Sunday, September 18, 2022

गोंडवाना की रियासत, विरासत, सियासत के वैभव गौरव और सम्मान के लिए एकजुट होकर कार्य करने का लिया संकल्प

गोंडवाना की रियासत, विरासत, सियासत के वैभव गौरव और सम्मान के लिए एकजुट होकर कार्य करने का लिया संकल्प

राजा शंकर शाह पुत्र रघुनाथ पुत्र शहीदों को बलिदान दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया गया 


भोपाल/सिवनी। गोंडवाना समय। 

जिला सिवनी के ग्राम चुरना टोला सिवनी मंडला रोड पर अखिल भारतीय गोंडवाना गोंड महासभा के द्वारा गोंडवाना के वीर सपूतों को याद किया और 18 सितंबर  बलिदान दिवस पर गोंडवाना के महाराजा शंकर शाह पुत्र कुंवर शाह के बलिदान दिवस को बड़ी भव्यता और गौरव के साथ श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
        


जिसमें मुख्य अतिथि पूर्व विधायक कमल मर्सकोले, वरिष्ठ समाज सेवी नरेंद्र कुंजाम, पूर्व जनपद अध्यक्ष अशोक सिरसाम, जिला कार्यकम अध्यक्ष संतोष वरकड़े, सर्किल कमेटी अध्यक्ष सकीलाल उईके,  पूर्व जनपद उपाध्क्ष, पूर्व  आदिवासी विकास परिषद के अध्यक्ष, जिला कार्यकारी अध्यक्ष कांग्रेस कमेटी सिवनी नरेश मरावी, सर्किल कमेटी अध्यक्ष संतोष ककोड़िया, कुरई सर्किल कमेटी अध्यक्ष संदीप मरावी, ग्राम कमेटी अध्य्क्ष घुड़न सिंह उईके, कायकर्म अध्यक्ष ओमप्रकाश नरेटी, सरपंच इंदावाडी विनीता मरावी, सरपंच उड़ेपनी राजेंद्र कुंजाम, पूर्व सरपंच कमला बाई अहाके, महेंद्र सिंह उईके, नगर कमेटी अध्यक्ष चिंटा सलामे, प्रदेश उपायक्ष इजी. गुलशन मरावी सर्किल कमेटी  उड़ेपानी कमेटी, खमरिया इंदावादी चूरनाटोला के समस्त क्रांतिकारी समाज जन उपस्थित हुए। गोंडवाना के महान सपूतों को याद किया गया। 

14 राज्यो के संगठन की समीक्षा और बैठक की गई

अखिल  भारतीय गोंडवाना गोंड महासभा दिल्ली के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व आईएएस अधिकारी,  विधायक कांकेर विधानसभा एवं  संसदीय सचिव  छत्तीसगढ़ शासन श्री शिशुपाल सोरी की अध्यक्षता में 14 राज्यो के संगठन की समीक्षा और बैठक की गई।
        अखिल भारतीय गोंडवाना गोंड महासभा की इस बैठक में राष्ट्रीय संगठन मंत्री  पूर्व विधायक कमल मर्सकोले मध्य प्रदेश की ओर से शामिल हुए थे जिन्हे अखिल भारतीय गोंडवाना गोंड महासभा को विस्तार करने का प्रभार सौंपा गया। जिसके पालन में 18 सितंबर को श्री चंदनलाल मार्सकोले को मध्य प्रदेश कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
         जिसे सभी सगाजनो ने राष्ट्रीय स्तर के संगठन में सहयोग करने एवं राष्ट्र में गोंडवाना की एक रीति एक रिवाज धर्म, भाषा, संस्कृति, इतिहास के लिए सहमति और भरपूर सहयोग करने की सहमति प्रदान की गई और गोंड गोंडी गोंडवाना  के आंदोलन को राष्ट्रीय पहचान आसित्व और स्वाभिमान के लिए संघर्ष करने के लिए सभी ने एक सुर से गोंडवाना की रियासत, विरासत, सियासत के वैभव गौरव और सम्मान के लिए एकजुट होकर कार्य करने की बात कही गई ।  

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