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गीत, कहानी, चित्रकारी, खेलकूद व मनोरंजन के माहौल में लगेंगे स्कूल

गीत, कहानी, चित्रकारी, खेलकूद व मनोरंजन के माहौल में लगेंगे स्कूल

जॉयफुल लर्निंग से होगा शिक्षण सत्र का प्रारंभ 

छिन्दवाड़ा। गोंडवाना समय। 
आगामी शिक्षण सत्र एक अप्रैल 2019 से प्रारंभ हो रहा है । जिसकी शुरूआत विशेष बालसभा से की जायेगी जिसमें पालकों को सहभागिता के लिये आमंत्रित किया जायेगा । विगत वषार्नुसार इस वर्ष भी शिक्षण सत्र का प्रारंभ जॉयफुल लर्निंग से होगा । छात्रों को 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक बिना बस्ते के स्कूल आना है । विद्यालय में गीत, कहानी, चित्रकारी, खेलकूद एवं विभिन्न आनंददायी शैक्षणिक गतिविधियां कराई जायेगी । जॉयफुल लर्निंग के वीडियो भी शिक्षकों द्वारा बच्चों को दिखाये जायेंगे जिसके ई-कंटेंट शिक्षकों के एसडी कार्ड में विगत वर्ष उपलब्ध कराये गये है । प्रत्येक दिवस पूर्वान्ह में जॉयफुल लर्निंग अपरान्ह में दक्षता उन्नयन (गणित, भाषा) एवं शाला छूटने के एक घंटे पूर्व से खेलकूद गतिविधियां इंडोर/आउटडोर कराई जायेगी ।

1000 रूपये की राशि सरकारी स्कूलो को मिली 

खेलकूद सामग्री क्रय करने के लिये राज्य शिक्षा केन्द्र से एक हजार रुपए की राशि शासकीय शालाओं के एस.एम.सी. खातों में जारी की गई है । सभी शिक्षकों को निर्देशित किया गया है कि इस राशि से 31 मार्च के पूर्व आवश्यकतानुसार खेल सामग्री क्रय करें एवं अप्रैल माह में बच्चों द्वारा इसका उपयोग किया जाये । दक्षता उन्नयन कार्यक्रम अंतर्गत बच्चों को खेलकूद गतिविधियों के द्वारा गणित एवं हिन्दी के पर्याप्त अभ्यास कराये जायेंगे एवं बच्चों के द्वारा यदि गलती की जाती है तो त्रुटि सुधार कराया जाये, ताकि बच्चों का दक्षता उन्नयन हो सके । साथ ही पालको से अनुरोध किया जाये कि नवीन सत्र 2019-20 में एक अप्रैल से ही कक्षा पहली एवं छटवी में प्रवेश कराये । जॉयफुल लर्निंग की सतत मानिटरिंग एवं अकादमिक सहयोग जनशिक्षकों, विकासखंड स्तर एवं जिला स्तर से होगी । उक्त कार्यक्रम अप्रैल एवं जून माह में संचालित होगा । जिसमें समस्त शिक्षकों से अपेक्षा है कि वे शाला दिवसों में निर्धारित समय पर उपस्थित रहकर बच्चों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कर गतिविधियां आयोजित करें। उक्ताशय के विस्तृत निर्देश देते हुये जॉयफुल लर्निंग का उन्मुखीकरण 19 मार्च को डाइट छिन्दवाड़ा में किया गया था । जिसमें राज्य शिक्षा केन्द्र भोपाल से जिले की ओआईसी श्रीमती साधना यादव, जिला परियोजना समन्वयक श्री जी.एल.साहू, डाइट प्राचार्य श्रीमती अनघादेव, संजय दुबे एपीसी अकादमिक, एसआरजी सदस्य श्री सुनील विश्वकर्मा एवं श्री महेन्द्र तिवारी द्वारा किया गया जिसमें जिले के बीईओ, बीआरसी, बीएसी, जनशिक्षक उपस्थित थे ।

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