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आदिवासियों के साथ संवेदनशीलता और सकारात्मक सोच के साथ व्यवहार करें-राज्यपाल

आदिवासियों के साथ संवेदनशीलता और सकारात्मक सोच के साथ व्यवहार करें-राज्यपाल 

आदिवासियों की आजीविका वनों से जुड़ी हुई है और वे वनों के संरक्षक भी हैं

राज्यपाल से अखिल भारतीय वन सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों ने भेंट की

रायपुर। गोंडवाना समय। 
राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके से गुरूवार 11 जून 2020 को राजभवन में अखिल भारतीय वन सेवा (2018 बैच) के प्रशिक्षु अधिकारियों ने भेंट की। राज्यपाल ने इस दौरान प्रशिक्षु अधिकारियों से कहा कि आदिवासियों की आजीविका वनों से जुड़ी हुई है और वे वनों के संरक्षक भी हैं। अत: उनके साथ अत्यंत संवेदशीलता और सकारात्मक सोच के साथ व्यवहार किया जाना आवश्यक है। 

प्रदेश में कुछ क्षेत्र पांचवी अनुसूची के तहत भी आते हैं

छत्तीसगढ़ आदिवासी बहुल क्षेत्र होने के साथ ही अत्यधिक वनाच्छादित प्रदेश भी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कुछ क्षेत्र पांचवी अनुसूची के तहत भी आते हैं। अत: अधिकारियों के समक्ष वनवासियों का जीवन बेहतर करने एवं वनों को संरक्षित करने की चुनौतियां भी रहेंगी। उन्होंने प्रशिक्षु अधिकारियों को बेहतर भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री राकेश चतुवेर्दी, राज्यपाल के सचिव श्री सोनमणि बोरा उपस्थित थे।

वनौषधियां को आदिवासियों का आय का जरिया बनाया जा सकता है

राज्यपाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में वन अधिकार मान्यता पत्र देने में अच्छा कार्य हुआ है। साथ ही सामुदायिक वन अधिकार मान्यता पत्र दिये जाने के संबंध में भी और ठोस कार्य किये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में अनेकानेक वनौषधियां पाई जाती हैं। इनका संरक्षण किया जाना चाहिए। इसे आदिवासियों के आय का जरिया भी बनाया जा सकता है। 

प्रशिक्षु अधिकारियों ने बागवानी संबंधी पुस्तकें भेंट की

प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री राकेश चतुवेर्दी ने बताया कि प्रदेश में संयुक्त वन प्रबंधन समितियों के जरिए वनों के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु अच्छे प्रयास किये जा रहे हैं। राज्यपाल को प्रशिक्षु अधिकारियों ने बागवानी संबंधी पुस्तकें भेंट की। अधिकारियों को राजभवन की काफी टेबल बुक '' नई सोच-नई पहल '' की प्रति भेंट की गई। इस अवसर पर उप वन संरक्षक श्री पंकज राजपूत, प्रशिक्षु अधिकारियों में श्री आलोक कुमार वाजपेयी, श्री शशि कुमार, श्री तेजस शेखर, श्री दिनेश कुमार पटेल उपस्थित थे।  

ऐतिहासिक बुढ़ा तालाब में श्री बुढ़ा देव की मूर्ति स्थापित करने का आग्रह

राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके से गुरूवार 11 जून 2020 को राजभवन में राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष श्री भवानी सिंह मरकाम ने सौजन्य मुलाकात की। उन्होंने राज्यपाल से बुढ़ा तालाब में आराध्य श्री बुढ़ादेव की मूर्ति स्थापित करने का आग्रह किया। राज्यपाल सुश्री उइके ने इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही करने का आश्वासन दिया। श्री भवानी सिंह ने बताया कि 600 साल पहले बुढ़ा तालाब का निर्माण आदिवासी राजा रायसिंह द्वारा किया गया था और उनके द्वारा आराध्य श्री बुढ़ा देव जी के नाम बुढ़ा तालाब का नाम रखा गया था। बुढ़ा तालाब में स्वामी विवेकानन्द जी की मुर्ति स्थापित है, उसी प्रकार आदिवासी समाज के दर्शन के लिए श्री बुढ़ादेव जी का विशाल मुर्ति स्थापित किया जाना चाहिए।

राज्यपाल को भर्ती-पदोन्नति में आरक्षण संबंधी ज्ञापन सौंपा

राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके से आज यहां राजभवन में डॉ. रश्मि ठाकुर ने मुलाकात की। उन्होंने राज्यपाल को भर्ती-पदोन्नति और लोक सेवा में आरक्षण संबंधी ज्ञापन सौंपा।

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