सिर्फ गोंडवाना समय ने उठाया था छात्रा से शिक्षक द्वारा छेड़खानी का मामला, शिक्षक निलंबित
आदिम जाति कल्याण विभाग ने निलंबन का जारी किया आदेश
पुलिस ने समझौता कराने वाली खबर पर नहीं की कार्रवाई
सिवनी। गोंडवाना समय।
आदिवासी विकासखंड कुरई के ग्राम बटामा की बेटी से शिक्षक सलीम खान द्वारा की गई छेड़खानी का मामला सिर्फ गोंडवाना समय द्वारा उठाए जाने के बाद हरकत में आये आदिम जाति कल्याण विभाग के अधिकारी ने 24 फरवरी को शिक्षा व शिक्षक के नाम पर कलंकित सलीम खान को निलंबिन कर दिया है। वहीं वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने छेड़खानी के मामले में शिक्षक और ग्रामीणों के बीच समझौता कराकर वर्दी को धूमिल करने वाले पुलिस कर्मचारियों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है। अखबार की सुर्खियां और मातृशक्ति संगठन द्वारा ज्ञापन दिए जाने के बावजूद वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मामला संज्ञान में न होने की बात कहकर बेटियों के लिए कितनी गंभीर हैं यह बयां कर रहे हैं। हालांकि बाद में मामले की जांच कराने की बात भी कही जा रही है।
एचएम, जनशिक्षक, बीआरसी की तिकड़ी ने छुपा लिया था मामला-
शिक्षक सलीम खान द्वारा छात्राओं से छेड़खानी करने से गुस्साए बटामा के ग्रामीणों के बाद 13 फरवरी को बटामा स्कूल के प्रधान पाठक खूबचंद भैरम, जन शिक्षक जौहर सिंह भलावी एवं बीआरसी चित्तौड़ सिंह कुशराम की जानकारी में मामला सामने आ गया था कि शिक्षक सलीम खान द्वारा छात्राओं से छेड़खानी की जा रही है। इसके बावजूद प्रधान पाठक, जनशिक्षक और बीआरसी की तिकड़ी ने तो तत्काल में कोई संज्ञान लिया और न ही अपने से वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी सूचना दी। तीनों अधिकारियों को मोहगांव में आयोजित शिक्षक संगोष्ठी और शिक्षकों के सम्मान में घटना से बदनामी न हो जाए कहकर मामले को छुपा लिया गया था।
जब कार्यक्रम के दौरान कुछेक जिम्मेदार शिक्षक बटामा स्कूल में बच्चियों से छेड़खानी करने की बात करते सुनाई दिए तो गोंडवाना समय ने इस मामले को गंभीरता से लेकर पतासाजी की और छेड़खानी और समझौता कराए जाने की पुष्टि होने के बाद शहर व प्रदेश स्तर से निकलने वाले कई अखबारों और टीवी चैनलों को छोड़कर केवल गोंडवाना समय ने 16 फरवरी के अंक में छात्रा से शिक्षक ने की छेड़खानी, एफआईआर की जगह पुलिस और शिक्षकों ने कराया समझौता शीर्षक से खबर को प्रकाशित किया और आदिम जाति कल्याण विभाग और जिला प्रशासन और अनुविभागीय अधिकारी पुलिस के संज्ञान में यह मामला लाया गया था।
मातृशक्ति संगठन और रेनो बाई, बुट्टो बाई, बिरजू भोई महिला संगठन ने उठाई आवाज-
गोंडवाना समय ने खबर प्रकाशित होने के बाद आदिम जाति कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त एसएस मरकाम ने कुरई बीआरसी चित्तौड़ सिंह कुशराम को जांच करने के लिए आदेशित किया था। वहीं मातृशक्ति संगठन और रेनो बाई, बुट्टो बाई,बिरजू महिला संगठन ने आवाज बुलंद की। रेनो बाई, बुट्टो बाई, बिरजू महिला संगठन ने छात्रा के साथ की गई छेड़खानी की निंदा करते हुए सहायक आयुक्त से तत्काल चर्चाऐं की थी। वहीं मातृशक्ति संगठन की टीम भी छेड़खानी की घटना को जानने के लिए बटामा गांव पहुंची थी और ग्रामीणों से बातचीत की थी। इसके बाद उन्होंने सहायक आयुक्त एसएस मरकाम, कलेक्टर प्रवीण सिंह अढ़ायच और पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर मामले को गंभीरता से लेकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी।
बीआरसी, जनशिक्षक और प्रधान पाठक एक-दूसरे पर फोड़ते रहे ठिकरा
13 फरवरी को छेड़खानी का मामला सामने आने के बाद भी अपने वरिष्ठ अधिकारियों को कोई जानकारी नहीं दी गई थी। गोंडवाना समय ने जब सहायक आयुक्त एसएस मरकाम से उक्त संबंध में बात की तो उन्होने यही जवाब दिया था कि उन्हे कोई जानकारी नहीं है और न ही स्कूल के प्रधान पाठक, जनशिक्षक और बीआरसी ने दी है। जब इस मामले को लेकर 14 फरवरी को कुरई बीआरसी चित्तौड़ सिंह कुशराम से बात की गई थी तो वे जानकारी न होने की बात कर पल्ला झाड़ लिया था। वहीं बटामा स्कूल के प्रधान पाठक और जनशिक्षक सारा ठिकरा बीआरसी पर फोड़ रहे हैं। उनका साफ कहना है कि उन्होंने मौिखक और लिखित रूप से 13 फरवरी को कुरई बीआरसी को जानकारी दे दी थी। हालांकि स्कूल के प्रधान पाठक खूबचंद भैरम पहले तो सीधे सहायक आयुक्त को जानकारी दे दिए जाने की बात कहे लेकिन जैसे ही उन्हें लगा कि वे फंस रहे हैं तो तत्काल उन्होने यह कह दिया कि बीआरसी के माध्यम से सहायक आयुक्त को जानकारी पहुंचा दी गई थी। वहीं बीआरसी जौहर सिंह भलावी कुछ ही दिन पहले ज्वाइन करने की बात कर बीआरसी पर ठिकरा फोड़ते रहे।
शिक्षक निलंबित, घंसौर के ब्यौहारी में अटैच-
गोंडवाना समय की खबर में संज्ञान लेकर और महिला संगठन के ज्ञापन के बाद मामले को गंभीरता से लेकर छात्राओं से छेड़खानी के मामले में कलंकित सहायक शिक्षक सलीम खान को सहायक आयुक्त एसएस मरकाम ने बीआरसी के जांच प्रतिवेदन के बाद 24 फरवरी को निलंबित कर दिया है। सलीम खान को निलंबित करने के बाद मुख्यालय कार्यालय प्राचार्य शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय घंसौर नियत किया गया है। निलंबन के दौरान शिक्षक को नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता रहेगी।