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पांच दिवसीय कोया पुनेम गोंडी धर्म दर्शन कार्यक्रम हर्ष उल्लास के साथ हुआ सम्पन्न

पांच दिवसीय कोया पुनेम गोंडी धर्म दर्शन कार्यक्रम हर्ष उल्लास के साथ हुआ सम्पन्न

गोंडी धर्म कोया पूनम धर्म दर्शन में उमड़ा जन सैलाव

दमोह। गोंडवाना समय। 
गोंडी धर्म दर्शन के अनुसार कोया पुनेम पांच दिवसीय कार्यक्रम दमोह जिले की तहसील तेंदूखेड़ा जिला मुख्यालय से करीब 43 किलोमीटर दूर सर्रा ग्राम फुलर में आयोजित हुआ। गोंडीधर्म दर्शन के सुविख्यात विद्वान धमार्चार्य तिरू सोहन शाह पन्द्रे जी द्वारा प्रवचनों से आदिवासी गोंडी समाज का मार्गदर्शन किया । जिसमें दमोह जिले की समस्त गोंड आदिवासी समाज कोया गोंडी धर्म दर्शन करने पहुंचे जिसमें यह धार्मिक अनुष्ठान 27 जनवरी 2019 से प्रारंभ होकर 1 फरवरी 2019 को दिन शुक्रवार को हर्ष उल्लास के साथ संपन्न हुआ । जिसमें दमोह जिले के समस्त आदिवासी वर्ग और कोया पुनेम धर्म दर्शन हेतु गोंडियन सगा समाज के अधिकारी कर्मचारी गण के साथ गोंड समाज महासभा दमोह एवं गोंड़वाना कर्मचारी अधिकारी संघ दमोह के समस्त पदाधिकारियों के साथ भारी संख्या में दिन-प्रतिदिन शामिल हुये और धर्म लाभ अर्जित किया । आपको बता दें कि गोंडी धर्म आदिवासी गोंड समाज के प्रथम गुरु पहंदीपारी कुपार लिंगो द्वारा इस धर्म का स्थापना की गई थी । यह धर्म करोड़ो वर्ष पुराना कोया पुनेम गोंडी धर्म कहलाता है । इस धर्म के लोग प्राकृतिक पूजक हैं यह कोई काल्पनिक शक्ति को नहीं पूजते यह केवल प्रकृति से जुड़ी महान शक्तियां जल,वायु, अग्नि, पृथ्वी, आकाश, और अपने बूढ़ादेव का फड़ापेन, बड़ा देव और लिंगवासी पूर्वजों को पूज्ते हैं यह कोई काल्पनिक भगवानों को नहीं मानते। प्राकृतिक दर्शन करते हुए अपने गोंडी धर्म के प्रति समस्त आदिवासी समाज को जागृत करने में गांव-गांव जागृति लाई जा रही है और देखने को मिल रहा है।
वही गोंड समाज  महासभा मप्र के सह-सचिव तिरुमाल कौंशल सिंह पोर्ते ने बताया है कि गोंड समाज महासभा मप्र द्वारा हर जिले, कस्बे में अपनी गोंडी समाज के बीच गोंडी धर्म को प्रचलित कर प्रचार-प्रसार किया जा रहा है और अपने समाज में जन जागृति लाने के लिए इस गोंडी धर्म कार्यक्रम को कोया पुनेम गोंडी धर्म दर्शन के लिए प्रेरित कर लोगों को अपने हजारों वर्ष पहले स्थापित हुए प्राकृतिक गोंडी धर्म की ओर आकर्षित करने के लिए सभी का मार्गदर्शन करते हुए यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक किये जा रहें हैं। गोंड समाज महासभा युवा मोर्चा के जिला मीडिया प्रभारी कुँवर सुनील शाह ऐड़ाली ने बताया है कि गोंडी धर्म के प्रति समस्त गोंड आदिवासी समाज सभी पढ़े लिखे भाई-बहन जागृत हो रहे हैं और शिक्षित, संगठित होते जा रहे हैं जिसका परिणाम अच्छा देखा जा सकता है । कुछ वर्षों पहले की बात करें तो गोंडी धर्म को कम लोग ही जानते थे और आज पूरे भारत ने इसका धीरे धीरे प्रचार प्रसार हुआ और हम युवाओं ने पढ़े-लिखे समाज के बुद्धिजीवी बुजुर्गों ने इसे अपनाया और आज प्रचार प्रसार करते हुए सभी लोग हर्ष उल्लास गोंडी धर्म मान रहे हैं और से देखा जा रहा है जैसे कि सभी जगह  धर्म का प्रचार-प्रसार बड़े रूप में देखा जा सकता है। जिसमें समस्त मध्य प्रदेश के सभी जिलों में गोंडी धर्म प्रचार प्रसार तेजी से बढ़ता देखा जा सकता है। कार्यक्रम में हजारों लोगों की उपस्थिति रही। प्रमुख रुप सिंह गोंड समाज महासभा दमोह के पदाधिकारी सदस्यगण और गोंड आदिवासी समाज के लोग सम्मिलित हुए।

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