विकास के हर सूचकांक में प्रदेश सरकार हुयी फिसड्डी साबित, केयर एज की रैंकिंग रिपोर्ट ने सीएम के दावों की खोली पोल
विकास के नाम पर भाजपा सरकार ने प्रदेश को सवा तीन लाख करोड़ रुपये के कर्ज में डुबो दिया
भाजपा के 18 साल के शासनकाल में प्रदेश की हालत हो गयी बद से बदतर
सिवनी। गोंडवाना समय।
शिवराज सरकार की विकास यात्रा छलावा है। विकास के हर सूचकांक में प्रदेश सरकार फिसड्डी साबित हुयी है। वर्तमान में प्रदेश सरकार सवा तीन लाख करोड़ रुपये के कर्ज में डूबी हुयी है। ऐसे हालात में ढोल धमाके के साथ यात्रा निकालना बेशर्मी की पराकाष्ठा है। उक्ताशय के विचार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष आशुतोष वर्मा ने प्रेस को जारी एक विज्ञप्ति में व्यक्त की है।
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मध्यप्रदेश आर्थिक, सामाजिक, वित्तीय समावेश, बुनियादी ढांचे सहित कई क्षेत्रों में छोटे छोटे राज्यों से भी फिसड्डी साबित हुआ है
इंका नेता ने विज्ञप्ति में आगे यह भी उल्लेख किया है कि रेटिंग एजेंसी केयर एज की स्टेट रैंकिंग रिपोर्ट 2023 की रिपोर्ट ने शिवराज सरकार के दावों की पोल खोल कर रख दी है। इसके अनुसार मध्यप्रदेश विकास के हर सूचकांक में फिसड्डी होकर रह गया है। इस रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि मध्यप्रदेश आर्थिक, सामाजिक, वित्तीय समावेश, बुनियादी ढांचे सहित कई क्षेत्रों में छोटे छोटे राज्यों से भी फिसड्डी साबित हुआ है। इंका नेता आशुतोष ने विज्ञप्ति में यह खुलासा भी किया है कि केयर एज की स्टेट रैंकिंग रिपोर्ट 23 में यह उल्लेख भी किया गया है कि देश के 18 बड़े राज्यों में मध्यप्रदेश आर्थिक सूचकांक में 16 वे. वित्तीय समावेशन में 15 वे. भौतिक बुनियादी ढांचे में 13 वे,सामाजिक सूचकांक में 14 वे. पर्यावरण सूचकांक में 9 वे और समग्र रैंकिंग में 13 वे स्थान पर पिछड़ कर रह गया है।
ढोल धमाकों से विकास यात्रा निकलना ना केवल हास्यास्पद वरन बेशर्मी की पराकाष्ठा है-आशुतोष वर्मा
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष आशुतोष वर्मा ने विज्ञप्ति के अंत में कहा है कि केयर एज की रैंकिंग रिपोर्ट 23 ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सारे दावों की पोल खोल कर रख दी है। इस रिपोर्ट में दिये गए आकंड़ों से उजागर हो गया है कि भाजपा के 18 साल के शासनकाल में प्रदेश की हालत बद से बदतर हो गयी है। ऐसे हालात में ढोल धमाकों के विकास यात्रा निकलना ना केवल हास्यास्पद है वरन बेशर्मी की पराकाष्ठा है।