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सांसद की उपजाई समस्या का समाधान करा रहे विधायक ?

सांसद की उपजाई समस्या का समाधान करा रहे विधायक ?
माचागोरा बांध से 70 किलोमीटर दूर भीमगढ़ बांध तक सिवनी वासियों की प्यास बुझाने आयेगा पानी 

सिवनी विधायक का प्रयास और अधिकारियों की कोशिश से पेयजल संकट से मिलेगी निजात 

माचागोरा से भीमगढ़ बांध इंटकबेल तक पानी पहुंचने के दौरान उठ रहे कई सवाल 

सिवनी। गोंडवाना समय। 

बैनगंगा नदी का उद्गम स्थल वाला जिला, एशिया के एकमात्र मिट्टी का बांध का इतिहास समेटे हुये सिवनी जिला मुख्यालय ही पेय जल संकट से उबर रहा है। सिवनी शहर के निवासी के लिये पानी की त्राही त्राही मची हुई है। राजनैतिक दल पूरा जोर पेयजल संकट से निबटने के लिये लगा रहे है वहीं जल संकट के दौरान कांग्रेस पार्टी ने पूरी कोशिश किया कि पानी के टेंकरों से समस्या का समाधान किया जावे एवं जनता को पानी उपलब्ध कराया जाये।                     


नगर पालिका परिषद सिवनी के साथ साथ इसमें कांग्रेस पार्टी ने कोई कसर नहीं छोड़ी। वहीं दूसरी ओर सत्ताधारी दल भाजपा भी भले ही अपनी ही पार्टी की सांसद श्रीमती भारती पारधी का विरोध जल संकट खड़ा करने के लिये विशेष भूमिका निभाने के मामले में कोई विरोध नहीं कर पाई लेकिन भाजपा जिला अध्यक्ष सोशल मीडिया के माध्यम से जल संकट के समय जनता की मदद करने के लिये वक्तव्य देते जरूर नजर आई।
                वहीं सिवनी विधायक और उनके समर्थक तो कांग्रेस से एक कदम आगे बढ़कर पेयजल संकट के समय जनता की मदद करने के लिये टेÑक्टर वाला नहीं ट्रक वाला टेंकर लगाकर पानी वितरण करते नजर आये। हां इतना जरूर है कि कांग्रेस और भाजपा ने श्रेय लेने में सोशल मीडिया में कोई कसर नहीं छोड़ा, मेहनत का फल मिलना भी जरूरी है। 

सांसद की समस्या का समाधान विधायक कर रहे 

अब भाजपा सांसद श्रीमती भारती पारधी की पैदा की हुई समस्या का समाधान करने का प्रयास भाजपा के विधायक दिनेश राय मुनमुन करने का प्रयास कर रहे है। इसके लिये माचागोरा बांध का पानी भीमगढ़ बांध तक लाने का प्रयास किया जा रहा है जिसकी दूरी लगभग 70 किलोमीटर होगी।
            दिनांक 19 अप्रैल 2025 को स्वागत सत्कार हर्ष उल्लास के साथ माचागोरा बांध से छोड़ा गया पानी आगे कितने दिनों में इंटकबेल तक पहुंचेगा यह भविष्य पर निर्भर है। हां लेकिन सिवनी की जनता ने ताली व थाली बजाकर और बिजली गोल करके खुशियां मनाना शुरू कर दिया है। अंधभक्त समर्थकों की खुशियां तो सोशल मीडिया से लेकिन आसमान में भी दिखाई दे रही है। 

दर्द देने के बाद दवा देने की कोशिश की कलई खुल चुकी है

सिवनी शहर में पेयजल संकट के लिये जिम्मेदारी से भले ही सांसद और नगर पालिका भागती और छिपती नजर आ रही है लेकिन वास्तविकता बुद्धिजीवि और अशिक्षित भी समझ रहे है। ग्रीष्मकाल में किसानों के लिये पानी छुड़वाने के लिये दबाव बनाने में सफल होने वाली भाजपा सांसद के खिलाफ भले ही हेराल्ड मामले में पुतला फॅूंकन वाले भाजपाई मौनी बाबा बन जाये और नगर पालिका परिषद सिवनी पर भी पेयजल संकट के लिये धरने पर बैठका हाय तौबा मचाने वाले भाजपाईयों की दर्द देने के बाद दवा देने की कोशिश की कलई खुल चुकी है। 

सूखी नदियां और नहरे कितना पानी सोख लेंगी 

अब सवाल यह उठता है कि माचागोरा बांध से भीमगढ़ बांध की दूरी मान लो लगभग 70 किलोमीटर होगी। माचागोरा बांध से 19 अप्रैल 2025 को छोड़ा गया पानी रास्ते में पड़ने वाली सूखी नदियां और नहरों में कितना पानी सोख लेंगी। नहरों के माध्यम से भी कितना पानी अनावश्यक सीपेज होगा, इसका पुख्ता अनुमान तो तकनीकि जानकार ही लगा सकते है। 

सिवनी का पानी चोरी चला गया कि हो रही थी चर्चा 

आगे यह भी सवाल उठता है कि भीमगढ़ बांध से सिवनी शहर के लिये पेयजल उपलब्ध कराने वाले इंटकबेल तक कितने दिनों में पानी पहुंचेगा। वहीं नगर पालिका परिषद सिवनी कितने दिनों में इंटकबेल में जो कमी जल संसाधन विभाग के द्वारा बताई जा रही है उसे कैसे और कब पूरा कर पायेंगे ताकि इंटकबेल तक पानी आ जाये और सिवनी शहर को पानी उपलब्ध हो जावे।
            सिवनी की जनता ने माचागोरा बांध से पानी छोड़े जाने पर राहत की सांस लेना शुरू कर दिया है। जो जनता पहले सिवनी का पानी बालाघाट चोरी चला गया कि चर्चा कर रहे थे अब वे माचागोरा से पानी छोड़े जाने पर खुशियां मनाते नजर आ रहे है। 


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