डेढ़ करोड़ के काम्पलेक्स और मंडी परिसर में ठेकेदार कर रहा घटिया काम
घटिया व कमजोर र्इंट,लोहा व मसाले में सेंध
सिवनी। गोंडवाना समय।छपारा के भीमगढ़ मार्ग पर स्थित खुर्सीपार गांव में डेढ़ करोड़ रुपए से बनाए जा रही मंडी के निर्माण कार्य में मप्र विपणन संघ तकनीकि विभाग जबलपुर का अमला और भोपाल का ठेकेदार घटिया काम को अंजाम देकर पलीता लगा रहा है। दुकान के काम्पलेक्स से लेकर परिसर तक में नजर दौड़ाऐं तो कई गड़बड़ियां सामने नजर आ रही हैं। बताया जाता है कि इंजीनियर कभी-कभार ही आ रहे हैं। ऐसे में ठेकेदार के कर्मचारी मनमर्जी से निर्माण कार्य को अंजाम दे रहे हैं।
1.65 करोड़ से किया जा रहा है निर्माण कार्य
बैनगंगा विपणन समिति के गोदाम से लगे एक एकड़ रकबे में विपणन विभाग द्वारा 1.65 करोड़ की लागत से मंडी परिसर का निर्माण कराया जा रहा है।इस मंडी परिसर में पांच दुकानों का काम्पलेक्स, स्टाफ क्वाटर व कार्यालय भवन सहित शौचालय का निर्माण घटिया व कमजोर ईंटों से किया जा रहा है। बगैर तराई कर कांक्रीटीकरण से तैयार कालम व बीम में कई जगह गहरे सुराग नजर आ रहे हैं। ठीक तरह से ढलाई न होने के कारण कांक्रीट के बाहरी हिस्से में गिट्टी दिखाई दे रही है। क्षेत्रवासियों के मुताबिक मंडी परिसर का निर्माण कर रहा ठेकेदार मनमाने तरीके से काम करवा रहा है। जबलपुर विपणन विभाग के तकनीकि अधिकारियों की देखरेख में चल रहे घटिया निर्माण पर अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।
मापदंड के विपरीत निर्माण
क्षेत्रवासियों के मुताबिक विपणन विभाग द्वारा छपारा में तैयार किए जा रहे मंडी परिसर में मापदंड के विपरीत काम चल रहा है। मंडी परिसर की दुकान, स्टाफ क्वाटर, आफिस व बाऊंड्रीवाल तैयार करने में हाथ भट्टे की कच्ची और घटिया ईंटों का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके अलावा तय मात्रा में रेत, सीमेंट व गिट्टी को मिक्स कर कांक्रीटीकरण नहीं किया जा रहा है।5 हजार वर्गफिट में मंडी परिसर
इस वजह से कांक्रीट के कालम और प्लिंथ बीम में गिट्टी दिखाई दे रही है। करीब 5 हजार वर्ग फिट में मंडी परिसर का स्ट्रेक्चर तैयार किया जाना है जबकि परिसर के अंदर व्यापारियों के लिए अनाज रखने और बोली लगाने इत्यादि की व्यवस्था की जानी है। व्यापारी व किसानों की सुविधा के लिए बन रहे इस मंडी परिसर के निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा जा रहा है। परिसर में रखी लोकल ईंट थोड़ी ऊंचाई से जमीन पर गिरते ही भरभराकर बिखर जाती हंै। इसके बावजूद ठेकेदार और तकनीकि अधिकारी निर्माण कार्य को गुणवत्ता युक्त बता रहे हैं। प्लिंथ बीम के कांक्रीट में बड़ी और गहरी दरारों को सीमेंट के मसाले से भरकर गड़बड़ी को छिपाने की कोशिश की जा रही है। विपणन विभाग ने इस मंडी परिसर के निर्माण का ठेका भोपाल के ठेकेदार राघवेंद्र द्विवेदी को दे रखा है। तकनीकी अधिकारी भी ज्यादा समय भोपाल व जबलपुर में रहते हैं जो कम समय के लिए निर्माण कार्य को देखने पहुंचते हैं।छपारा में मंडी परिसर निर्माण कार्य में अगर घटिया ईंटों का इस्तेमाल हो रहा है तो इसकी जांच की जाएगी। कांक्रीटीकरण में पर्याप्त तराई की जा रही है। बिल्डिंग निर्माण में गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।