Type Here to Get Search Results !

वीर मेला में प्राचीन रूढ़ी जन्य विधि को दर्शाता आदिवासी गांव की दिखेगी झलक

वीर मेला में प्राचीन रूढ़ी जन्य विधि को दर्शाता आदिवासी गांव की दिखेगी झलक

प्राकृतिक सुरक्षा, गोटूल व्यवस्था और प्राचीन आदिवासी संस्कृति को प्रर्दशित करेगा वीर मेला 

वीर मेला समिति महिला प्रभाग की अध्यक्ष श्रीमती कांति नाग मनोनीत

धमतरी। गोंडवाना समय। 
वीर मेला  का आयोजन  8, 9 एवं 10 दिसंबर 2019 को  किये जाने हेतु वीर मेला समिति राजा राव पठार की आवश्यक बैठक कांकेर विधायक माननीय श्री शिशुपाल शोरी अध्यक्ष वीर मेला समिति के अध्यक्षता में वीर मेला स्थल राजा राव पठार में आहूत की गई है। बैठक में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा किया गया। जिसमें प्रमुख है इस वर्ष शासन के नरवा, गरवा, घुरवा, बारी से भी बढ़कर मेला स्थल में प्राचीन  रूढी-जन्य विधि को दशार्ता एक आदिवासी गांव की संरचना का प्रदर्शन तीनों दिवस किया जाएगा। जिससे आने वाली पीढ़ी पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण, धान कूटने के लिए ढेंकी, सिंचाई के लिए टेड़ा, शिक्षा के लिए गोटूल सहित संपूर्ण प्राचीन पारंपरिक व्यवस्था को जान सके।

निष्क्रिय पदाधिकारियों के स्थान पर सक्रिय सदस्यों की हुई नियुक्ति

वीर मेला के ऐसे सदस्य एवं पदाधिकारी जो निष्क्रिय हैं एवं लगातार बैठकों में अनुपस्थित रहते हैं उनके स्थान पर सक्रिय सदस्यों की नियुक्ति की गई। वीर मेला समिति के महिला प्रभाग के अध्यक्ष हेतु श्रीमती कांति नाग अंतागढ़ को सर्वसम्मति से मनोनीत किया गया। प्रचार सचिव के रूप में  डॉ. ए आर ठाकुर  एवं युवा प्रभाग अध्यक्ष के लिए नागेश सलाम को मनोनीत किया गया।

सुश्री अनुसुईया, नंदकुमार साय, भूपेश बघेल, अर्जुन मुण्डा को करेंगे आमंत्रित

वीर मेला के प्रथम दिन के अतिथि के रूप में महामहिम राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उइके छत्तीसगढ़ एवं छत्तीसगढ़ के सभी आदिवासी मंत्रियों को आमंत्रित किया जाएगा। द्वितीय दिवस 9 दिसंबर को अनुसूचित जनजाति आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नंदकुमार साय एवं भारत सरकार आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री अर्जुन मुंडा को अतिथि के रुप में आमंत्रित किया जाएगा एवं तृतीय दिवस 10 दिसंबर को प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जाएगा। इस अवसर पर तीनों जिलों के विधायकों को अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जाएगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता वीर मेला समिति के अध्यक्ष श्री शिशुपाल शोरी विधायक कांकेर होंगे।

विलुप्त होती कला, संस्कृति, लोकनृत्य के साथ होगा सम्मान  

मेला का अधिक से अधिक  प्रचार-प्रसार हो इसलिए पाम्पलेट, पोस्टर को फाइनल कर गांव-गांव तक पहुंचाये जाने, मेला के दौरान दिन में होने वाले कार्यक्रम के लिए शासन-प्रशासन की मदद से प्रथम दिवस 8 दिसंबर को विलुप्त होने के कगार पर स्थित हुलकी, चुटकुल, मांदरी, विराट कोलांग महोत्सव का आयोजन होगा तो वहीं
द्वितीय दिवस 9 दिसंबर को आदिवासी जिला जशपुर, अंबिकापुर, नारायणपुर ,बस्तर कोंडागांव के आदिवासी लोक नृत्यों की प्रस्तुति लोककला महोत्सव एवं समाज के केवल 10 प्रतिभाओं का सम्मान खेल, कला, साहित्य, संस्कृति, समाज सेवा, पारंपरिक वैद्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया जाएगा। इसी तहर 10 दिसंबर को श्रद्धांजलि सभा होगा जिसमें लाखों की तादाद में लोग वीर शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के लिए देव स्थल राजा राव बाबा के  प्रांगण में सम्मिलित होंगे।

कार्यक्रम को लेकर होगी जिम्मेदारी तय 

इस वर्ष प्रथम दिवस देव मेला में अधिक से अधिक देवी देवताओं को आमंत्रित किए जाने हेतु देव समिति को जिम्मेदारी दी गई। तीनों दिवस रात्रि में होने वाले आदिवासी संस्कृति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों को जनप्रतिनिधियों के सहयोग से पहले से तय कर लिया जाने हेतु बालोद जिला के सांसद एवं विधायकों से तीनों दिन के कार्यक्रम की अनुशंसा हेतु समिति की ओर से निवेदन हेतु जिम्मेदारी तय किया जायेगा।

3 नवंबर को कांकेर जिला के सिंगारभाठ में होगी बैठक

प्रथम दिवस 8 दिसंबर के लिए गुंडरदेही के विधायक श्री कुंवर निषाद जी के माध्यम से लोकरंग अर्जुंदा का कार्यक्रम, द्वितीय दिवस 9 दिसंबर के लिए स्थानीय महिला बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेड़िया के माध्यम से चंदैनी गोंदा का कार्यक्रम, तृतीय दिवस 10 दिसंबर के लिए क्षेत्र के सांसद श्री मोहन मंडावी के माध्यम से रंग सरोवर का कार्यक्रम आयोजित करने हेतु समिति की ओर से अनुरोध किया जाएगा। वीर मेला हेतु तीनों जिलों में पृथक-पृथक बैठक हेतु तिथि तय की गई । इसी कड़ी में 3 नवंबर को कांकेर जिला के सिंगारभाठ में 1:00 बजे विधायक कांकेर श्री शिशुपाल शोरी की अध्यक्षता में बैठक आहूत है।

फर्नीचर हेतु त्वरित मिला सहयोग तो आय-व्यय का दिया ब्यौरा

मेला में लगने वाले आवश्यक सामग्री के लिए कोटेशन आमंत्रित किए जाने हेतु क्रेता समिति का गठन किया गया। मेला स्थल में स्थित भवन एवं अन्य संसाधन का रखरखाव, देखरेख के लिए स्थाई चौकीदार नियुक्त किया गया। कार्यालय के लिए फर्नीचर जन सहयोग के माध्यम से उपलब्ध कराने हेतु आह्वान किया गया। श्रीमती गीता नेताम एवं श्रीमती नंदा ध्रुव द्वारा रुपए पांच-पांच हजार फर्नीचर खरीदने हेतु तुरंत सहयोग प्रदान किया गया। आय व्यय संबंधी ब्यौरा यू आर गंगराले कोषाध्यक्ष द्वारा प्रस्तुत  किया गया।
इस अवसर पर समिति के उपाध्यक्ष जी आर राणा, महासचिव आर एन ध्रुव, कोषाध्यक्ष यू आर गंगराले, सचिव बी एस रावटे, बलराम गोटी, त्रिभुवन ठाकुर, मीडिया प्रभारी कृष्णा ठाकुर, प्रचार सचिव चंद्रिका प्रसाद ठाकुर, कुंजेशवर ठाकुर, डॉ ए आर ठाकुर सर्व आदिवासी समाज जिला धमतरी के अध्यक्ष जीवराखन लाल मरई, युवा
प्रभाग के प्रदेश अध्यक्ष विनोद नागवंशी, नारायण मरकाम, अश्वनी कांगे, गजानंद प्रभाकर जिला अध्यक्ष बालोद, उदय नेताम, हुलार सिंह कोराम, विष्णु नेताम, भाव सिंह टेकाम, नारायण ओटी, महिला प्रभाग से श्रीमती गीता नेताम श्रीमती नंदा ध्रुव, ओमप्रकाश नेताम गिरधर ठाकुर, गणेशराम ओटी, सहदेव ठाकुर,दीपश्री नाग, संतु नागवंशी विशेष रूप से उपस्थित थे।

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.