खातेगांव से मध्य प्रदेश में गोंगपा ने किया लोकसभा चुनाव का शंखनाद
स्मार्ट भारत नहीं पहले गांव को बनाना होगा स्मार्ट
खातेगांव। गोंडवाना समय। विदिशा लोकसभा क्षेत्र के खातेगांव मुख्यालय में हजारों की तादात में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की जनसभा में पहुंचे जनसमुदाय को संबोधित करते हुये गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष दादा हीरा सिंह मरकाम जी ने कहा कि मध्य प्रदेश में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी लोकसभा चुनाव में जनविरोधी सरकारों के खिलाफ में चलाई गई नीतियों को मुद्दा बनाकर मैदान में उतरेगी । गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के कार्यकर्ताओं व व पदाधिकारियों को उन्होंने वन टू टेन फार्मूला के आधार पर लोकसभा चुनाव में अपनी भूमिका व सहभागिता निभाने के निर्देश दिये है उक्त जानकारी देते हुये गोंगपा के राष्ट्रीय महासचिव बलवीर सिंह तोमर ने बताया कि खातेगांव में हुये जनसभा में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष दादा हीरा सिंह मरकाम जी ने जनसभा में उपस्थित जनसमुदाय को देश में सरकार की नीतियों के चलते समाजिक, आर्थिक, नैतिकता का पतन गिरता जा रहा है और सरकार विकास का ढिंढौरा पीठ रही है । गांव का आदमी ही परेशान है, गांव की हालत खराब है गांव का किसान कर्जदार बनता जा रहा है और सरकार किसानों का कर्जा माफ करके वोट लेने के लिये राजनीति कर रही है जो कि सिर्फ राजनैतिक छलावा है । वहीं केंद्र सरकार के प्रधानमंत्री पर भी तंज कसते हुये कहा कि स्मार्ट भारत की बात नरेन्द्र मोदी कर रहे है जबकि भारत कृषि प्रधान देश है और भारत का किसान बदहाल व तंगहाल जीवन जीने को मजबूर है क्योंकि किसानों के लिये नहीं व्यापारियों व उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के लिये सरकार नीतियां बना रही है ।उन्होंने आगे कहा कि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी गांव को स्मार्ट बनाने की बात करती है और गांव को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने की बात करती है । किसानों के साथ साथ देश में श्रमवीरों की स्थिति भी दयनीय है मजदूरों को समय पर उनका मेहनाता सरकार नहीं दे पा रही है । देश में शिक्षा नीति की स्थिति भी षडयंत्रपूर्वक बनाई जा रही है सरकारी स्कूलों में गरीब, किसान-मजूदरों के बच्चों को सही पढ़ाई नहीं दी जा रही है । गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष दादा हीरा सिंह मरकाम ने आगे कहा कि वन अधिकार अधिनियम के लिये गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने लाखों आदिवासियों के साथ आंदोलन किया था तब कहीं जाकर सरकार वन अधिकार अधिनियम को मान्यता दिया था लेकिन लागू करने में ही कई वर्ष लगा दिये । इसके साथ ही इसके लिये जो पात्रता के आवेदन भरने थे उसमें शासन प्रशासन और सरकार की लापरवाही के चलते लाखों लोगों के आवेदनों को आमान्य कर दिया गया । इसी आधार पर एनजीओ की एक याचिका पर माननीय सुप्रीम कोर्ट ने लाखों आदिवासियों को बेदखली का आदेश दिया फिलहाल उसमें रोक लगाई गई है लेकिन आदिवासियों के लिये संघर्ष गोंडवाना गणतंत्र पार्टी करेगी । कार्यक्रम में गोंगपा के राष्ट्रीय महासचिव श्याम सिंह मरकाम ने संबोधित करते हुये गोंडवाना की ऐतिहासिक संस्कृति के साथ आजादी के बाद गोंडवाना आंदोलन की भूमिका क्या व किस तरह से काम करने की जानकारी दिया ।
आदिवासी बचेगा तो बचेगी भारत की संस्कृति-तोमर
खातेगांव में हुई आमसभा को संबोधित करते हुये गोंगपा के राष्ट्रीय महासचिव कुंवर बलवीर सिंह तोमर ने कहा कि बीते दिनों माननीय सुप्रीम कोर्ट एक निर्णय से कई आदिवासियों को वनभूमि से बेदखली का खतरा मंडरा रहा था लेकिन गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष दादा हीरा सिंह मरकाम ने तत्काल संगठन के पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी जिलों जिला अध्यक्षों के माध्यम से पुर्नविचार करने एवं बेदखली के आदेश पर रोक लगाये जाने के लिये ज्ञापन सौंपा जाये जिस पर सभी ने ज्ञापन सौंपकर मांग किया और माननीय सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगाने का आदेश दिया है इसके लिये गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की ओर माननीय सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद दिया गया । आगे कुंवर बलवीर सिंह तोमर ने कहा कि इस देश व दुनिया में धरती का प्रथम संचालन कर्ता यदि कोई है तो वह सिर्फ और सिर्फ आदिवासी ही है उसे देश में सरकारों की लापरवाही व षडयंत्र के तहत हटाया जा रहा था, उन्हें विस्थापित किया जा रहा था । देश में विकास के नाम पर लगभग 4 करोड़ से भी अधिक आदिवासियों को विस्थापित किय जा चुका है वहीं उन्होंने कहा कि जंगल में शेर को बचाने के नाम, प्रोजेक्ट के नाम पर, फेक्ट्री लगाने के नाम पर, आदिवासियों को उनकी जल, जंगल, जमीन से बेदखल करने का काम सरकार करती है ।वहीं उन्होंने मध्य प्रदेश में लाखों आदिवासियों के वन अधिकार अधिनियम के आमान्य आवेदन के लिये पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सरकार को जिम्मेदार ठहराया उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लाखों आदिवासियों को बेदखली करवाने में अपनी भूमिका निभाने में कोई कसर नहीं छोड़ा और इसका परिणाम यह हुआ कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ही सत्ता से बेदखल होना पड़ा। कुंवर बलवीर सिंह तोमर ने कहा कि यदि इस देश से आदिवासी जिस दिन समाप्त हो जायेगा उस दिन भारत की संस्कृति भी समाप्त हो जायेगी । खातेगांव की जनसभा में उन्होंने बताया कि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के साथ गुर्जर समाज, यादव समाज, जाट समाज, राजपूत समाज, भिलाला समाज, मुस्लिम समाज, एससी समाज के लोग भी काफी संख्या में मौजूद है ।