अपने पति की याद में समाधी बनाने वाली देश की पहली गोंड महारानी हिराई ताई
नागपुर। गोंडवाना समय।
गोंडवाना चाँदागढ़ की गोंड़ महारानी वीरांगना हिराई आत्राम के जन्मोत्सव पर श्रद्धासुमन अर्पित। एक नाम जो अंग्रेजो के होश उड़ा देता था। अंग्रेजो को करीब 16 बार युद्ध मे परास्त किया लेकिन इतिहास के पन्नों पर नाम नहीं दिया गया और सत्य को आज तक छुपाया रखा।
आज तक हम सभी को यही बताया गया कि शहाजहां ने अपनी बेगम की याद में ताजमहल बनाया लेकिन देश की पहली गोंड़ रानी हिराई आत्राम ने अपने पति विरशाह की याद में समाधि बनाई यह बात इतिहासकारों ने झुपाये रखा। समाधिस्थल चंद्रपुर में आज भी देखा जा सकता है।
चंद्रपुर शहर की शिल्पकार गोंड़ वीरांगना हिराई आत्राम नेशनल गोंड़वाना युथ फोर्स और गोंडवाना समय परिवार की ओर से विनम्र अभिवादन, कोटी कोटी सेवा जोहार।
आज तक हम सभी को यही बताया गया कि शहाजहां ने अपनी बेगम की याद में ताजमहल बनाया लेकिन देश की पहली गोंड़ रानी हिराई आत्राम ने अपने पति विरशाह की याद में समाधि बनाई यह बात इतिहासकारों ने झुपाये रखा। समाधिस्थल चंद्रपुर में आज भी देखा जा सकता है।
चंद्रपुर शहर की शिल्पकार गोंड़ वीरांगना हिराई आत्राम नेशनल गोंड़वाना युथ फोर्स और गोंडवाना समय परिवार की ओर से विनम्र अभिवादन, कोटी कोटी सेवा जोहार।