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प्रधानमंत्री ने उच्च अश्व शक्ति के मालवाहक डब्ल्यूएजीसी 3 रेल इंजन को दिखाई हरी झंडी

प्रधानमंत्री ने उच्च अश्व शक्ति के मालवाहक डब्ल्यूएजीसी 3 रेल इंजन को दिखाई हरी झंडी

छिंदवाड़ा जिले के अमरवाड़ा से मुकेश डेहरिया इंजन बनाने में शामिल्

प्रधानमंत्री ने कहा कि वाराणसी को नये भारत का एक महत्वपूर्ण केन्द्र बनाने की दिशा में उल्लेखनीय प्रयास है। वाराणसी स्थित डीएलडब्ल्यू से रवाना की गई लोकोमोटिव ट्रेन का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि मेक इन इडिया के तहत की गई इस पहल से भारतीय रेलवे की क्षमता और गति बढ़ाने में मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि पिछले साढ़े चार वर्षों के दौरान रेलवे में व्यापक बदलाव लाने के लिए विभिन्न कदम उठाए गए हैं और दिल्ली एवं वाराणसी के बीच चलने वाली भारत की प्रथम सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं से न केवल आवाजाही में आसानी होगी, बल्कि इससे वाराणसी, पूर्वांचल और निकटवर्ती क्षेत्रों में नये उद्यमों की स्थापना का मार्ग भी प्रशस्त होगा।

नई दिल्ली। गोंडवाना समय।
प्रधानमंत्री, भारत सरकार श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिनांक 19 फरवरी, 2019 को दुनिया का पहला डीजल से विद्युत में परिवर्तित 10000 अश्व शक्ति का ट्विन रेल इंजन राष्ट्र को समर्पित किया गया। डीजल रेल इंजन कारखाना, वाराणसी में आयोजित लोकार्पण समारोह में प्रधानमंत्री ने इस उच्च अश्व शक्ति के मालवाहक डब्ल्यूएजीसी 3 रेल इंजन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया । लोकार्पण से पूर्व प्रधानमंत्री ने रेल इंजन के बारे में आकर्षक प्रदर्शनी, वीडियो फिल्म एवं रेल इंजन कैब का अवलोकन किया ।
इस अवसर पर माननीय राज्यपाल, उत्तर प्रदेश श्री राम नाईक मुख्य मंत्री, उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ, रेल राज्य मंत्री एवं संचार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मनोज सिन्हा एवं संसद सदस्य चन्दौली डॉ. महेन्द्र नाथ पाण्डेय उपस्थित थे । प्रधानमंत्री ने विद्युत रेल इंजन के निर्माण में लगे डीएलडब्ल्यू, सीएलडब्ल्यू एवं आरडीएसओ के कर्मचारियों तथा अधिकारियों को बधाई दी एवं ग्रुप फोटो लिया गया ।

लोकोमोटिव कमिश्नग हेतु बंगलादेश भी जा चुके हैं मुकेश डेहरिया

डीजल रेल इंजन कारखाना, वाराणसी की टीम में छिंदवाड़ा जिले के अमरवाड़ा निवासी इंजीनियर मुकेश कुमार डेहरिया पिता श्री हरिसिंग डेहरिया भी शामिल थे। पूरी टीम को प्रधानमंत्री ने बधाई दी है। इंजीनियर मुकेश कुमार ने विगत वर्षों में भी जिले का नाम रोशन किया है। वर्ष 2014 में इन्हें लोकोमोटिव कमिश्नग हेतु बंग्लादेश भेजा गया था। वर्ष 2015 में इन्हें उटए/ऊछह द्वारा उटए अवार्ड तथा वर्ष 2016 में ॠट/ऊछह द्वारा ॠट अवार्ड से सम्मानित किया गया था। वर्ष 2016-17 में डीजल रेल इंजन कारखाना में विद्युत रेल इंजन का निर्माण शुरू हुआ था। प्रथम विद्युत रेल इंजन के निर्माण में इंजी मुकेश कुमार द्वारा किये गए उत्कृष्ट कार्य के लिए रेलमंत्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। यह पुरष्कार तत्कालीन रेल मंत्री माननीय श्री सुरेश प्रभु जी द्वारा दिया गया था।

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