क्या आदिवासी विधायक कमल मर्सकोले के साथ हुआ षड़यंत्र ?
लाड़ली बहना कार्यक्रम में भाषण की सूची में काटा गया आदिवासी विधायक का नाम
कमल मर्सकोले भाषण देने के लिये नंबर आने की राह देखते रहे,
जनजाति गौरव दिवस अभियान के दौरान जनजाति विधायक का मुख्यमंत्री के समक्ष हुआ अपमान
स्वयं विधायक कमल मर्सकोले ने कहा मेरे साथ षड़यंत्र हुआ है, भोपाल में रखुंगा बात
सिवनी विधायक, भाजपा जिला अध्यक्ष ने या कलेक्टर आखिर किसने कटवाया आदिवासी विधायक का नाम
जनजाति वर्ग के सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते और विधायक कमल मर्सकोले को क्यों किया गया अनदेखा
सिवनी। गोंडवाना समय।
जनजाति गौरव दिवस कार्यक्रम के लिये भाजपा पूरे देश में जनजाति वर्ग के सम्मान उनके गौरव का गुणगान गांव-गांव कर रही है।
वहीं जनजाति बाहुल्य सिवनी जिले की जनजाति वर्ग के आरक्षित बरघाट विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के विधायक कमल मर्सकोले को मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के प्रदेश स्तरीय व जिला स्तर में सिवनी मुख्यालय में आयोजित लाड़ली बहना कार्यक्रम में भाषण देने के लिये बनाई गई सूची में जनजाति वर्ग के विधायक कमल मर्सकोले का नाम काटकर उन्हें मौका नहीं देने का मामला अब उबाल और बबाल मचा रहा है।
वहीं इस मामले में भाजपा विधायक कमल मर्सकोले ने भी सवाल उठाया है कि आखिर क्यों मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में भाषण की सूची से उनका नाम हटाया गया है। हालांकि मुख्यमंत्री के संज्ञान में आने पर जनजाति वर्ग के विधायक कमल मर्सकोले को भाषण देने का मौका तो मिला लेकिन वे जिस तरह से बरघाट विधानसभा सहित जनजाति वर्ग के लिये मुख्यमंत्री के समक्ष मांग रखना चाह रहे थे वह अधूरी रह गई क्योंकि उन्हें वैसा समय दिया ही नहीं गया।
अब सवाल यह उठताा है कि आखिर जनजाति वर्ग के विधायक कमल मर्सकोले का नाम काटने के पीछे किसका हाथ है सिवनी विधायक, भाजपा जिला अध्यक्ष या कलेक्टर लेकिन जनजाति वर्ग के विधायक का दर्द छलक कर जनजाति गौरव दिवस कार्यक्रम के लिये आयोजित प्रेस वार्ता में सामने आया है।
मुख्यंत्री के हस्तक्षेप के बाद कमल मर्सकोले को मिला मौका
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की उपस्थिति में बीते दिनों सिवनी मुख्यालय में लाड़ली बहना के खातों में 1500 रूपये की राशि डालने का राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया था। उक्त कार्यक्रम में जनजाति वर्ग के भाजपा सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते और बरघाट विधायक कमल मर्सकोले भी मौजूद थे।
कार्यक्रम के दौरान बालाघाट सासंद और सिवनी विधायक दोनो ने भाषण देने का अवसर मिला। वहीं मण्डला सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते और बरघाट विधायक कमल मर्सकोले को भाषण देने के मामले में सूची में नाम को लेकर खींचातानी होने की चर्चा है।
सबसे अहम बात यह है कि कमल मर्सकोले अपना नाम का इंतजार करते रहे लेकिन मुख्यमंत्री के नाम का एलान होने के पहले बड़ी मुश्किल से मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के संज्ञान में लाने के बाद ही जनजाति वर्ग के विधायक कमल मर्सकोले को भाषण देने का अवसर मिल पाया। जिसके लिये उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार भी व्यक्त किया।
आखिर किसने रची साजिश
लाड़ली बहना कार्यक्रम में बरघाट विधायक कमल मर्सकोले का नाम भाषण की सूची में काटे जाने को लेकर बरघाट विधायक कमल मर्सकोले ने कहा कि इस संबंध में उन्होंने तत्काल भाजपा जिला अध्यक्ष को अवगत कराया था। वहीं हैलीपेड पर कलेक्टर से सूची से नाम काटे जाने को लेकर चर्चा किया था जिस पर कलेक्टर ने कहा था कि मुझे इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है। वहीं विधायक कमल मर्सकोले ने यह भी कहा कि इस मामले को लेकर वह उचित मंच पर भोपाल में संगठन के साथ सत्ता तक आवाज उठायेंगे। बरघाट विधायक ने यह भी कहा है कि उनके साथ साजिश षड़यंत्र भी रचा गया है। आखिर किसने यह साजिश रचा है, यह अब राजनीति चर्चा का विषय बन गया है।
भाजपा जिला अध्यक्ष मीना बिसेन रही खामोश
वहीं हस पूरे मामले में भाजपा जिला अध्यक्ष मीना बिसेन सवालों का जवाब देने में असमर्थ ही नजर आई। बरघाट विधायक कमल मर्सकोले का नाम कैसे कटा किसने कटा इस मामले को लेकर प्रश्नों का जवाब का भाजपा जिला अध्यक्ष मीना बिसेन नहीं दे पाई।



