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आचार्य श्री विद्यासागर महाराज ने मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ को दिया आशीर्वाद

आचार्य श्री विद्यासागर महाराज ने मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ को दिया आशीर्वाद 

अगले चार माह में खुलेंगी 1000 गौ शालाएँ

एक लाख निराश्रित गौ-वंश को मिलेगा आसरा, 40 लाख मानव दिवसों का निर्माण होगा, मुख्यमंत्री कमल नाथ ने दिए प्रोजेक्ट गौ-शाला पूरा करने के निर्देश

भोपाल। गोंडवाना समय।
राज्य सरकार ने ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए अगले चार माह के भीतर 1000 गौ-शालाएँ खोलने का निर्णय लिया है। इसमें एक लाख निराश्रित गौ-वंश की देख-रेख होगी और 40 लाख मानव दिवसों का निर्माण होगा। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में अब तक कोई भी शासकीय गौ-शाला नहीं खोली गयी थी । मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंत्रालय में वचन पत्र का एक और वचन पूरा करते हुए प्रोजेक्ट गौ-शाला को तत्काल पूरा करने के निर्देश दिए। ग्रामीण विकास विभाग प्रोजेक्ट गौ-शाला का नोडल विभाग होगा। ग्राम पंचायत, स्व-सहायता समूह, राज्य गौ-संवर्धन बोर्ड से संबद्ध संस्थाएँ एवं जिला समिति द्वारा चयनित संस्थाएँ प्रोजेक्ट गौ-शाला का क्रियान्वयन करेंगी। मुख्यमंत्री ने निजी संस्थाओं से भी इस परियोजना में भाग लेने का आग्रह किया। उन्होंने स्वामित्व संचालन और प्रबंधन के आधार गौ-शालाओं के संचालन की सम्भावनाएँ तलाशने के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रोजेक्ट गौ-शाला से शहरों और गाँवों में निराश्रित पशुओं द्वारा पहुँचाये जा रहे नुकसान से निजात मिलेगी। निराश्रित पशुओं को घर आश्रय मिलेगा। साथ ही ग्रामीण रोजगार के भी अवसर निर्मित होंगे। चार माह बाद इन गौ-शालाओं का विस्तार होगा।  बैठक में बताया गया कि प्रदेश में 614 गौ-शालाएँ हैं जो निजी क्षेत्र में संचालित है। अब तक एक भी शासकीय गौ-शाला संचालित नहीं है। गौ-शाला प्रोजेक्ट के लिए कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समिति होगी। विकासखंड स्तर की समिति में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व अध्यक्ष होंगे। गौ-शाला में शेड, ट्यूबवेल, चारागाह विकास, बायोगैस प्लांट, नाडेप, आदि व्यवस्थाएँ होंगी। फंड की व्यवस्था पंचायत, मनरेगा, एमपी-एमएलए फंड तथा अन्य कार्यक्रमों के समन्वय से होगी। जिला समिति गौ-शालाओं के लिए स्थल चुनेंगी। बैठक में पशुपालन मंत्री लाखन सिंह यादव, कृषि मंत्री सचिन यादव, राजस्व मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल, मुख्य सचिव श्री एस.आर. मोहंती और सम्बंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।    

निराश्रित गौ-वंश के लिये गौ-शाला खोलने के निर्णय पर
आचार्य श्री विद्यासागर महाराज ने मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ को दिया आशीर्वाद

मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ को आचार्य श्री विद्यासागर महाराज ने निराश्रित गौ-वंश के लिये एक हजार गौ-शालाएँ खोलने के निर्णय पर अपना आशीर्वाद दिया है। आचार्य श्री का यह संदेश लेकर आज ब्रह्मचारी बहन डॉ नीलम जैन, सुश्री रेखा जैन एवं श्री प्रेयश कुमार जैन ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की।आचार्य विद्यासागर महाराज ने अपने आशीर्वाद संदेश में इस बात पर खुशी जाहिर की कि इससे मूक-पशु गाय का संरक्षण होगा। उन्हें आश्रय मिलेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ के इस निर्णय को प्रेरक बताया। आचार्य श्री विद्यासागर महाराज ने मुख्यमंत्री को सागर जेल में कैदियों के लिये बनाए विशेष प्रशिक्षण सेल के शुभारंभ कार्यक्रम मे भी आमंत्रित किया। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ के निराश्रित गौ-वंश के लिये गौ-शालाएँ खोलने के निर्णय की पूरे प्रदेश में व्यापक सराहना हुई है। गौ-शालाओं के संचालकों को मुख्यमंत्री की इस पहल से उम्मीद हुई है कि प्रदेश में गो-धन और वंश की रक्षा हो सकेगी। ग्वालियर के लाल टिपारा में नगर निगम की गौ-शाला में 7 हजार गौ-वंश की देखभाल कर रही श्री कृष्णायन संस्था के महंत स्वामी ऋषभ देवानंद ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ की पहल सराहनीय और संघर्षमय पहल है। उन्होंने सुझाव दिया कि गौ-वंश के संरक्षण के लिए गोचर की व्यवस्था और प्रबंधन के साथ ही इस काम में सेवाभावी संतों को जोड़ा जाये, तो मुख्यमंत्री अपने प्रोजेक्ट गौ-शाला को साकार कर सकेंगे। इंदौर में अहिल्या माता गौ-शाला संचालित करने वाले श्री रवि सेठी ने कहा कि वे वर्षों से गौ-संरक्षण एवं गौ-उत्पाद के क्षेत्र में सेवा की भावना से काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने गौ-संरक्षण और निराश्रित गायों के लिये जो कदम उठाया है वह अच्छी सोच के साथ सकारात्मक पहल है। उनके इस अभियान में अहिल्या माता गौ-शाला पूरा सहयोग प्रदान करेगी। प्रयास साकार होंगे और गौ-धन की रक्षा होगी - उत्तम यादव राधा रानी गौ-शाला, छतरपुरछतरपुर जिले के ग्राम पंचायत कुर्रा पट्टी के ग्राम सपन पट्टी में राधारानी गौ-शाला संचालित करने वाले श्री उत्तम यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री के इस निर्णय से गौ-माता के संरक्षण के प्रयास न केवल साकार होंगे बल्कि गौ-धन की रक्षा हो सकेगी। श्री यादव ने बताया कि उनकी 11 लोगों की समिति वर्तमान में 30-35 गायों का पालन कर रही है।

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