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नीतिराज सेंगर और प्रभात साहू मिलकर बखारी क्षेत्र में बैंक खाताधारकों के साथ कर रहे धोखाधड़ी

नीतिराज सेंगर और प्रभात साहू मिलकर बखारी क्षेत्र में बैंक खाताधारकों के साथ कर रहे धोखाधड़ी

बैंक आफ बड़ोदा की खाताधारक आदिवासी महिला इंद्राबती धुर्वे के खाते से 30 हजार रूपये बिना निकाले ही कर दिये ट्रांसफर


सिवनी। गोंडवाना समय। 

बैंकों के द्वारा ग्रामीण क्षेत्र व शहरी क्षेत्र के खाताधारको को बैंकिंग सुविधा उपलब्ध कराने के लिये कियोस्क सेंटर व अपने-अपने बैंकों के द्वारा बीसी प्रदान की गई।
            जिससे बैंक के कार्य आसानी से खाताधारकों के हो सके लेकिन इसकी आड़ में बैंक से कियोस्क सेंटर और बीसी का कार्य करने वाले संचालक बैंक खाताधारको के साथ धोखाधड़ी करने का कार्य कर रहे है। ऐसा अधिकांशयतय: ग्रामीण क्षेत्रों में हो रहा है बिना खाताधारको को बताये ही उनके खाता से रकम को अन्य किसी के खाता में ट्रांसफर कर दिया जाता है। 

बखारी क्षेत्र में धोखाधड़ी व फर्जीवाड़ा करने वालों पर ध्यान दे बण्डोल पुलिस 

सिवनी जिले के बण्डोल पुलिस थाना अंतर्गत ग्राम बखारी में बैंक आॅफ बड़ौदा की बीसी का अधिकृत रूप से कार्य लेकर कार्य करने वाले नीतिराज सेंगर के द्वारा बैंक आॅफ बड़ौदा में दानीमेटा निवासी इंद्रा बाई धुर्वे का खाता खोला गया था।
            बताया जाता है कि लगभग 1 वर्ष इंद्रा बाई धुर्वे के खाते में 30 हजार रूपये आये थे जिसे नीतिराज सेंगर के द्वारा प्रभात साहू के खाते में खाताधारक इंद्राबती धुर्वे की बिना अनुमति व उसे बिना बताये ही प्रभात साहू के खाते में ट्रांसफर कर दिया गया।
            बखारी क्षेत्र के कुछ ग्रामीणजनों का कहना है कि बण्डोल पुलिस को इस तरह की मामलों की जांच करने के लिये बण्डोल पुलिस को गोपनीयता के साथ कराया जाना चाहिये जिससे ऐसे धोखाधड़ी व फर्जीवाड़ा करने वालों पर नकेल कसा जा सके। 

30 हजार रूपये की राशि प्रभात साहू के खाते में ट्रांसफर की गई 

वहीं जब इंद्राबती धुर्वे अपने खाते के संबंध में जानकारी लेने के लिये बैंक आॅफ बड़ौदा पहुंची तो उन्हें पता चला कि तुम्हारे खाते से 30 हजार रूपये की राशि प्रभात साहू के खाते में ट्रांसफर की गई है। इसके बाद खाताधारक इंद्रा बाई धुर्वे ने बैंक में कहा कि मेरे द्वारा किसी प्रभात साहू को राशि नहीं दी गई है और न ही मैंने निकाली हूं।
            इसके बाद जब बैंक आॅफ बड़ौदा के अधिकारियों ने इस संबंध में पता लगाया तो उसके बाद बखारी के नीतिराज सेंगर व प्रभात साहू के द्वारा आनन फानन में इंद्राबती धुर्वे के खाते में राशि वापस देने के लिये कहा गया।
            अब सवाल यह उठता है कि इस तरह से बैंक आफ बड़ौदा के अधिकृत रूप से बीसी का कार्य करने वाले के द्वारा खाताधारक की बिना सहमति व बिना अनुमति के ट्रांसफर कर देना और फिर एक वर्ष बाद वापस करना यह बैंक व खाताधारक के साथ धोखाधड़ी जैसा कृत्य है। 

प्रभात साहू का दानीमेटा का यह दूसरा मामला है 

बखारी क्षेत्र में प्रभात साहू के द्वारा इस तरह की धोखाधड़ी और भी ग्रामीणजनों के साथ की गई है। दानीमेटा में इंद्राबती धुर्वे के अलावा एक हितग्राही का शासकीय राशि को भी प्रभात साहू के खाते में ट्रांसफर किया गया था जिसे हितग्राही को जानकारी मिलने के बाद वापस किया गया है। 

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