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वनों में वर्षों से काबिज लोगों को वनाधिकार पट्टा ने देकर राज्य सरकार कर रही बंदरवांट-श्याम सिंह मरकाम

वनों में वर्षों से काबिज लोगों को वनाधिकार पट्टा ने देकर राज्य सरकार कर रही बंदरवांट-श्याम सिंह मरकाम 

पेनांजलि कलश यात्रा का शुभारंभ कर वनाधिकार दिवस मनाकर दर्ज कराया विरोध 


अनुपपुर/पुष्पराजगढ़। गोंडवाना समय।
 

वनाधिकार अधिनियम स्थापना दिवस के अवसर पर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी जिला इकाई अनुपपुर के द्वारा पेनवासी दादा हीरा सिंह मरकाम जी का पेनांजली कलश यात्रा निकाली गई।


जिसका शुभारंभ गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तिरू. श्याम सिंह मरकाम ने सतरंगी ध्वज दिखाकर रवाना किया। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी द्वारा पेनवासी दादा हीरा सिंह मरकाम जी की पेनांजली कलश यात्रा पूरे अनुपपुर जिले में भ्रमण करेगी और गोंडवाना रत्न पेनवासी दादा हीरा सिंह मरकाम जी के विचारधारा और गोंडवाना समग्र विकास आंदोलन क्रांति मिशन से आम जनमानस को जोड़ने का कार्य करेगी।

वहीं पेनांजली कलश यात्रा 12 जनवरी 2021 तक संपूर्ण अनुपपुर जिले का भ्रमण करेगी और 14 जनवरी को गोंडवाना रत्न दादा हीरा सिंह मरकाम जी के जयंती के अवसर पर अमूरकोट पहुंचेगी। इसी के साथ वनाधिकार दिवस कार्यक्रम का आयोजन करते हुये वनाधिकार अधिनियम का लाभ नहीं मिलने पर विभिन्न मांगों को लेकर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी द्वारा महामहिम राष्ट्रपति व महामहिम राज्यपाल के नाम पुष्पराजगढ़ एसडीएम के माध्यम से ज्ञापन सौंपा गया। 

वनों में वर्षों से काबिज लोगों को वनाधिकार पट्टा नहीं दिया जा रहा है


वनाधिकार अधिनियम पारित होकर लागू होने के बाद भी उसका लाभ वास्तविक पात्रता रखने वालों को नहीं मिल पाने पर केंद्र व राज्य सरकारों को जिम्मेदार ठहराते हुये गोंडवाना गणतंत्र पार्टी द्वारा महामहिम राष्ट्रपति, व महामहिम राज्यपाल के नाम पुष्पराजगढ़ एसडीएम के माध्यम से ज्ञापन गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तिरू श्याम सिंह मरकाम व अन्य पदाधिकारियों की मौजूदगी में सौंपा गया। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी द्वारा सौंपे गये ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि देश व राज्य की सरकारों द्वारा वनों में वर्षों से काबिज लोगों को वनाधिकार पट्टा नहीं दिया जा रहा है। इसको लेकर सरकार बंदरबांट कर रही है। 

मध्य प्रदेश में 40 फीसदी जंगल को निजी कंपनी को सौंपे जाने की तैयारी 

गोंडवाना गणतंत्र पार्टी द्वार सौंपे गये ज्ञापन के माध्यम से बताया गया कि मध्य प्रदेश में 40 फीसदी जंगल को निजी कंपनियों को सौंपे जाने की तैयारी कर ली गई है। वहीं इन क्षेत्रों में रहने वाले निवासरत लाखों आदिवासी मूलनिवासी समाज आखिर कहां जायेंगे, यह सरकार नहीं बता रही है। आदिवासी मूलनिवासी विरोधी सरकार के विरूद्ध गोेंडवाना गणतंत्र पार्टी द्वारा इसिलये धरना प्रदर्शन आंदोलन करते हुये ज्ञापन सौँपकर 15 दिसंबर को वनाधिकार दिवस मनाया जा रहा है। 

पांचवी अनुसूची का अक्षरश: पालन किया जाने की मांग 

इसके साथ ही ज्ञापन में प्रथम मांग में 13 दिसंबर 2005 तक जिस वन भूमि में कृषक काबिज है उन्हें वनाधिकार पत्रक दिया जावे। वहीं द्वितीय मांग में पांचवी अनुसूचि का अक्षरश: पालन किया जावे, वहीं तृतीय मांग में 170 ख के तहत आदिवासी की भूमि वापस दिया जावे, वहीं चौथी मांग में जिले में अवैध उत्खनन को बंद किया जावे, ज्ञापन के पांचवी मांग में आगंनबाड़ी, प्राथमिक शालाओ, माध्यमिक शालाओ में कार्यरत रसोईया-दीदीयों को परमानेंट किया जाकर कम से कम 10 हजार रूपये वेतन दिया जाये, वहीं ज्ञापन में छटवी मांग में आशा कार्यकर्ताओं, अतिथि शिक्षकों, कोटवार, चौकीदारों को परमानेंट किया जावे एवं वेतन बढ़ाया जावे, ज्ञापन में सातवी बिंदु में आऊट सोर्सिंग कर्मचारियों को जो जहां पदस्थ है वहीं उनको परमानेंट किया जाये वेतन बढ़ाया जाने की मांग किया गया है। 

कार्यक्रम के दौरान प्रमुख रूप से ये रहे मौजूद 

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में तिरू. श्याम सिंह मरकाम राष्ट्रीय महासचिव गोंडवाना गणतंत्र पार्टी, अनिल सिंह धुर्वे राष्ट्रीय अध्यक्ष गोंडवाना युवा मोर्चा, ललन सिंह परस्ते जिलाध्यक्ष गोंगपा अनुपपुर, बिरेन्द्र सिंह तेकाम जिलाध्यक्ष गोंगपा युवा मोर्चा, बिरेंद्र सिंह मरावी, प्रीतम सिंह मरावी, अमर बहादुर सिंह श्याम, संजय सिंह मरावी सहित अन्य पदाधिकारी व कार्यकर्तागण मौजूद रहे। 


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