पहली सालगिरह
नीलू गुप्ता,
सिलीगुड़ी,
पश्चिम बंगाल
लगता है कभी कभी
अभी कल ही की तो बात थी
दुल्हन बनी थी मैं
सेहरा बांध खड़े तुम थे।
न जाने इतनी जल्दी कैसे
सालभर का यह सुहाना सफर
चंद लम्हों में ही बीत गया,
खट्टी मीठी यादों के संग
मन को हमारे भिंगो गया।
आगे भी यह बंधन हमारा
ऐसे ही अटूट बना रहे
तेरे प्यार के रंगों में
यूं ही दिल फना रहे।
सालगिरह हमारी शादी की यह
नित नई खुशियां लाए
आशीर्वाद मिले आप सभी का
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