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कर्ज के बोझ में दबे कैटर्स संचालकों व श्रमिकों का रोजगार छीन रहे लॉन संचालक

कर्ज के बोझ में दबे कैटर्स संचालकों व श्रमिकों का रोजगार छीन रहे लॉन संचालक

लॉन संचालक के नियम केटर्स व श्रमिकों के परिवार में भरण पोषण करने में बनेंगे बाधक 




सिवनी। गोंडवाना समय।
 

शासन के नियमों के विपरीत संचालित किये जा रहे लॉन संचालकों के द्वारा सिवनी मुख्यालय में भोजन बनाने के आर्डर दिये जाने पर ही वैवाहिक लॉन दिये जाने से केटर्स सर्विस संचालक व साथ कार्य करने वाले श्रमिको की रोजी रोजगार छीनकर आर्थिक रूप से शोषण करते हुये उनके परिवार के भरण पोषण में संकट उत्पन्न करने वालों पर रोक लगाकर कार्यवाही करते हुये न्याय दिलाने की मांग को लेकर कैटर्स यूनियन सिवनी द्वारा प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन 28 दिसंबर 2020 दिन सोमवार को जिला प्रशासन सिवनी के माध्यम से सौंपा गया है। ज्ञापन सौँपते समय केटर्स यूनियन के पदाधिकारी व श्रमिकगण मौजूद रहे। 

्रप्रथम लॉकडाऊन के बाद से ही आर्थिक संकट से है परेशान


कैटर्स यूनियन के जिला अध्यक्ष रामेश्वर तुमराम ने जानकारी देते हुये बताया कि माह मार्च 2020 से प्रथम लॉकडाऊन लगने के बाद से ही वैवाहिक कार्यक्रम व अन्य कार्यक्रमों में रोक लगाये जाने के बाद से ही केटर्स सर्विस संचालक व साथ में कार्य करने वाले श्रमिकों को काम नहीं मिलने से वे अत्याधिक परेशान थे। परिवार में भोजन भरण पोषण की अत्याधिक समस्या से पीड़ित रहे आर्थिक मदद व सहायता के लिये कई बार ज्ञापन प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश, सांसद, विधायकों के नाम व जिला प्रशासन सिवनी के नाम ज्ञापन सौंपा गया परंतु कोई समाधान नहीं निकाला गया और न ही आर्थिक सहायता प्रदान की गई, जिसके कारण केटर्स संचालक व साथ में कार्य करने वाले श्रमिक का परिवार आर्थिक कर्ज के बोझ में दब गया है। 

कर्ज लेकर करते है परिवार के पालन पोषण का इंतजाम


कर्ज लेकर किसी ने बैंक का ऋण भरा है तो किसी ने मकान व दुकान का किराया जमा किया है यहां तक किराना व अनाज का इंतजाम भी कर्ज लेकर करना पड़ा है। वर्तमान में केटर्स संचालक व साथ में कार्य करने वाले श्रमिक कर्जदार बने हुये है। वहीं अब वैवाहिक व अन्य कार्यक्रमों की अनुमति शासन प्रशासन द्वारा दी जा रही है तो सिवनी जिला मुख्यालय में शासन प्रशासन के नियमों को दरकिनार करते हुये अधिकांश लॉन को संचालित करने वाले संचालकों ने अपना नियम व शर्त बनाकर केटर्स संचालक व साथ में कार्य करने वाले श्रमिकों का रोजी रोजगार छीनकर उन्हें परिवार सहित भूखे रहने को मजबूर कर दिया है। पारिवारिक भरण पोषण जैसी गंभीर समस्या के समाधान को लेकर केटर्स यूनियन सर्विस सिवनी के द्वारा दिनांक 28 दिसंबर 2020 दिन सोमवार को 6 सूत्रिय मांगो को लेकर समस्याओं का समाधान कर न्याय दिलाने की कार्यवाही करने ज्ञापन दिया गया है। 

लॉन उन्हीं को देंगे जो भोजन का आर्डर साथ में देगा

कैटर्स यूनियन सिवनी द्वारा सौंपे गये ज्ञापन में 6 समस्याओं में प्रथम मांग के तहत सिवनी जिला मुख्यालय में वैवाहिक व अन्य कार्यक्रमों के लिये संचालित लॉन जो कि शासन प्रशासन के नियमों का पालन न करते हुये लॉन का संचालन कर रहे है उनके द्वारा बीते कुछ माह से पूर्व ही यह नियम बनाया गया है कि वैवाहिक व अन्य कार्यक्रम करने के लिये लॉन उन्हीं को दिया जायेगा जो भोजन बनाने का आर्डर भी लॉन संचालक को ही देगा तब जाकर ही उन्हें लॉन किराये पर दिया जायेगा। 

लॉन लेने वाले नागरिकों का भी कर रहे आर्थिक शोषण

वहीं द्वितीय मांग में सिवनी जिला मुख्यालय सिवनी में लॉन का संचालन करने वालों के द्वारा भोजन का आर्डर लेने पर लॉन दिये जाने से जहां पर वैवाहिक व अन्य कार्यक्रम करने वालों का भी आर्थिक शोषण किया जा रहा है क्योंकि लॉन संचालकों के द्वारा भोजन का आर्डर देने पर ही लॉन दिये जाने से मजबूर होकर भोजन के मनमाने मूल्य पर ही काम कराने को मजबूर है। यदि लॉन लेने वाला अपनी ओर से या अपने पंसद के भोजन बनाने वाले कैटर्स को कार्यक्रम में भोजन बनाने का काम देना चाहता है तो उन्हें लॉन देने से इंकार किया जा रहा है। इसके कारण लॉन में कार्यक्रम करने वाले भी आर्थिक रूप से शोषित हो रहे है। 

लोकल के मिस्त्री न श्रमिकों को भी नहीं दे रहे रोजगार

कैटर्स यूनियन सिवनी द्वारा ज्ञापन के तृतीय बिंदु पर यह मांग की गई है कि लॉन संचालक के द्वारा बनाये गये नियमों के कारण भोजन का आर्डर लोकल सिवनी के केटर्स व श्रमिकों को काम नहीं मिलने के कारण उनका रोजी रोजगार छीना जा रहा है। जिससे केटर्स संचालक व साथ में काम करने वाले लोकल के श्रमिकों को काम रोजगार नहीं मिल पा रहा है। इसके कारण पहले से ही कर्ज के बोझ में दबे हुये केटर्स संचालक व श्रमिकों पर स्वयं का व परिवार का पेट पालने या भरण पोषण का संकट से घिर गये है। कैटर्स यूनियन सिवनी द्वारा ज्ञापन के चतुर्थ बिंदु पर यह मांग की गई है कि सिवनी जिला मुख्यालय में अधिकांश लॉन संचालकों के द्वारा भोजन बनाने वाले को एवं साथ में कार्य करने वाले श्रमिकों को सिवनी जिले से बाहर अन्य प्रदेशों के भी लोगों को लाकर काम करवाया जा रहा है लेकिन सिवनी जिला मुख्यालय या लोकल के भोजन बनाने वालों व श्रमिकों को काम नहीं दिया जा रहा है। 

नियम विरूद्ध संचालित हो रहे लॉनों की जांच कर की जाये कार्यवाही 

वहीं पांचवे बिंदु पर सरकारी भवन जो कि बंद पडेÞ हुये है जहां पर वैवाहिक व अन्य कार्यक्रम होते है उन्हें कैटर्स यूनियन को प्रदान किया जाये ताकि उन्हें रोजी रोजगार मिल सकें। इसके साथ ही छटवे बिंदु पर यह मांग की गई कि सिवनी जिला मुख्यालय में संचालित समस्त लॉन शासन के नियम अनुसार संचालित हो रहे है या नहीं इस संबंध में समस्त विभागों से अनुमति ली गई है या नहीं इसकी भी जांच कर कार्यवाही किये जाने की मांग करते हुये ज्ञापन को मानव अधिकार आयोग अध्यक्ष नई दिल्ली/भोपाल, जिला कलेक्टर सिवनी, डॉ ढाल सिंह बिसेन, सांसद सिवनी बालाघाट, श्रीमान दिनेश राय मुनमुन विधायक सिवनी मध्य प्रदेश के नाम भी प्रेषित किया गया है। 

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