भाजपा के नेता नगर विकास को लेकर दिखावा करना बंद करें-राजिक
भाजपाई जब सत्ता में थे तो नहीं दिखी समस्यायें
सिवनी। गोंडवाना समय।
भारतीय जनता पार्टी के नेता जिला कलेक्टर से नगर की समस्याओ को लेकर मुलाकात करने गये थे 15 वर्षो से प्रदेश में और नगर पालिका में भाजपा की सरकार थी जो नेता मुलाकात करने गये थे, उनमें से कुछ तो निर्वाचित जनप्रतिनिधि भी थे, सत्ता में रहते हुये इन्हे नगर की समस्याऐ दिखाई नही दी, हास्यास्पद बात यह है कि सिवनी नगरपालिका अध्यक्ष पीआईसी परिषद में बहुमत अभी भी भारतीय जनता पार्टी का है। नगर विकास से संबंधित कोई भी कार्य यह कराने में सक्षम है यदि भाजपा के लोग नगर की समस्या को लेकर कलेक्टर से मिल रहे है तो यह स्पष्ट है कि भाजपा शासित नगर पालिका में बैठे जनप्रतिनिधि इनकी बात नही सुन रहे है उक्त बाते जिला कांग्रेस प्रवक्ता राजिक अकील ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि भाजपा के अंतर्कलह का आलाम यह है कि भाजपा नगर अध्यक्ष यह शिकायत कर रहे है कि उन्हें नजर अंदाज किया जा रहा है।
तब ये खामोश क्यो बैठे रहे ?
सिवनी नगर में विकास अवरूद्ध होने का प्रमुख कारण सत्ता और संगठन की लड़ाई है। इनकी आपसी लड़ाई के चलते नगर की महत्वाकांक्षी नवीन जलावर्धन योजना, एम आर-1, एम आर-2 सड़क, माडल रोड, परिसीमन आदि कार्य समय पर पूरा नहीं हो पाये। यह सभी कार्यो को लेकर भाजपा के नेताओ ने जिला कलेक्टर से चर्चा किया । नवीन जलावर्धन योजना में जब 36 प्रतिशत अधिक दर पर ठेकेदार को काम दिया गया था । भाजपा शासित नगरपालिका की पीआईसी ने ठेकेदार की समय अवधि बार बार बढ़ाई लगभग 1 वर्ष मुख्य नगर पालिका अधिकारी नवनीत पांडे ने शिकायत की ओर इस कार्य को रोके रखा बाद में भुगतान भी किया अनेको गणमान्य नागरिको द्वारा गुणवत्ता को लेकर शिकायत भी की गई तब ये खामोश क्यो बैठे रहे ?
18 करोड़ के विकास से वंचित कराया
तत्कालीन केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री कमलनाथ ने शहर के आंतरिक मार्ग एम आर-1, एम आर-2 के निर्माण के लिये 18 करोड़ रूपय देने को कहा था किन्तु भाजपा शासित नगर पालिका द्वारा इस कार्य का डीपीआर (विस्तृत कार्य योजना) समय पर बनाकर विभाग को नही भेजा गया । यदि भाजपा के जनप्रतिनिधि अधिकारियो पर दबाव बनाकर डीपीआर बनवाकर भेज देते तो सिवनी नगर में आंतरिक मार्ग 18 करोड़ की लागत से बन चुका होता। आज माडल रोड की याद आ रही है जब माडल रोड की गुणवत्ता संबंधित शिकायते की जा रही थी तब ये भाजपा के नेता और जनप्रतिनिधि क्या कर रहे थे ? नगर की चिल्लर एवं थोक सब्जी मंडी को व्यवस्थित नही कर सके जिससे प्रति दिन यातायात अवरूद्ध होता रहा।
परिसीमन का प्रस्ताव भी नहीं भेजा
विगत 15 वर्षो से नगर पालिका सिवनी के वार्डो में असमान मतदाताओ की संख्या एवं क्षेत्रफल रहा है । यदि ग्रामीण क्षेत्र इनके द्वारा पूर्व में जोड़ लिये जाते तो आज सिवनी नगर निगम का दर्जा प्राप्त होने की स्थिति में रहता। भाजपा के जनप्रतिनिधियो द्वारा इस ओर कोई ध्यान नही दिया गया । अभी भी यह नही चाहते कि सिवनी में परिसीमन हो, वार्डो में मतदाता एवं क्षेत्रफल समान हो, नगर के आसपास ग्रामीण क्षेत्र सिवनी नगर पालिका में जोडेÞ जाये । यही कारण है कि एक माह से अधिक का समय हो गया है परिषद की बैठक में परिसीमन का प्रस्ताव पास किये जाने के बाद भी आज दिनांक तक जिला कलेक्टर को उक्त परिसीमन का प्रस्ताव नहीं भेजा गया और समय सीमा खत्म होते जा रही है । भाजपा के नेता नगर विकास को लेकर दिखावा करना बंद कर दे । जितना समय सिवनी के लोगो ने आप लोगो को दिया आपने नगर विकास के तरफ कोई ध्यान नहीं दिया बड़ी-बड़ी योजनाओ को छोड़ो छोटे-छोटे कार्य भी आप लोगो से नहीं हुये। कमलनाथ के प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के बाद नगर की जनता सिवनी नगर में बदलाव देख रही है। जो आप लोगो से 15 वर्षो मे नहीं हुआ, वह प्रदेश में कांग्रेस सरकार कम समय में करके दिखायेगी।
