आदिवासी युवती की जिंदगी बर्बाद करने के बाद प्रसन्न शेन्डे ने कॉलोनाईजर की बेटी से क्यों रचाया विवाह ?
प्रसन्न शेन्डे की आदिवासी युवती को शादी का झांसा देकर किया बलात्कार, एफआईआर दर्ज हुआ गिरफतार
17 जून को आदिवासी युवती से शादी करने वादा करके 21 मई को ही कॉलोनाईजर की बेटी से कर लिया विवाह
सिवनी। गोंडवाना समय।
जिला मुख्यालय सिवनी के पास ही स्थित एक हॉटल में प्रबंधन का कार्य करने वाले प्रसन्न शेन्डे बीते 7 वर्षो से आदिवासी युवती का शारीरिक शोषण करता रहा। प्रसन्न शेन्डे ने आदिवासी युवती को विवाह करने का भी वायदा किया लेकिन धोखा देकर सिवनी शहर के एक कॉलोनाईजर की बेटी से विवाह रचा लिया।
इसकी जानकारी जब आदिवासी युवती को लगी तो उसने प्रसन्न शेन्डे के खिलाफ महिला थाना सिवनी में प्रकरण दर्ज कराई। हालांकि महिला पुलिस थाना में आदिवासी युवती को प्रकरण दर्ज कराने के लिये अत्याधिक मशक्कत करना पड़ा। प्रसन्न शेन्डे के परिवारजन, परिचित और कॉलोनाईजर के द्वारा आदिवासी युवती को रिपोर्ट दर्ज नहीं कराने के लिये प्रयास किया गया।
वहीं महिला पुलिस थाना में पूरी सेटिंग करने का प्रयास किया गया लेकिन प्रकरण दर्ज हो ही गया। इसके बाद महिला पुलिस थाना के द्वारा गिरफतारी नहीं की जा रही थी, हीलाहवाली बरती जा रही थी लेकिन गोंडवाना समय में मामला प्रकाशित होने के बाद पुलिस भी हरकत आई और प्रसन्न शेन्डे को गिरफतार कर लिया गया है।
13 मई को आदिवासी युवती के साथ मनाया जन्मदिन और 21 मई को कॉलानोईजर की बेटी से रचाया विवाह
सिवनी शहर में विजयशंकर शेन्डे का बेटा प्रसन्न शेन्डे ने आदिवासी युवती को अपनी हवस का शिकार बनाकर उसे छोड़ने का प्लान बनाकर सिवनी शहर के एक कॉलोनाईजर की बेटी के साथ विवाह कर लिया था। आदिवासी युवती ने हिम्मत दिखाकर पुलिस थाना में शिकायत करने के बाद प्रसन्न शेन्डे की करतूत को उजागर किया है नहीं तो प्रसन्न शेन्डे का असली चेहरा उजागर नहीं हो पाता।
प्रसन्न शेन्डे ने 13 मई 2024 को ही आदिवासी युवती का जन्मदिन सिवनी एक हॉटल में मनाया था। वहीं 21 मई 2024 को ही सिवनी शहर के एक कॉलोनाईजर की बेटी के साथ विवाह भी रचा लिया। इसका मतलब प्रसन्न शेन्डे कितना शातिर है यह प्रकरण दर्ज होने के बाद खुलासा हो पाया है।
प्रसन्न शेन्डे हुआ गिरफतार
हम आपको बता दे कि प्रसन्न शेन्डे ने 21 मई 2024 को ही सिवनी शहर के एक कॉलोनाईजर की बेटी के साथ धूमधाम से विवाह किया है। सिवनी जिले के अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत आदिवासी युवती को बीते लगभग 7 वर्षों से शादी का झांसा देकर, शारीरिक शोषण कर बलात्कार करने वाले प्रसन्न उर्फ प्रांशू शेन्डे पिता विजयशंकर शेन्डे निवासी शास्त्री वार्ड सिवनी के कृत्य की शिकायत महिला थाना सिवनी में 23 मई 2024 को किये जाने पर शिकायत के अवलोकन के पश्चात प्रथम दृष्टया धारा 376, 376 (2) (एन) भादवि के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है।
वहीं महिला पुलिस थाना द्वारा प्रसन्न शेन्डे की गिरफतारी भी की गई है। प्रसन्न शेन्डे जो कि आदिवासी की युवती के साथ बीते लगभग 7 वर्षों से शारीरिक शोषण कर रहा था। प्रसन्न शेन्डे की दास्तान लंबी है लेकिन फिलहाल विवाह के बंधन में बंधने के बाद उसे जेल की हवा खानी पड़ रही है।