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कोरबा लोकसभा चुनाव में गोंगपा के श्याम सिंह मरकाम, भाजपा- कांग्रेस को दे रहे कड़ी टक्कर

कोरबा लोकसभा चुनाव में गोंगपा के श्याम सिंह मरकाम, भाजपा- कांग्रेस को दे रहे कड़ी टक्कर

गोंगपा, भाजपा, कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला

गोंगपा के प्रत्याशी श्याम सिंह मरकाम लोकसभा चुनाव के प्रचार-प्रसार के दौरान यही बात रख रहें हैं कि लाखों करोड़ों की लागत से हो रहे भारत में विकास के बाद भी देश में गरीबी छाई हुई है। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का इतिहास रहा है कि इसने समाज के हर तबके के लिए आवाज उठाई है, और उनके साथ न्याय किया है । अब समाज की बारी है आने वाले 7 मई को आरी छाप मे बटन दबाकर भारी मतो से विजयी बनाये। 


कोरबा। गोंडवाना समय।

छत्तीसगढ़ की हाई-प्रोफाइल सीट कोरबा में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने लोकसभा चुनाव को रोचक बनाने के साथ-साथ कड़ी टक्कर देने वाला बना दिया है। कोरबा लोकसभा क्षेत्र में भाजपा केंद्रीय नेतृत्व ने सरोज पांडे को कोरबा सीट जीतने की जिम्मेदारी सौंपा है।
            


वहीं नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत का क्षेत्र हैं और जहां से उनकी पत्नी ज्योत्स्ना महंत वर्तमान सांसद हैं, यानी सरोज पांडे को यहां पति-पत्नी दोनों की संयुक्त लोकप्रियता का मुकाबला करना होगा जो मोदी की गारंटी के सघन प्रचार के बावजूद आसान नहीं लग रही है। 

2023 के विधानसभा चुनाव में गोंगपा ने 1 लाख 48 हजार 159 वोट प्राप्त किए थे


इस बार गोंगपा ने  श्याम सिंह मरकाम को टिकिट दी है। कोरबा लोकसभा के अंतर्गत 8 विधान सभा क्षेत्र हैं जिसमें से चार अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं-
            

मरवाही एसटी, मनेंदरगढ, बैंकुठपुर, पाली-तानाखार एसटी, कटघोरा, कोरबा, भरतपुर-सोनहट एसटी तथा रामपुर एसटी. अनुसूचित जाति व जनजाति बाहुल्य इस लोकसभा क्षेत्र की 6 सीटों पर भाजपा का कब्जा है, एक सीट कांग्रेस की व एक सीट  गोंगपा की है।
            गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने 2023 के विधान सभा चुनाव में इस लोकसभा क्षेत्र से लगभग 1 लाख 48 हजार 159 वोट प्राप्त किए थे। इसे देखते हुए गोंगपा दोनों बड़ी पार्टियों का समीकरण बिगाड़ने का सामर्थ्य रखती है।

भाजपा मोदी की गारंटी तो कांग्रेस ने किये 20 बड़े वायदे

भाजपा की प्रत्याशी के पास एक ही गारंटी है, मोदी की गारटी इसके मुकाबले में कांग्रेस के संकल्प पत्र में करीब बीस बड़े वायदे किये गये हैं। जिसमें सभी वर्गों के हितों का ध्यान रखा गया है। कांग्रेस ने सत्ता में आने पर महिलाओं को एक लाख रुपए वार्षिक मानदेय देने का भी वायदा किया है।
                हालांकि दोनों दलों के घोषणापत्र अभी आधिकारिक रूप से जाहिर नहीं हुए हैं किन्तु वे चर्चाओं में हैं। कोरबा लोकसभा क्षेत्र में करीब पंद्रह लाख मतदाताओं में महिलाओं की तुलना में पुरूष मतदाताओं की संख्या अधिक है।
                पिछले चुनाव में कोरबा निर्वाचन क्षेत्र में लगभग 75 प्रतिशत मतदान हुआ था जो एक कीर्तिमान है। चुनाव प्रचार की बात करें तो छत्तीसगढ़ की नयी भाजपा सरकार मोदी गारंटी के तहत विधान सभा चुनाव प्रचार के दौरान जनता से किए गए कुछ महत्वपूर्ण वायदों को पूर्ण कर दिए जाने की बात कर रही हैं। 

कोरबा लोकसभा में सांसद बनाने गोंगपा लगा रही पूरी ताकत


कोरबा लोकसभा क्षेत्र में गोंगपा के राष्ट्रीय महासचिव श्यामसिंह मरकाम को चुनावी मैदान में ऊतारा गया है। जो कि 2 दशक से जल,जंगल,जमीन के साथ-साथ आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारों को लेकर गोंडवाना आंदोलन के तहत धरातल पर गोंडवाना रत्न पेनवासी दादा हीरासिंह मरकाम जी के साथ में रहकर कार्य करते आ रहे है।
                कोरबा लोकसभा क्षेत्र में गोंगपा से श्यामसिंह मरकाम के चुनाव में खड़े होने से भाजपा,कांग्रेस व गोंगपा में त्रिकोणिय मुकाबला की स्थिति बन रही है। लोकसभा क्षेत्र में गोंगपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तुलेश्वर सिंह मरकाम विधायक है, वह भी श्याम सिंह मरकाम को लोकसभा चुनाव जिताने के लिए भरसक मेहनत कर रहे है।                         भाजपा,कांग्रेस गोंगपा के चुनावी प्रबंधन व मतदान केन्द्र में कार्यकर्ताओं की मेहनत को देखकर घबराहट में है। इस बार कोरबा सीट में गोंगपा,भाजपा व कांग्रेस को कड़ी टक्कर दे रही है। 2023 के विधानसभा चुनाव में गोंगपा ने अच्छा चुनावी प्रदर्शन किया था, कोरबा लोकसभा क्षेत्र के समस्त विधानसभा क्षेत्रों में गोंगपा को अच्छे वोट मिले थे, वहीं एक विधायक भी गोंगपा ने बनाया है। इस बार लोकसभा चुनाव में गोंगपा कोरबा सीट में अपना सासंद बनाने के लिये पूरा जोर लगा रही है। 

गोंगपा ने समाज के हर तबके के लिए आवाज उठाई है 


गोंगपा के प्रत्याशी श्याम सिंह मरकाम लोकसभा चुनाव के प्रचार-प्रसार के दौरान यही बात रख रहें हैं कि लाखों करोड़ों की लागत से हो रहे भारत में विकास के बाद भी देश में गरीबी छाई हुई है। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का इतिहास रहा है कि इसने समाज के हर तबके के लिए आवाज उठाई है, और उनके साथ न्याय किया है । अब समाज की बारी है आने वाले 7 मई को आरी छाप मे बटन दबाकर भारी मतो से विजयी बनाये। 

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