20 पटवारी करेंगे हीरा गोंड के आवेदन पर शासकीय भूमियों पर अतिक्रमणों की जांच
हीरा गौड़ के आवेदन पर पटवारियों का जांच दल नियुक्त
धूमा की शासकीय भूमियों पर हुये अवैध अतिक्रमणो की जांच करेंगे तहसील के 20 पटवारी
जांच के आदेश जारी, हीरालाल दल प्रभारी
सिवनी/धूमा। गोंडवाना समय।
जिस पर समय-समय पर प्रशासन के द्वारा अतिक्रमण से बेदखल करने की कार्यवाही खानापूर्ति के लिए होती आई है परंतु शासकीय भूमियों पर से अवैध अतिक्रमण पूर्ण तरह से हटाए नहीं जा सके हैं।
कलेक्टर द्वारा समय सीमा में जांच किए जाने हेतु आदेश किया गया
कई ऐसी भी शासकीय भूमि है जो बिना सक्षम अधिकारी के आदेश बिना राजस्व अधिकारी और कर्मचारियों की मिली भगत से भूमि स्वामी दर्ज कर दी गई है। वहीं शासन की शासकीय बेसकीमती जमीनों को समाज हित में बचाने के उद्देश्य से भूमाफियाओं से शासकीय जमीनों को बचाने के लिए धूमा क्षेत्र के गोकलपुर निवासी समाजसेवी हीरा गौड़ के द्वारा जिला कलेक्टर सिवनी के समक्ष आवेदन देकर शासकीय भूमियों को भू माफियाओं से बचाने और उक्त शासकीय भूमियों से अवैध अतिक्रमण से बेदखल करने को लेकर पत्र लिखा गया है।
वही समाज और क्षेत्र हित में आवेदक हीरा गौड के आवेदन पर ग्राम धूमा स्थित समस्त शासकीय भूमियों पर अवैध अतिक्रमण की जांच हेतु प्रस्तुत आवेदन पर कलेक्टर द्वारा उक्त आवेदक को समय सीमा में जांच किए जाने हेतु आदेश किया गया है।
धूमा ग्राम की शासकीय भूमियों के 139 खसरो की जांच के आदेश किये गये
वही कलेक्टर सिवनी के आदेश पर लखनादौन एसडीएम कार्यालय से ग्राम धूमा में स्थित शासकीय भूमियों पर अतिक्रमण की जांच हेतु 20 पटवारियो का दल गठित किया गया है। जिसमें धूमा राजस्व निरीक्षक हीरालाल धुर्वे को दल का प्रभारी बनाया गया है।
वहीं आदेश कार्यालय अनुविभागीय अधिकारी राजस्व लखनादौन जिला सिवनी से आदेश क्रमांक- 975 आदेश दिनांक- 9 जुलाई 2024 को जारी किया गया है। जिसमें धूमा ग्राम की शासकीय भूमियों के 139 खसरो की जांच के आदेश किये गये हैं।
जिसमें लखनादौन तहसील के 20 पटवारीयो के दल की ड्यूटी लगाई गई है। पटवारियं में प्रजेश उइके, शुभम द्विवेदी, अजय श्रीवास्तव, राजेश सैयाम, साहबलाल डेहरिया, मनोहर मर्सकोले, बसंत मर्सकोले, राहुल राजपूत, शीला परते, मीना सोनी, नीतू अहिरवार, पूजा सिंह, महेश्वर मिश्रा, कृष्णबिहारी ककोड़िया, संदीप मुरापे, जिनेंद्र सोलंकी, प्रिंस साहू, भुवनपाल सिंह बघेल, आशीष चौकसे व जितेंद्र ठाकुर शामिल है।
अब यदि सही जांच नहीं हुई तो न्यायालय की शरण लेना पड़ेगा- हीरा गोड़
वहीं समाजसेवी हीरा गौड़ ने जो कि आवेदक है उनका कहना है कि शासकीय भूमियों पर हुए अवैध अतिक्रमणों को लेकर मेरे द्वारा लिखित शिकायत दी गई है और इसके पहले भी कई बार शिकायत की गई परंतु कई बार जांच में लीपापोती कर दी गई हैं और अब यदि सही जांच नहीं हुई तो न्यायालय की शरण लेना पड़ेगा।