जापान जाकर सुलोचना काकोड़िया अपनी मजदूर मां का बढ़ायेगी सम्मान
छिंदवाड़ा। गोंडवाना समय।आदिवासी अंचल बिछुआ क्षेत्र के ग्राम गुम्मज खमरिया की रहने वाली रेखा काकोड़िया अपने पति का निधन हो जाने के बाद से ही मजदूरी कर अपना परिवार चलाती है और उनके पास मात्र एक एकड़ ही जमीन है लेकिन अपनी बिटिया को पढ़ाकर शिक्षित कराने में वह पीछे नहीं है तो वहीं मां रेखा काकोड़िया की बेटी सुलोचना काकोड़िया भी अपनी मां का सपना पूरा करने के लिये मेहनत कर पढ़ाई कर रही है । इसके साथ ही सुलोचना काकोड़िया ने भी अपनी पढ़ाई के साथ साथ आॅटोमैटिक टॉयलेट क्लीनर, इंस्पायर अवार्ड योजना के तहत बनाकर वह प्रथम स्थान पर आई है वह अब जापान जाकर अपने परिवार, समाज, शासकीय कन्या आश्रम बिछुआ का नाम के साथ साथ छिंदवाड़ा जिले का नाम भी रोशन करेगी । मजदूरी करने वाली मां रेखा काकोड़िा की आर्थिक स्थिति तो कमजोर है लेकिन मां की मेहनत को देखकर उसका उत्साह कम नहीं हुआ है सुलोचना काकोड़िया ने अपनी विषयों की पढ़ाई में कठिन परीश्रम कर रही है इसके साथ ही उसे विज्ञान व कला के क्षेत्र में भी विशेष लगाव है । सुलोचना काकोड़िया को स्वच्छता अभियान से प्रेरणा मिलने के बाद और देश में चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान से प्रेरित होकर उसे यह मॉडल बनाने का विचार आया तो वहीं इस मॉडल को बनाने में उच्च श्रेणी शिक्षक एस के पवार और संस्था की अधीक्षिका एस. सिंगमारिया का विशेष सहयोग रहा। आमतौर पर टॉयलेट साफ करने को लेकर लोगों के मन में घृणा का भाव रहता है। इसी उद्देश्य से आॅटोमैटिक टॉयलेट क्लीनर बनाया गया है। इस मशीन से फर्श और दीवार की सफाई भी की जा सकती है। छात्रा सुलोचना काकोड़िया को जापान जाने के लिये बधाईयां व शुभकामनायें दी जा रही है ।
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