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जाहिद खान जे के प्रिंटर्स के षड़यंत्र का शिकार हुई आदिवासी महिला ने राष्ट्रपति से मांगी इच्छा मृत्यू

जाहिद खान जे के प्रिंटर्स के षड़यंत्र का शिकार हुई आदिवासी महिला ने राष्ट्रपति से मांगी इच्छा मृत्यू

कल्कत्ता में किडनी निकलवाने में बरघाट के जाहिद खान जे के प्रिंटर्स की भी है भूमिका 


सिवनी। गोंडवाना समय। 

आदिवासी महिला की किडनी निकलवाकर उसकी जिंदगी बर्बाद करने में कल्कत्ता, नागपूर के लोग तो शामिल है ही साथ में बरघाट मुख्यालय के जे के प्रिंटर्स के संचालक जाहिद खान के तार भी जुड़े हुये है। आदिवासी महिला ने अपनी किडनी निकलवान के मामले में षड़यंत्र रचने वाले जे के प्रिंटर्स के संचालक जाहिद खान पर कानूनी कार्यवाही करने की मांग किया है।
                  


 इतना ही नहीं आदिवासी महिला जिसकी किडनी निकाली गई है उस पर हुये अत्याचार, शोषण, अन्याय के मामले में कार्यवाही नहीं होने के मामले में आदिवासी महिला ने महामहिम राष्ट्रपति, राज्यपाल, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, जनजाति आयोग सहित अन्य संवैधानिक पदों पर विराजमान माननीयों को कानूनी कार्यवाही कराये जाने या इच्छा मृत्यू की अनुमति मांगी है। 

मजदूरी का कार्य करने नागपूर गये आदिवासी दंपत्ति 

जाहिद खान जे के प्रिंटर्स, शबीना बेगम, अब्दुल कलाम, साहिद मंडल, अता उल्लाह खान, मोहसीन खान व अन्य साथियों ने मिलकर बरघाट क्षेत्र के एक ग्राम के पीड़ित आदिवासी महिला की किडनी कल्कत्ता में निकलवा दिये है।
            पीड़ित आदिवासी महिला संध्या इनवाती पति राजीव इनवाती, पुलिस थाना बरघाट, क्षेत्र की निवासी है। आदिवासी महिला अपने पति राजीव इनवाती के साथ मजदूरी का कार्य करने नागपूर जनवरी 2023 में गये थे। जहां से सबिना बेगम के कहने पर वह कल्कत्ता काम की तलाश में गये थे। 

अब्दुल कलाम ने जान पहचान के संबंध में फर्जी दस्तावेज बनवाया 

जहां पर अब्दुल कलाम मिला था जो कि आदिवासी महिला की किडनी निकलवाने के लिये दबाव बना रहा था। कल्कत्ता से भागने की जब भी आदिवासी महिला व उसके पति ने कोशिश किया तो उन्हें अब्दुल कलाम व उनके साथी पकड़ लेते थे।
                अब्दुल कलाम धमकी देकर कहता था कि तुम किडनी नहीं दोगी तो मैं तुम्हारे पति और तुमको जान से मार डालुंगा। कल्कत्ता में किडनी निकालवाने के लिये जो दस्तावेज की कार्यवाही की गई थी उसमें भी अब्दुल कलाम ने फर्जीवाड़ा किया था।
                 अब्दुल कलाम ने कल्कत्ता में जो दस्तावेज जान पहचान के बनाया है उसमें कई वर्षों पुरानी जान पहचान बताया है जबकि बरघाट के ग्राम मगरकटा की आदिवासी महिला जनवरी 2023 में ही नागपूर कार्य के लिये अपने पति के साथ गई थी। इसलिये उनकी पुरानी कोई जान पहचान नहीं थी। 

जाहिद खान ने अब्दुल कलाम की मदद किया 

इसके बाद किडनी निकलवाने के लिये बरघाट तहसील व पुलिस थाना से संबंधित कार्य के लिये अब्दुल कलाम ने बरघाट के जाहिद खान जे के प्रिंटर्स के संचालक से संपर्क किया था ऐसा पीड़ित आदिवासी महिला ने शिकायत में उल्लेख किया है।
             आदिवासी महिला की किडनी निकालने के मामले में षड़यंत्र करने के खेल में जाहिद खान जे के प्रिंटर्स के संचालक जो कि बरघाट मुख्यायल में निवास करते है उनका पुलिस विभाग से मधुर संबंध है। इनका सहयोग संभवतय: अब्दुल कलाम ने लिया होगा।
                पीड़िता ने यह भी उल्लेख किया है कि किडनी निकाले जाने के दिन भी अब्दुल कलाम और जाहिद खान की फोन पर बात हुई थी। किडनी निकलवाने के लिये प्रशासनिक कार्यवाही में अब्दुल कलाम दो बार बरघाट आया था जिसमें उनकी मदद जाहिद खान जे के प्रिंटर्स बरघाट द्वारा किया गया है।

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