रक्त दान संबंधी भ्रांतियां समाज से दूर करना और थेलेसिमिया मुक्त समाज का निर्माण करना। समूचे देश में छाए भीषण संकट काल व आने वाले समय में उत्पन्न होने वाले संकट की स्थिति को देखते हुए, देश के सभी बुद्धिजीवि, समाजसेवी से मुकेश पंद्रे ने विनम्र अनुरोध है किया है कि सेवा कार्य में हमारा, हाथ मजबूत करें/सहयोग व मार्गदर्शन/पथ प्रदर्शन/प्रदान करेें। 

ब्लड डोनर ग्रुप इण्डिया भारत के इन राज्यों में चला रहा रक्तदान महादान अभियान 

मुकेश पंद्रे द्वारा बनाये गये ब्लड डोनर ग्रुप इण्डिया के माध्यम से भारत देश में लगभग 50 हजार से अधिक रक्तदान कराने का कार्य किया गया है। ब्लड डोनर ग्रुप इण्डिया की शुरूआत मुकेश पंद्रे ने 12 दिसंबर 2020 को किया था। उन्होंने भारत देश में रक्तदान महादान अभियान के संदेश को अब तक देश के अनेक राज्यों में पहुंचा चुके है। जिसमें मध्यप्रदेश, उड़ीसा, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, केरल, दिल्ली, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, तमिलनाडू, जम्मू-कश्मीर, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, राजस्थान, पंजाब, गुजरात, बिहार, उत्तराखंड, झारखंड, तेलंगाना आदि राज्य शामिल है। 

Post a Comment

1 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.
  1. सम्मान प्रदान करने के लिए, आदरणीय श्री गोंडवाना समय का कोटिशः धन्यवाद l

    ReplyDelete