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ओएसएस सयुंक्त मोर्चा के आंदोलन को गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का मिला साथ, दो दिन की चेतावनी के साथ सौपा ज्ञापन

ओएसएस सयुंक्त मोर्चा  के आंदोलन को गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का मिला साथ, दो दिन की चेतावनी के साथ सौपा ज्ञापन 


कमलेश गोंड, राष्ट्रीय सवाददाता
मंडला। गोंडवाना समय।

मंडला में ओएसएस सयुंक्त मोर्चा का आंदोलन बुधवार को बैगा बेगिन चौराहे में हुआ।


जिसमें जिले के ओबीसी, एसटी, एससी वर्ग के साथ हो रहे अन्याय, अत्याचार के खिलाफ जिले भर के शोषित-पीड़ित लोंगो ने मंच लगाकर उनकी सुरक्षा और न्याय के लिये जिला प्रशासन से गुहार लगाई।

अन्याय तथा अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाना सीख


इस न्याय मंच को समर्थन कर रहीं गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने कांग्रेस-भाजपा को जमकर कोसा उन्होंने कहा-देश में शोषित सरकार के नीतियों के कारण पिछड़ा वर्ग अपने अधिकार से वंचित है, समय की मांग है कि पिछड़ा वर्ग अपने ऊपर होने वाले अन्याय तथा अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाना सीखे जिस तरीके से आदिवासी संगठित होकर उनके हितों को कुठाराघात करने वाली ताकतों से डटकर मुकाबला कर रही है, उसी तरीके से पिछड़ा वर्ग और अनुसूचित जाति के लोग गोंडवाना के साथ चले वो दिन दूर नहीं जब ओबीसी समुदाय के अधिकार उन्हें प्राप्त होंगे। 

अन्याय को लेकर जिला प्रशासन की लापरवाही में गोंगपा ने तीखी निंदा की है


मंच में सम्बोधन के दौरान गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के नेताओ ने ओबीसी एससी एसटी वर्ग  की अधिकारों की चिंता करते हुये  सभी को ओजस्वी एवं तेजस्वी बनकर गोंडवाना आंदोलन से जोड़ने की अपील की।  इस देश की संविधान द्वारा प्रद्दत अधिकारों  पर जोर देते हुए कहा कि सभी को उनका हक मिलना चाहिए। ओएसएस महासभा के नेतृत्व में हो रहे आंदोलन को गोंडवाना का भरपूर साथ मिला है। जिले में हो रहे अन्याय को लेकर जिला प्रशासन की लापरवाही में गोंगपा ने तीखी निंदा की है। आरोप लगाया है कि दो बड़े राजनैतिक दल आजाद भारत के ओबीसी एसटी एससी वर्ग को आज भी अछूता रखा है। कांग्रेस आवाज दबाती है तों भाजपा मूलनिवासियों की सवैधानिक अधिकारों को खत्म करती है और यें प्रशासन इनके इशारो में चलती है।

गोंडवाना की राजधानी मंडला शांतिप्रिय है इसकी सौंदर्यता से खिलवाड़ बर्दास्त नहीं होगा 


मंडला की धरती गोंडवानाकालीन राज्य की राजधानी रही है जिसकी शांति और विरासत का उल्लेख एकता का प्रतिनिधित्व आज भी जिन्दा है। आज का लोकतांत्रिक देश की आजाद मिट्टी में अनेक धर्म के अनुयायी और विभिन्न वर्ग के लोग इस जिले की धरती में निवासरत है, पाँचवी अनुसूचित जिला जहाँ व्यापक अर्थों में यह एक आरेख है कि आदिवासी बाहुल्य जिले में शांति का वातावरण शुरू से है सभी वर्ग के लोग अमन चेन से अपना जीवन जी रहे है को कोई गहरा घात करें वह बर्दास्त नहीं होगा।

न्याय की मंच से दहाड़ते रहे सयुंक्त मोर्चा के नेता, अब एक होने की बारी है

मंडला में आयोजित न्याय की गुहार मंच में ओबीसी महासभा और गोंगपा के नेताओं ने  प्रदेश की भाजपा सरकार पर जमकर बरसे वही जिला प्रशासन की लापरवाही पर कई सवाल खड़ा किये जिले की कानून व्यवस्था  पर कई आरोप भी लगाए। मंच में उपस्थित पीड़ित जनों की नयाय के लिये आवाज बुलंद कर रहे सभी नेतृत्व कर्ताओ ने बारी बारी से अपने विचार रखे वही मूलवासियों को एक होने बात भी कहीं गई े सभा के समापन में रैली निकाल कर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौपकर न्याय की मांग की गई है इस दौरान गोंडवाना गणतंत्र पार्टी मध्यप्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष अमानसिंह पोरते, प्रदेश संगठन मंत्री हरेंद्र सिंह मारको, संभागीय अध्यक्ष महतलाल वरकडे, गोंगपा किसान मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष शक्तिसिंह सिसोदिया, संभागीय उपाध्यक्ष देवेंद्र मरावी,जिला अध्यक्ष कमलेश तेकाम एवं गोंगपा जिला पदाधिकारीयों सहित ओबीसी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष इंद्रकुमार पटेल, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रकाश सिंह लाल ओबीसी महासभा, प्रदेश सयोजक डॉक्टर विनोद पटेल, कार्यकारनी प्रदेश अध्यक्ष ओएसएस सी. बीपटेल, विष्णु गुमास्ता नगर अध्यक्ष ओएसएस पिंडरई , धन्नूलाल चक्रवती, शंकर पटेल, राहुल सिंगोर इंद्रजीत भंडारी, जागृति पटेल जिला अध्यक्ष ओबीसी महासभा, जीतराज कछवाहा,देवदत्त झारिया, के. के झारीया, टेकचंद परते, संतोष  पूसाम मकबूल खान, , प्रताप पंन्द्रो, राकेश नरेती, कमलेश गोंड एवं पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति तथा जनजाति के हजारों युवा, महिला एवं बुजुर्ग मौजूद रहे। 



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