कांग्रेस ने नहीं निभाया वचन, सरकार ठेकेदारों को दे रही संरक्षण
म.प्र. बिजली आउटसोर्स कर्मचारी संगठन ने किया प्रदर्शन
छिंदवाड़ा। गोंडवाना समय।रविवार 3 मार्च 2019 को दोपहर 3:00 बजे मध्य प्रदेश बिजली आउटसोर्स कर्मचारी संगठन के तत्वाधान में कर्मचारी संगठन की प्रांतीय रैली परासिया रोड से प्रारंभ होकर पोला ग्राउंड छिंदवाड़ा में समाप्त हुई । मध्य प्रदेश बिजली आउटसोर्स कर्मचारी संगठन अपनी लंबित मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहा है । जिसमें जून 2005 से लेकर 14 वर्षों से चली आ रही ठेकेदारी प्रथा के दौरान प्रदेश के अंदर लगभग 400 बिजली आउटसोर्सिंग कर्मचारी या तो विकलांग हो गए या फिर उनकी मृत्यु हो गई परंतु इन मामलों में एफ आई आर दर्ज नहीं हुई और जो लोग घटना में घायल हुए उन्हें मुआवजा तक नसीब नहीं हुआ और दोषी अधिकारियों पर कोई कार्यवाही नहीं की इसकी जानकारी देते हुए मध्य प्रदेश बिजली कर्मचारी संगठन के प्रांतीय संयोजक मनोज भार्गव एवं छिंदवाड़ा जिले के अध्यक्ष राकेश सावले ने बताया कि मध्य प्रदेश के मंत्री बाला बच्चन की मौजूदगी में फरवरी 2019 को वल्लभ भवन भोपाल में घोषणा की थी कि लोकसभा चुनाव 2019 के कर्मचारियों की मांग करने को तैयार है वायदे के मुताबिक ठेका कर्मचारियों को ठेकेदारों के स्थान पर बिजली कंपनियों से तय करने की व्यवस्था हेतु आदेश जारी नहीं हुआ । इससे आक्रोशित कर्मचारी आंदोलन की राह पर हैं यदि ठेका प्रथा समाप्त हो जाती है तो राज्य सरकार की कि प्रतिवर्ष 276 करोड़ रुपए की राशि खर्च होने से बचेगी और ठेका कर्मियों के 476 करोड रुपए जो कि बिजली कंपनियों द्वारा बढ़ते जा रहे हैं वह भी बढ जाएंगे । ऐसी स्थिति में अब निर्णय सरकार के पास है कि वह ठेकेदारों को संरक्षण दे कर उन्हें पोषित करने का काम करना चाहती है या फिर ठेका कर्मचारियों को रैली में बड़ी संख्या में आउटसोर्स कर्मचारी शामिल थे ।
