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सूरजपुर जिले के तीनों विधानसभा सीट बसपा-गोंगपा का मजबूत गठबंधन से कांग्रेस-भाजपा में बैचेनी बढ़ी

सूरजपुर जिले के तीनों विधानसभा सीट बसपा-गोंगपा का मजबूत गठबंधन से कांग्रेस-भाजपा में बैचेनी बढ़ी 

गोगपा राष्ट्रीय प्रवक्ता जयनाथ सिंह केराम ने गठबंधन के कार्यकतार्ओं/पदाधिकारियों से सूरजपुर जिले से तीन विधायक बनाने का किया आह्वान 


अजय सिंह पोर्ते, संवाददाता
सरगुजा व बिलासपुर संभाग
सूरजपुर/ छत्तीसगढ़। गोंडवाना समय। 

छत्तीसगढ़ राज्य में जब से बहूजन समाज पार्टी व गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का गठबंधन हुआ है, तब से कांग्रेस-भाजपा के प्रत्याशियों एवं नेताओं में बैचैनी बढ़ गई है।
            


सूरजपुर जिले में  गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का व्यापक जनाधार है, अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों, अन्य पिछड़े वर्गों व धार्मिक अल्पसंख्यकों का नेतृत्व करने वाले के रूप में बहूजन समाज पार्टी व गोंडवाना गणतंत्र पार्टी जाने जाते हैं। इन दोनों दलों का गठबंधन हो जाने से कार्यकतार्ओं/पदाधिकारियों में काफी ज्यादा उत्साह है।

नरेन्द्र साहू को भटगांव सीट के लिए घोषित कर दिया है


इस गठबंधन का लाभ भी कार्यकर्ता/पदाधिकारियों को हो रहा है, प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में लोग गठबंधन के नेतृत्व में पार्टी जॉइन कर रहे हैं। जिले के बसपा-गोंगपा कार्यकतार्ओं/पदाधिकारियों का अब दायित्व है कि पार्टी जिस भी व्यक्ति को टिकट दे, तमाम आपसी गिले-शिकवे भूलकर बसपा-गोगपा के उम्मीदवार को जिताने के लिए एकजुटता का परिचय दें।
            सूरजपुर जिले में बसपा को एक सामान्य सीट भटगांव और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को दो सीट मिला है, जिसमें एक सामान्य सीट प्रेमनगर व एक आदिवासी आरक्षित सीट प्रतापपुर गठबंधन में मिला है, जिस पर बहूजन समाज पार्टी ने अपना युवा प्रत्याशी नरेन्द्र साहू को भटगांव सीट के लिए घोषित कर दिया है।

जयनाथ केराम हो सकते है प्रेमनगर सीट से गोंगपा के उम्मीदवार


गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने अभी तक सूरजपुर जिले के विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार का घोषणा नहीं किया है लेकिन सामान्य सीट प्रेमनगर के लिए गोंगपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता जयनाथ सिंह केराम लगभग फाइनल उम्मीदवार तय कर लिया है, सिर्फ घोषणा करना बाकी है।
            गोंगपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता जयनाथ सिंह केराम जमीन से जुड़े हुये है वे तेज तर्रार नेता के रूप में अपनी पहचान रखते है। शासन-प्रशासन में अच्छी पकड़ के साथ जनता के बीच में जाना-माना नाम है। वहीं गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की सबसे महत्त्वपूर्ण सीट व सबसे ज्यादा गोगपा जनाधार वाले विधानसभा क्षेत्र प्रेमनगर को माना जाता है, जहां पिछले विधानसभा चुनाव में गोगपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता जयनाथ सिंह केराम को 26000 से ज्यादा वोट प्राप्त हुए थे।
                इस बार पुन: गोंडवाना गणतंत्र पार्टी अपना उम्मीदवार सरगुजा टाइगर के नाम से मशहूर जयनाथ सिंह केराम को ही बनाने जा रहा है ऐसी उम्मीद जताई जा रही है। इस बार पार्टी व क्षेत्रीय सर्वे में जयनाथ सिंह केराम 52,000 हजार मतदाता तैयार कर चुके हैं तथा प्रेमनगर विधानसभा प्रभारी धर्म सिंह सरूता के अनुसार गोंडवाना गणतंत्र पार्टी 75,000 हजार वोट से चुनाव जीतने संभावना जता रहे हैं। 

प्रतापपुर से जगनमोहन सिंह टेकाम व गीता सोन्हा है मजबूत है दावेदार 


वहीं आदिवासी आरक्षित सीट प्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए सबसे मिलनसार व्यक्तित्व का धनी व दादा हीरा सिंह मरकाम जी के साथ कंधा से कंधा मिलकर काम करने वाले समर्पित 15 वर्षों लगातार सरपंच पद पर पदस्थ गोंगपा नेता जगनमोहन सिंह टेकाम को प्रत्याशी घोषित किया जा सकता है तथा एक और नाम आदिवासियों के हितों पर संघर्षरत सामाजिक कार्यकर्ता व चेरवा  जनजाति समुदाय से ताल्लुक रखने वाले एवं दो बार से जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित होने वाली महिला नेत्री

श्रीमती गीता सोन्हा मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं, पार्टी इन्हें भी अपना उम्मीदवार घोषित कर सकती है। यदि गोंड समाज, कंवर समाज व चेरवा समाज एक जुट हो जाते हैं तो यहां गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का विधायक बनना तय माना जा रहा है।

भटगांव में बसपा को मिल सकता है लाभ 

इसका सीधा असर बसपा उम्मीदवार व भटगांव प्रत्याशी नरेंद्र साहू को मिलने जा रहा है क्योंकि प्रेमनगर व प्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र के बीच में भटगांव विधानसभा क्षेत्र मौजूद है। भटगांव विधानसभा क्षेत्र में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का जनाधार 10000-20000 हजार माना जाता है, यदि बसपा के वोट के अलावा साहू समाज पूरे दम-खम के साथ बसपा युवा प्रत्याशी नरेंद्र साहू का साथ देते हैं तो भटगांव सीट भी बहूजन समाज पार्टी जीतने की संभावना जताई जा रही है।
             वर्तमान में कांग्रेस-भाजपा किसी भी साहू समाज के व्यक्ति को पूरे सरगुजा संभाग में अपना उम्मीदवार घोषित नहीं कर रहा है, जिसका सीधा लाभ बसपा-गोगपा के प्रत्याशियों को मिलने की संभावना हैं। आजादी के समय से ही साहू समाज काफी जागरूक, शिक्षित व व्यवसायी समाज है, किंतु यह साहू समाज का दुर्भाग्य ही कहा जा सकता है कि अब तक किसी साहू समाज के व्यक्ति को अपना उम्मीदवार कभी नहीं बनाया।

अन्य पिछड़े वर्गों के 52% आरक्षण प्राप्ति के लिए संघर्ष का कितना मिलेगा लाभ

अब देखना होगा कि आने वाले समय में कि बहूजन समाज पार्टी व गोंडवाना गणतंत्र पार्टी गठबंधन ने तो साहू समाज के युवा व्यक्ति, अच्छे सामाजिक एवं राजनैतिक वक्ता नरेंद्र साहू को सूरजपुर जिले के भटगांव सीट से अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है।
        अब साहू समाज के अलावा अन्य पिछड़े वर्गों का दायित्व है कि साहू समाज व अन्य पिछड़े वर्गों के 52% आरक्षण प्राप्ति के लिए बसपा-गोगपा गठबंधन के उम्मीदवारों को भारी मतों से जीत दिलाने में अपना अहम भूमिका निभाते हैं कि नहीं, यह आने वाला समय ही बताएगा।

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