दबंगों ने दलित परिवार को किया बेघर, घरेलू सामान सड़क पर फैंका
परीक्षा के समय दलित परिवार के बच्चे पढ़ाई नहीं थाने के काट रहे चक्कर
बरघाट पुलिस थाना क्षेत्र मुख्यालय में दबंगों का एक बार फिर कहर आया सामने
बरघाट। गोंडवाना समय।
बरघाट पुलिस थाना क्षेत्र मुख्यालय में सरेआम अनुसूचित जाति वर्ग के दलित परिवार पर दबंगों का कहर खुलकर सोशल मीडिया में प्रसारित हो रहा है। दबंगों ने दलित परिवार के घर का घरेलू सामान कोे घर से बाहर निकालकर फैंका है इतना ही नहीं दबंगों ने दलित परिवार के घर में लगी संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी की फोटो सहित अन्य महाहपुरूषों की फोटो को भी अपमानित करते हुये घर से निकालकर घरेलू सामान के साथ सड़क पर फैंक दिया था।
हालांकि इसकी जानकारी 100 डायल व बरघाट पुलिस को मिलने के बाद पहुंची थी परंतु दबंगों के कहर के चलते बरघाट पुलिस ने 29 सितंबर को एनसीआर पुलिस अ हस्तक्षेप का मामला बनाकर पुलिस थाना से दलित परिवार को रवाना कर दिया था।
वहीं दलित परिवार का अपनी शिकायत लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय सिवनी में भी भटकते रहे, वहीं अजाक पुलिस थाना भी गये लेकिन उनकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद थक हार कर दलित परिवार फिर से बरघाट पुलिस थाना गया है क्योंकि वे बेघर हो गये है।
वहीं दलित परिवार के बच्चे जिनकी परीक्षा है वह बरघाट पुलिस थाना के लाईट के नीचे बैठकर पढ़ाई कर रहे है।
अमित गुप्ता, वंदना गुप्ता, रतन गुप्ता, अनुराग गुप्ता, पप्पू गर्ग ने दिखाया दबंगई
पीड़ित दलित अनुसूचित जाति परिवार की महिला आरती मेश्राम पति नरेन्द्र मेश्राम जाति महार जो बरघाट मुख्यालय में किराये के घर में बीते लगभग 15 वर्षों से रह रही है। पीड़ित दलित परिवार के साथ में दबंग परिवार के सदस्यों में अमित गुप्ता, श्रीमती वंदना गुप्ता, रतन गुप्ता, अनुराग गुप्ता, रविन्द्र गर्ग पप्पू जो कि बरघाट के ही निवासी है उनके द्वारा अन्य 10-12 व्यक्तियों के साथ घर में घुसकर 29 सितंबर को मारपीट किया है और उनके घर का घेरलू सामान घर से निकालकर बाहर फैंक दिया है।
एससी, एसटी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज करने की मांग
पीड़ित दलित महिला जो कि अनुसूचित जाति वर्ग की है उसने जानकारी देते हुये बताया कि उसके पति व बच्चों के साथ अमित गुप्ता, श्रीमती वंदना गुप्ता, रतन गुप्ता, अनुराग गुप्ता, रविन्द्र गर्ग पप्पू दबंगों के द्वारा जातिगत रूप से अपमानित करते हुये मारपीट कर, जिंदा जलाकर जान से मारने की धमकी देकर गुण्डे बदमाशों के साथ मिलकर घरेलू सामान घर के अंदर घुसकर निकालकर बाहर रोड में फैंकने, बाबा साहब अंबेडकर जी की फोटो को निकालकर सड़क पर फैंककर अपमानित करने, महिला, बच्चों को मारने पीटने, महिला, बच्चों को मारने पीटने, बच्चों की परीक्षा के समय बेघर करते हुये छत के आसरा से वंचित करने, सार्वजनिक रूप से अपमानित कर अभ्रदतापूर्वक कृत्य किया गया है जिस पर अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज करने की मांग किया है।
घरेलू सामान दंबगता के साथ बाहर फंैक दिया
पीड़ित महिला ने बताया कि दिनांक 29 सितंबर 2024 दिन रविवार को लगभग 8 से 9 बजे के बीच में जब वह उसका परिवार अपने घर में थे और खाना बनने के बाद खाने की तैयारी कर रहे थे। उसी दौरान अमित गुप्ता, वंदना गुप्ता, अनुराग गुप्ता, रतन गुप्ता, पप्पू गर्ग एवं अन्य साथियों के साथ दलित महिला के घर के अंदर घुस गये और घर का सामान उठाकर घर के बाहर फैंकने लगे। तब महिला ने उन्हें मना किया तो उस दौरान अमित गुप्ता, अनुराग गुप्ता महिला व उसके पति नरेन्द्र मेश्राम के साथ भी मारपीट करने लगे। कोई बात नहीं सुने और घर का घरेलू सामान दंबगता के साथ बाहर फंैक दिया।
अंबेडकर तुम्हारा भगवान है हमारा कुछ नहीं है
पीड़ित महिला ने बताया कि उसने जब दबंगों से कहा कि तुम क्यों हमारा सामान फैंक रहे हो, हम दलित गरीब परिवार से है मेहनत मजदूरी करके घर का पालन पोषण करते है और बच्चों को पढ़ा लिखा रहे है। तब दबंग अमित गुप्ता, अनुराग गुप्ता व वंदना गुप्ता ने जातिगत रूप से अपमानित किया।
वहीं जब घर का सामान जब अमित गुप्ता, अनुराग गुप्ता व वंदना गुप्ता के द्वारा फैंका जा रहा था उसी दौरान जब बाबा साहेब अंबेडकर जी की फोटो भी निकाल रहे थे, उस दौरान पीड़ित महिला व उसके पति ने भी उन्हें कहा बाबा साहब अंबेडकर जी की फोटो और भी अन्य फोटो अच्छे से निकालकर हम रख देंगे तुम मत निकालों लेकिन दबंग नहीं माने कहने लगे कि हमें अंबेडकर से क्या करना है तुम जानो और मानो, अंबेडकर तुम्हारा भगवान है हमारा कुछ नहीं है, अंबेडकर साहब का अपमान करते हुये दबंगों ने अंबेडकर जी के साथ साथ अन्य महापुरूषों की फोटो को भी निकालकर घर से बाहर सड़क पर फैंक दिया था।
कार्यवाही नहीं होने पर मुख्यमंत्री व एससी आयोग में करेंगे शिकायत
दबंगों ने घर में लगा विद्युत मीटर को भी चकनाचूर कर दिया गया है इसके साथ ही विद्युत की वायरिंग भी तोड़ दिया गया था। जो भोजन बनाये थे, वह भी घर के बाहर फैंक दिया था। दबंगई दिखाते हुये, बच्चों के पढ़ाई लिखाई की पुस्तके भी घर के बाहर फैंक दिया है जबकि बच्चों की अभी परीक्षा चल रही है। हालांकि पीड़ित दलित महिला व उसके पति ने बरघाट पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं किये जाने पर मुख्यमंत्री, अनुसूचित जाति आयोग, पुलिस अधीक्षक, कलेक्टर को शिकायत करने की बात कही है।
पीड़ित परिवार चाहे तो की जायेगी वैधानिक कार्यवाही
वहीं इस मामले में 30 अक्टूबर 2024 को जब बरघाट पुलिस थाना प्रभारी श्री मोहनीस बैस से गोंडवाना समय ने चर्चा की तो उन्होंने बताया कि यह दो परिवारों का आपस का विवाद है इसमें अनुसूचित जाति वर्ग का परिवार पिस रहा है। जिन्होंने सामान फैंका है वे पीड़ित परिवार के नुकसान सहित देने को तैयार है। यदि पीड़ित परिवार कानूनी कार्यवाही कराना चाहे तो पुलिस द्वारा वैधानिक कार्यवाही की जायेगी।