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रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ाया पलारी पुलिस चौकी प्रभारी राजेश शर्मा

रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ाया पलारी पुलिस चौकी प्रभारी राजेश शर्मा 

सिवनी पुलिस प्रशासन के ईमानदार चौकी प्रभारी राजेश शर्मा के भ्रष्टाचार की कलई लोकायुक्त ने खोली

सिवनी। गोंडवाना समय। 

पुलिस प्रशासन के चहेते पलारी पुलिस चौकी प्रभारी राजेश शर्मा ने चौकी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले विशेषकर आदिवासियों के होने वाले अन्याय, अत्याचार, शोषण के मामले समझौता कराने में मुख्य भूमिका निभाया इसके एवज में रूपया भी वसूला।
                


इसके साथ साथ किसानों व ग्रामीणों से कमाई करने का अड्डा पलारी पुलिस चौकी को बना लिया था। सिवनी पुलिस प्रशासन का ईमानदार पलारी पुलिस चौकी प्रभारी राजेश शर्मा की असलियत को लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वत देते हुये रंगे हाथों पकड़कर उजागर कर दिया है। 

एफआईआर को कमजोर करने के एवज में मांगी थी रिश्वत 


पुलिस महानिदेशक लोकायुक्त श्री योगेश देशमुख के भ्रष्टाचार के विरुद्ध सख्त कार्रवाई किए जाने के निर्देश पर जबलपुर लोकायुक्त इकाई की ट्रेप कार्यवाही किया है। सिवनी जिले के अंतर्गत पलारी पुलिस चौकी को भ्रष्टाचार का अड्डा बनाने वाले प्रभारी राजेश शर्मा को 6 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। पलारी पुलिस चौकी प्रभारी राजेश शर्मा ने एफआईआर को कमजोर करने के एवज में रिश्वत मांगी थी। 

15000 रुपये रिश्वत की मांग रहे थे पलारी पुलिस चौकी प्रभारी राजेश शर्मा 


सिवनी जिले के पलारी चौकी प्रभारी को 11 जून 2025 को शाम लगभग 5:30 बजे लोकायुक्त जबलपुर टीम ने 6 हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा है। लोकायुक्त उप पुलिस अधीक्षक नीतू त्रिपाठी ने जानकारी देते हुए बताया कि महेश राय पिता कंचनलाल राय उम्र 40 वर्ष निवासी ग्राम समनापुर पोस्ट डोकररांजी ने पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त जबलपुर को शिकायत की थी कि दिनांक 7 मई 2025 को मेरे ट्रैक्टर क्रमांक एमपी 22 एबी 4308 जिसमें थ्रेसर लगा था। जिससे गांव की महिला नर्मदा मरावी के पैर में चोट लग गई थी। जिसका मामला पुलिस चौकी पलारी में कायम हुआ, मामले को कमजोर करने के एवज में पुलिस चौकी प्रभारी राजेश शर्मा के द्वारा 15000 रुपये रिश्वत की मांग की जा रही थी। 

लोकायुक्त जबलपुर का दल शामिल रहा 

शिकायत सत्यापन उपरांत 11 जून 2025 को पुलिस चौकी पलारी थाना केवलारी में चौकी प्रभारी कार्यवाहक उप निरीक्षक श्री राजेश कुमार शर्मा को रिश्वत 6000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया तथा आरोपी के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधन) 2018 की धारा-7, 13(1) बी, 13 (2) के अंतर्गत कार्यवाही की जा रही है। ट्रेप दल में उप पुलिस अधीक्षक नीतू त्रिपाठी, निरीक्षक नरेश बेहरा, निरीक्षक कमल सिंह उईके एवं लोकायुक्त जबलपुर का दल शामिल रहा।

आदिवासी युवती को 21 दिनों तक समझौता करने दबाव बनाते रहे थे चौकी प्रभारी राजेश शर्मा 


मैं भी हूं अभिमन्यू अभियान के दौरान सिवनी पुलिस प्रशासन का ईमानदार पलारी पुलिस चौकी प्रभारी राजेश शर्मा आदिवासी युवती के मामले में 21 दिनों तक पलारी पुलिस चौकी से केवलारी पुलिस चौकी का चक्कर लगवाते रहे, इसके बाद उच्च स्तरीय शिकायत व मीडिया की सुर्खियां बनने के 21 दिनों के बाद एफआईआर दर्ज की गई थी।
            जबकि उस समय मैं भी अभिमन्यू अभियान बड़े ही जोर-शोर से सोशल मीडिया में वाहवाही लूट रहा था। उसी दौरान आदिवासी बाहुल्य जिला सिवनी में अभिमन्यू गांधी छाप के साथ-साथ पलारी पुलिस चौकी प्रभारी राजेश शर्मा के चक्रव्यू में ऐसे फंसा रहा कि वह बड़ी मुश्किल से 21 दिन बाद निकल पाया। ईमानदार पुलिस प्रशासन की सिवनी जिले में व्यवस्था के चलते गांधी छाप के आगे अभिमन्यू चक्रव्यू से मुक्त ही नहीं हो पा रहा है। 

18 सितंबर को शिकायत करने के बाद 10 अक्टूबर को एफआईआर दर्ज किया था 

हम आपको बता दे कि आदिवासी युवती के द्वारा पलारी पुलिस चौकी में 18 सितंबर 2024 को शिकायत करने के बाद 10 अक्टूबर 2024 को एफआईआर दर्ज हुई थी। इसके पीछे एक ही कारण था कि आदिवासी युवती को एफआईआर ने करते हुये लालच देकर प्रताड़ित करने वाले व बदनाम कर अपमानित करने वाले युवक से समझौता करने का दबाव बना रहे थे।
                     इस मामले को गोंडवाना समय ने प्रमुखता से उठाया था लेकिन सिवनी पुलिस प्रशासन ने कोई संज्ञान नहीं लिया था क्योंकि पलारी पुलिस चौकी प्रभारी सिवनी पुलिस प्रशासन का चहेता और ईमानदार चौकी प्रभारी थे। पलारी पुलिस चौकी प्रभारी राजेश शर्मा की ईमादारी की असलियत की कलई को लोकायुक्त पुलिस ने खोलकर सिवनी जिला पुलिस प्रशासन की आंखे भी खोल दिया है। 

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