धरती आबा बिरसा मुंडा के वंशज जंगल सिंह मुंडा का भोपाल में किया गया स्वागत अभिनंदन
हल्दी चावल का तिलक लगाकर एवं पीला गमछा भेंटकर स्वागत सम्मान किया गया
भोपाल। गोंडवाना समय।
दिनांक 24 फरवरी 2025 दिन सोमवार सुबह 7:30 बजे को धरती आबा बिरसा मुंडा के वंशज श्री जंगल सिंह मुंडा जो कि धरती आबा बिरसा मुंडा जी के पांचवीं पीढ़ी के वंशज व परपोते हैं।
जो कि जय टंट्या भील आदिवासी युवा संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं, उनके साथ श्री महेंद्र सिंह मुंडा, श्री गुलाब सिंह बघेल प्रदेश प्रभारी जय टंट्या भील आदिवासी युवा संगठन मध्यप्रदेश, श्री आर. आर. बाघ सुप्रीम कोर्ट अधिवक्ता, श्री कमल मंडलोई प्रदेश अध्यक्ष जय टंट्या भील आदिवासी युवा संगठन मध्य प्रदेश जो कि दिल्ली किसी सामाजिक कार्यक्रम में जाते हुए कुछ समय के लिए भोपाल में गोंड समाज महासभा मध्य प्रदेश जिला इकाई भोपाल के संरक्षक श्री जी. एस. मर्सकोले के निवास तुलसी नगर, भोपाल में पधारे जिनका आत्मीय भाव से स्वागत एवं विदाई किया गया।
धरती आबा बिरसा मुंडा जी के छायाचित्र पर पुष्प अर्पित किया गया
इस अवसर पर सर्वप्रथम धरती आबा बिरसा मुंडा जी के छायाचित्र रखकर, दीप प्रज्ज्वलित कर सभी ने हल्दी चावल का तिलक एवं पुष्प अर्पित कर उनके द्वारा किए गए महान कार्यों को याद किया गया।
वहीं उसके बाद पधारे हुए धरती आबा बिरसा मुंडा के वंशज श्री जंगल सिंह मुंडा, श्री महेंद्र सिंह मुंडा एवं जय टंट्या भील आदिवासी युवा संगठन के पदाधिकारी श्री गुलाब सिंह बघेल प्रदेश प्रभारी, श्री आर आर बाघ सुप्रीम कोर्ट अधिवक्ता श्री कमल मंडलोई प्रदेश अध्यक्ष जय टंट्या भील आदिवासी युवा संगठन आदि सभी का हल्दी चावल का तिलक लगाकर एवं पीला गमछा भेंटकर स्वागत सम्मान किया गया।
कुछ पलों का क्षणिक मुलाकात आत्मीय और शानदार रहा
वहीं इसके बाद स्वल्पाहार एवं जलपान के दौरान समय कम होने के कारण संक्षिप्त में सामाजिक परिचर्चा की गई, उन्हें किसी सामाजिक कार्यक्रम में दिल्ली जाना था तो सुबह ही 8:15 बजे सभी अतिथियों को भोपाल रेलवे स्टेशन तक श्री जी एस मर्सकोले द्वारा अपने वाहन से छोड़कर बड़े ही आदर भाव सत्कार के साथ विदाई की गई । इस मौके पर आगंतुक अतिथियों के अलावा श्री जी.एस. मर्सकोले के परिवार के सदस्य एवं उनकी पत्नी डॉक्टर अंजना सिंह मर्सकोले एवं यूटीजीए के गोंडी भाषा संरक्षण संवर्धन प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं गोंड समाज महासभा गोंडी भाषा संरक्षण समर्थन प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष संजू वाडीवा उपस्थित रहे। समय अभाव के कारण भोपाल के सामाजिक संगठन के पदाधिकारियों को इसकी सूचना नहीं दी जा सकी फिर भी यह कुछ पलों का क्षणिक मुलाकात आत्मीय और शानदार रहा ।