बबरिया जलाशय को बचाने सांसद बिसेन ने की अच्छी पहल
बबरिया जलाशय व पर्यावरण को बचाने कलेक्टर को लिखा पत्र
स्टोन क्रेशर की अनुमति के अनुमति के मामले में लिया संज्ञान
सिवनी। गोंडवाना समय। नगर का ऐतिहासिक बाबरिया जलाशय एवं उससे संचालित होने वाली जल आवर्धन योजना के नुकसान एवं पर्यावरण के सुरक्षा की दृष्टि से, इसके साथ ही भविष्य में होने वाले शहर के विस्तार और विकास के मद्देनजर सिवनी नगर की सीमा के 10 किलोमीटर दायरे में अधिक क्षमता वाले नवीन स्टोन क्रेशरो को स्थापित किए जाने की किसी भी प्रकार से अनुमति जारी ना की जाये।
शहर से लगी पंचायतों में स्टोन क्रेशर का है मामला
इस आशय का पत्र बालाघाट सिवनी सांसद डॉ ढाल सिंह बिसेन ने जिला कलेक्टर डॉ. राहुल हरिदास फटिंग को प्रेषित करते हुए उल्लेख किया है कि सिवनी नगर के आसपास 10 किलोमीटर के दायरे में विशेषकर कोहका, राघादेही, बिठली, कंडीपार में स्टोन क्रेशर संचालित है तथा संज्ञान में आया है कि इन ग्रामों में एवं आसपास के ग्रामों में नवीन क्रेशर स्थापित किए जाने हेतु अनुमति लेने के प्रयास किए जा रहे हैं। इन क्षेत्रों में संचालित स्टोन क्रेशर से विगत दिनों वहां की जाने वाली ब्लास्टिंग से उत्पन्न आवाज एवं कंपन से लोगों में दहशत का माहौल बन गया था। साथ ही इन क्रेशर के संचालकों से पर्यावरण को भी भारी नुकसान पहुंच रहा है।
पेयजल आपूर्ति की पाइपलॉइन, मेडिकल व अन्य शासकीय कार्यालय में होगा नुकसान
सांसद डॉ ढाल सिंह बिसेन ने पत्र में उल्लेख किया है कि इन बड़े स्टोन क्रेशर से सिवनी को जलापूर्ति करने वाला ऐतिहासिक बाबरिया जलाशय, पेयजल आपूर्ति की पाइपलाइने, भविष्य में प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज, बींझावाड़ा स्थित अनेक जिला स्तरीय कार्यालय को नुकसान पहुंचने की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता।
शहर के विकास में भी बनेंगे बाधक
यहीं नहीं शहर के विकास और विस्तार में भी बड़े स्टोन क्रेशर एक बाधा के रूप में सामने आएंगे। डॉ ढाल सिंह बिसेन ने जिला कलेक्टर डॉ राहूल हरिदास फटिंग को लिखे पत्र में कहा है कि इस तरह की आने वाली परेशानियों के मद्देनजर सिवनी नगर की सीमा के 10 किलोमीटर दायरे में अधिक क्षमता वाले नवीन स्टोन क्रेशरो को स्थापित किए जाने की किसी भी प्रकार से अनुमति जारी ना की जाये।