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रीना की सजगता से बची, नित्या की जान


रीना की सजगता से बची, नित्या की जान 

मेरे प्रयास से किसी बच्ची की जान बची, उससे बढ़कर मेरे लिये कुछ नहीं-रीना सनोडिया


सिवनी। गोंडवाना समय।

आदिवासी विकासखंड लखनादौन के अंतर्गत ग्राम खाम्हा की कु. नित्या 1 वर्ष 1 माह की बालिका है, इसके माता-पिता खेती का कार्य करते है ये अपने माता-पिता (पार्वती-विजय काकोड़िया) की इकलौती संतान है। इसके माता-पिता एक छोटे से ग्राम खाम्हा, उप स्वास्थ्य केन्द्र धारपाठा विकासखण्ड लखनादौन जिला सिवनी मे रहते है, जिसकी आबादी 460 है।
                श्रीमति पार्वती विगत 3 माह से अपने मायके मे रह रही थी, जिसके कारण उसकी बच्ची को 1 वर्ष का टीका नही लग पाया था। आशा लगातार इनके संपर्क मे थी, इसी बीच आशा कार्यकर्ता श्रीमति ओमकारी इनवाती को पता चला की पार्वती आ गई है, तब वह उसके घर गई एवं इसकी सूचना अपनी ए.एन.एम. श्रीमति संध्या झारिया एवं सी.एच.ओ. श्रीमति रीना सनोडिया को दी। 

अस्पताल में किसी भी प्रकार का कोई खर्च वहन नहीं करना पड़ेगा, तब परिजन बहुत मुश्किल से माने 


ग्राम मे दिनांक 7 जुलाई 2023 को आयोजित ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस मे उसे बुलाया गया जैसे ही पार्वती बच्ची को लेकर वीएचएनडी आई तो सीएचओं श्रीमति रीना सनोडिया बच्ची को देखते ही समझ गई, कि बच्ची स्वस्थ्य नही है।
        तब सीएचओं के द्वारा तुरंत इसका एचबी चैक किया गया, उसका एचबी 1.1 ग्राम आया। सीएचओं के द्वारा उसे तुरंत अपने सामने से क्रॉस चैक के लिये धूमा भेजा लेकिन परिजन हॉ बोलकर अपने घर चले गये। जब आशा को पता चला की पार्वती धूमा न जाकर, अपने घर आ गई है, तब उसने ये जानकारी सीएचओ को दी गई।                     सीएचओ तत्काल नित्या के घर गई एवं उन्हे बहुत समझाया की बच्ची का एचबी बहुत कम है, उसे खतरे से अवगत कराया तथा बताया गया कि आपको सरकारी अस्पताल मे किसी भी प्रकार का कोई खर्च वहन नही करना पड़ेगा, तब परिजन बहुत मुश्किल से माने। 

डी.सी.एम. श्री संदीप श्रीवास ने चिकित्सक से चर्चा कर तत्काल बच्ची नित्या को भर्ती कराया 


पूर्व के अनुभव से लाभ लेकर इस बार रीना ने परिजन को दिनांक 10 जुलाई 2023 को सामने से उसे धूमा रवाना कराया गया एवं धूमा मे पदस्थ स्टॉफ से बात की तब प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र धूमा मे बच्ची का सैंपल लिया गया, जिसमें बालिका नित्या का एचबी 2.8 ग्राम आया।
                श्रीमति रीना सनोडिया लगातार धूमा टीम के साथ संपर्क मे थी। श्रीमति रीना ने सूझबूझ का परिचय देते हुये तुरंत 108 को कॉल करवाया एवं बच्ची को सिवनी रिफर कराया। बच्ची जैसे ही सिवनी आई तो सिवनी में हड़ताल का माहौल था।
                बच्ची के साथ आये परिजन परेशान हो रहे थे, तब श्रीमति रीना सनोडिया के द्वारा डी.सी.एम. श्री संदीप श्रीवास को कॉल किया एवं बताया कि बच्ची बहुत सीरियस है उसका एचबी बहुत कम है, उसे तत्काल उपचार की आवश्यकता है। तब डी.सी.एम. श्री संदीप श्रीवास के द्वारा पी.आई.सी.यू. में पदस्थ स्टॉफ एवं ड्यूटी डॉक्टर से बात करके बच्ची नित्या को भर्ती कराया एवं उसके परिजनों से मिलकर ब्लड की व्यवस्था की गई।

यदि रीना एवं आशा, नित्या से लगातार संपर्क मे नहीं रहती, तो अनहोनी हो सकती थी


कु. नित्या का 3 दिन उपचार चला जिससे वो पूर्णत: स्वस्थ्य हो गई है। बच्ची आज अपने परिजन के बीच में मे है एवं स्वस्थ्य है। इस पूरे मामले मे कम्युनिटी हेल्थ आफिसर श्रीमति रीना सनोडिया के द्वारा सजगता का परिचय देते हुये लगातार नित्या का फॉलोअप लिया गया।
                    साथ ही बच्ची की जान बचाने मे अपनी अहम भूमिका निभाई गई। श्रीमति रीना ने बताया कि जिला स्तरीय प्रशिक्षण के दौरान हमे एचबीएनसी/ एचबीवाईसी/ हाई रिस्क चिन्हांकन के बारे मे बताया गया था एवं निर्देशित किया गया था कि हाई रिस्क बच्चे एवं महिलाओं का जब तक पूर्ण रूप से प्रबंधन नही हो जाता उनके संपर्क मे रहना है और वही उसने किया। यदि रीना एवं आशा नित्या से लगातार संपर्क मे नही रहती तो अनहोनी हो सकती थी।

स्वास्थ्य कर्मी एवं जिला स्तरीय अधिकारियों का भी किया अभार व्यक्त 

श्रीमति रीना ने बताया कि मेरे प्रयास से किसी बच्ची की जान बची, उससे बढ़कर मेरे लिये कुछ नही है। श्रीमति रीना ने धूमा स्वास्थ्य केन्द्र के स्वास्थ्य कर्मी एवं जिला स्तरीय अधिकारियों का भी अभार व्यक्त किया, जिन्होने तत्काल नित्या को स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध कराई।

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