डीआर सेंटर में वीवीपैट मशीन का प्रदर्शन
नरसिंहपुर। गोंडवाना समय। मतदाता जागरूकता कार्यक्रम के अंतर्गत जिला न्यायालय परिसर स्थित एडीआर सेंटर के सभाकक्ष में वीवीपैट मशीन का प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश आरके नागपुरे, विशेष न्यायाधीश आनंद तिवारी, न्यायाधीश एडीजे एसके पांडे, किरण सिंह, विवेक पटैल, एनके अहिरवार, अन्य न्यायाधीशगण और न्यायालयीन कार्यों से जुड़ा स्टाफ मौजूद था। इस दौरान प्रो. सीएस राजहंस और डॉ. मनीष अग्रवाल ने ईवीएम/ वीवीपैट मशीन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। पॉवर प्वाइंट प्रजेंटेंशन के माध्यम से प्रस्तुतिकरण किया गया। इस अवसर पर मॉकपोल का प्रदर्शन भी किया गया। उन्होंने वीवीपैट मशीन से वोट देने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वोटिंग मशीन में किसी भी तरह की छेड़छाड़ संभव नहीं है। वोटिंग मशीन पूरी तरह सुरक्षित है कार्यक्रम के दौरान बताया गया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा आगामी माहों में विधानसभा के चुनाव कराये जाना है। इन चुनाव में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन के साथ वीवीपैट अर्थात वोटर वेरीफाएबल पेपर आॅडिट ट्रेल एक तरह की मशीन है, जिसे ईवीएम के साथ जोड़ा गया है। इसका फायदा यह होता है कि जब कोई मतदाता ईवीएम का इस्तेमाल करते हुए अपना वोट देता है, तो वह उस मशीन में उस प्रत्याशी का नाम और चुनाव चिन्ह भी देख सकता है, जिसे उसने वोट दिया है। वीवीपैट के अंतर्गत वोट डालने के तुरंत बाद मशीन में कागज की एक पर्ची बनती है, जिस पर उस उम्मीदवार का नाम एवं चुनाव चिन्ह छपा होता है, जिसे वोट दिया है। ईवीएम में लगे शीशे के एक स्क्रीन पर यह पर्ची केवल 07 सेकंड के लिए दिखती है। इसलिए मतदाता को बैलिट यूनिट में बटन दबाने के साथ ही वीवीपैट की स्क्रीन पर भी नजर रखनी होगी। जिससे वह देख सकें कि वोट किसको गया। इसके साथ ही पर्ची कटकर मशीन में चली जायेगी।28 अक्टूबर तक जुड़ सकेगा नाम
कार्यक्रम में प्रो. राजहंस ने बताया कि ऐसे अधिकारी- कर्मचारी जिनका इस जिले की मतदाता सूची में नाम नहीं है वे अपना नाम सूची में जुड़वाने के लिए राष्ट्रीय मतदाता सेवा पोर्टल (एनवीएसपी- नेशनल वोटर्स सर्विसेज पोर्टल) पर आॅनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए 28 अक्टूबर तकआवेदन करना होगा, जिससे उनका नाम मतदाता सूची में जुड़ सकेगा।
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