राशन वितरण में सारसडोल में गड़बड़ी, हितग्राहियों को करना पड़ रहा है परेशानियों का सामना
आजीविका मां शारदा स्व सहायता समूह की अध्यक्ष पर आरोप, मार्च 22-23 के राशन में की घोटाला
पैसा सुशीला टांडे के खाते में आता है और वो राशि का मनमाने तरीके से कर रही हैं उपयोग
उगली क्षेत्र के दर्जनों राशन दुकानों में एक ही दिन में खत्म हो जाता है राशन
फूड विभाग की लापरवाही, राशन दुकानों की नियमित नहीं करते जांच
अजय नागेश्वर, विशेष संवाददाता
उगली। गोंडवाना समय।
सिवनी जिले के जनपद पंचायत केवलारी के उप तहसील उगली के अंतर्गत शासकीय उचित मूल्य दुकान सारसडोल में राशन वितरण में अनियमितता का मामला सामने आया है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि उन्हें दो-दो या तीन-तीन महीने तक राशन नहीं मिलता है।
शशि कला खंडाते ने कहा, दो-दो या तीन-तीन महीने बीत जाते हैं, लेकिन राशन नहीं मिलता है। मैं कई बार दुकान पर जाती हूं, लेकिन हर बार मुझे बताया जाता है कि राशन नहीं आया है।
पालन-पोषण करने के लिए राशन पर निर्भर हूं
सोहनलाल बरमैया ने भी बताया कि उन्हें दो महीने से राशन नहीं मिला है। उन्होंने कहा, "मैंने कई बार दुकान पर जाकर राशन मांगा, लेकिन हर बार मुझे बताया जाता है कि राशन नहीं आया है। मैं अपने परिवार का पालन-पोषण करने के लिए राशन पर निर्भर हूं। रवि बरमैया ने कहा, टोकन कटना चालू है, लेकिन राशन नहीं मिलता है।मैंने कई बार दुकान पर जाकर राशन मांगा, लेकिन हर बार मुझे बताया जाता है कि राशन नहीं आया है।
सुशीला टांडे द्वारा 17 माह से कमीशन का पैसा नहीं दिया गया
शासकीय उचित मूल्य दुकान सारसडोल के सेल्समेन धरमा बाई लांजेवार के पुत्र शैलेंद्र लांजेवार ने बताया कि उन्हें आजीविका मां शारदा स्व सहायता समूह की अध्यक्ष श्रीमती सुशीला टांडे द्वारा 17 माह से कमीशन का पैसा नहीं दिया गया है। उन्होंने बताया कि पैसा सुशीला टांडे की खाते में आता है और वो राशि का मनमाने तरीके से उपयोग कर रही हैं।
राशन वितरण में अनियमितता को रोकना चाहिए
इसके साथ ही आजीविका मां शारदा स्व सहायता समूह की अध्यक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि मार्च 22-23 का निशुल्क वाले राशन का विवरण नहीं किया गया। शैलेंद्र लांजेवार ने बताया कि उन्होंने संबंधित अधिकारियों, कलेक्टर आॅफिस सहित 181 में भी शिकायत की है लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने कहा, मैंने कई बार शिकायत की है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
मैं अपने अधिकारों के लिए लड़ रहा हूं। इस मामले में स्थानीय निवासियों ने बताया कि वे राशन की अनियमितता से परेशान हैं। उन्होंने कहा कि वे अपने परिवार का पालन-पोषण करने के लिए राशन पर निर्भर हैं और राशन की अनियमितता से उनकी आर्थिक स्थिति खराब हो रही है। इस मामले में जिला प्रशासन को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए और राशन वितरण में अनियमितता को रोकना चाहिए। स्थानीय निवासियों को उनके अधिकारों के लिए लड़ने के लिए समर्थन देना चाहिए।
अगर राशन वितरण में अनियमितता को नहीं रोका गया तो, ग्रामीण आंदोलन करेंगे
उगली क्षेत्र के अंतर्गत सैकड़ो शासकीय उचित मूल्य दुकानों में राशन वितरण में अनियमितता का मामला सामने आ रहा है। निवासियों ने बताया कि राशन की आपूर्ति इतनी कम होती है कि एक ही दिन में राशन खत्म हो जाता है। इसके बाद, निवासियों को कई दिनों तक राशन नहीं मिलता है। निवासियों ने बताया कि राशन दुकान के कर्मचारी फिंगर लगा कर टोकन देते हैं, लेकिन राशन नहीं मिलता है।
इससे निवासियों को बहुत परेशानी होती है। इस मामले में निवासियों ने फूड अधिकारियों की लापरवाही का भी आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि फूड अधिकारी राशन दुकानों की नियमित जांच नहीं करते हैं, जिससे राशन वितरण में अनियमितता को बढ़ावा मिलता है। निवासियों ने जिला प्रशासन और फूड अधिकारियों से हस्तक्षेप करने और राशन वितरण में अनियमितता को रोकने की मांग की है। उन्होंने बताया कि अगर राशन वितरण में अनियमितता को नहीं रोका गया तो, वे आंदोलन करेंगे।