17 साल बाद जिले में फिर दो डीईओ, हुआ था घमासान
सिवनी। गोंडवाना समय।
एसपी लाल के हाईकोर्ट से स्टे लाने के बाद सिवनी जिले में फिर 17 साल पुराने हालात निर्मित हो गए हैं। एसपी लाल और गोपाल सिंह बघेल दोनों डीईओ होने से जहां शिक्षा विभाग में पदस्थ अधिकारी-कर्मचारी दुविधाओं में है कि किस अधिकारी के पास फाइल लेकर जाएं और किसका कहना मानें। इसके पूर्व तकरीबन 17 साल पहले जब जिले के कलेक्टर वीएस निरंजन थे तब भी शासन के आदेश और कुर्सी के मोहजाल के चलते आरएल मण्डराह और एससी श्रीवास्तव दोनों ही डीईओ का दावा ठोंककर कार्यालय में बैठते थे।
गाली-गुफ्तार और टकरार की स्थिति हो गई थी निर्मित
जिला शिक्षा कार्यालय के सूत्रों की मानें तो आरएल मण्डराह और एससी श्रीवास्तव के बीच गाली गुफ्तार और टकरार तक हो गई थी। बताया जाता है कि जिला शिक्षा अधिकारी की कुर्सी में बैठने के लिए एक अधिकारी सुबह साढ़े दस बजे आफिस पहुंच जाता था तो दूसरा अधिकारी अगले दिन 10 बजे ही कार्यालय पहुंचकर कुर्सी में बैठ जाता था। ऐसे ही हालात जिला शासन की वजह से जिले में फिर बनने जा रहे हैं। हालांकि सूत्रों की मानें तो कांग्रेस की तबादला नीति के चलते प्रदेश के कई जिलों में जिला शिक्षा कार्यालय में इस तरह के आदेश बन रहे हैं।