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मोगली बाल उत्सव में मोगली बाल मित्रों ने सीखा पर्यावरणीय गतिविधियॉ

मोगली बाल उत्सव में मोगली बाल मित्रों ने सीखा पर्यावरणीय गतिविधियॉ

मोगली बाल उत्सव के दूसरे दिन प्रकृति से किया संवाद

सिवनी। गोंडवाना समय। 
राज्य स्तरीय मोंगली बाल उत्सव का दूसरा दिन प्रतिभागी छात्र छात्राओं के लिए रोमांचपूर्ण रहा । बाल समूह के बाल मोगली मित्रो ने पेंच नेशनल पार्क भ्रमण के दौरान तेंदुआ को अपनी आँखों के कैमरे से कैद करते हुये जीवन भर का यादगार पल अपने साथ ले जाने का वादा मोगली मित्रो से किया। बघीरा समूह के द्वारा ट्रेजर हंट एवं हैबिटाइट सर्च के दौरान पहेलियों से जंगल में छिपे रहस्य को खोज कर अपना ज्ञान बढ़ाया। जिन्हें वन विभाग एसडीओ तिवारी ने वन औषधियों पक्षियों की प्रजातियॉं, दीमक के बने घरों का रहस्य बाल मोगली मित्रो को बताया। का समूह के द्वारा नेचर ट्रेल में शामिल बच्चों ने प्रकृति से संवाद करते हुये पेड़ पौधो की जानकारी ली एवं जंगल को करीब से जानने के अवसर के लिये स्कूल शिक्षा विभाग का धन्यवाद दिया ।
दोपहर की गतिविधियों में राष्ट्रीय हरित कोर योजना अन्तर्गत पर्यावरण नियोजन समन्वय संगठन (एफको) भोपाल द्वारा पर्यावरणीय क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें 09 जिलो के प्रतिभागियों में विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के लिये अलग अलग क्विज आयोजित की गई । जिसमें लिखित परीक्षा में चयनित 10-10 प्रतिभागियों में मुख्य क्विज आयोजित हुई। पर्यावरण क्विज में प्रतिभागियों से पर्यावरण, जैव विविधता, राष्ट्रीय उद्यानों एवं अभ्यारणों, वन्य जीव पर्यावरण दिवस, जल ऊर्जा आदि विषयों पर रोचक प्रश्न एफको से पधारे वरिष्ठ वैज्ञानिको द्वारा पूछे गए । जिसमें प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पाने वाले प्रतिभागियों एवं शिक्षकों को पुरुस्कृत किया गया। जैव विविधता बोर्ड द्वारा चित्रकला प्रतियोगिता एवं पर्यावरणीय गतिविधियों का संचालन बोर्ड के अधिकारियों द्वारा किया गया। वही शाम को नन्हें मोगली मित्रो ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति शिविर में शामिल बच्चों द्वारा दी गई ।

जंगल सत्याग्रह शहीद स्थल का जाना इतिहास और किया नमन

राज्य स्तरीय मोगली बाल उत्सव के दौरान विभिन्न जिलों से आये मोगली मित्रों ने पेंच नेशनल पार्क भ्रमण के दौरान जहां उन्होंने तेंदुआ को अपनी आंखों से देखा । इसके साथ ही जैव विविधता व पर्यावरण व जंगल क्षेत्र में दुलर्भ पक्षियों को भी करीब से देखा इसके साथ ही औषधियों व अन्य नई नई जानकारी भी प्राप्त किया । मोगली बाल उत्सव के दौरान मोगली बाल मित्रों को जंगल सत्याग्रह से जुड़ा हुआ आजादी के पहले की ऐतिहासिक जानकारी भी देखने को मिली । मोगली बाल मित्र जंगल सत्याग्रह के दोरान शहीद हुये शहीदों के स्मारक स्थल पर पहुंचकर दर्शन किया एवं उनका इतिहास को भी जाना साथ ही शहीद स्थल पर नमन भी किया ।

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