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परियोजना लखनादौन में अति गंभीर कुपोषण से अभय सहित मुक्त हुये 14 बच्चे

परियोजना लखनादौन में अति गंभीर कुपोषण से अभय सहित मुक्त हुये 14 बच्चे

361 बच्चों में से 177 बच्चे मध्यम गंभीर कुपोषण से मुक्त होकर सामान्य श्रेणी में आये 

सभी पंजीकृत एसएएम  एवं एमएएम बच्चों को  31 मार्च 2021 तक शत प्रतिशत (अधिकतम) बच्चों को  गंभीर कुपोषण से मुक्त कराना शासन का उद्देश्य है। जिसमें परियोजना लखनादौन में 37.8% एसएएम व 20.5% एमएएम बच्चे कुपोषण मुक्त हो चुके है और आगे भी इस हेतु परियोजना लखनादौन लगातार प्रयासरत है।


सिवनी। गोंडवाना समय। 

शासन के निदेर्शानुसार माह नवंबर 2020 से समुदाय आधारित प्रबंधन (सी-एसएएम) कार्यक्रम का आयोजन किया जाने के तहत प्रत्येक आंगनवाड़ी केंद्रों में एसएएम (अति गंभीर कुपोषण) और एमएएम (मध्यम गंभीर कुपोषण) बच्चों को कुपोषण से 6 माह में मुक्त करने हेतु यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
            इस कार्यक्रम के अंतर्गत परियोजना लखनादौन में संभागीय संयुक्त संचालक श्रीमती शशि उईके, कलेक्टर डॉ राहूल हरिदास फटिंग एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती लक्ष्मी धुर्वे के निर्देशन में इसे अभियान के रूप में सतत किया जा रहा है। इसके तहत परियोजना लखनादौन में माह सितंबर 2020 से दिसंबर 2020 तक कुल 53 एसएएम बच्चे पंजीकृत किये गए थे। जिनका पोषण प्रबंधन समुदाय के साथ मिलकर आंगनवाड़ी केंद्र में किया जा रहा है।

बच्चों के घरों में पोषण वाटिका का निर्माण आंगनवाड़ी कार्यकर्ता द्वारा कराया गया      

इस समुदाय आधारित प्रबंधन में सभी एसएएम  एवं एमएएम बच्चों हेतु दोगुना टेक होम राशन (टीएचआर-साप्ताहिक), रेडी टू ईट(आरटीई-साप्ताहिक), फ्लेवर्ड मिल्क(प्रतिदिन) तथा पोषण मटके में प्राप्त अनाज, फल और सब्जियाँ जो समुदाय द्वारा प्रदाय की जा रही है।
            समुदाय द्वारा प्रदत्त भोज्य सामग्री के माध्यम से प्रति शनिवार बालभोज इन्हीं बच्चों के लिए आयोजित किया जा रहा है तथा निम्न पांच दवाईयाँ-एमॉक्सीसिलिन सिरप (एंटीबायोटिक), एल्बेंडाजोल गोली (कृमि नाशक), मल्टीविटामिन सिरप, आयरन फॉलिक एसिड सिरप, विटामिन ए सिरप, फॉलिक एसिड गोली पंजीयन के साथ ही बच्चों को खिलाई जा रही है।
         सबसे विशेष बात यह है कि बच्चों का प्रति सप्ताह फॉलोअप किया जा रहा है। इसके साथ ही समस्त बाउंड्रीबाल वाले केंद्रों में तथा एसएएम  एवं एमएएम बच्चों के घरों में पोषण वाटिका का निर्माण आंगनवाड़ी कार्यकर्ता द्वारा कराया गया है, जिससे प्राप्त फल, सब्जियों का उपयोग इन्हीं बच्चों के पोषण प्रबंधन हेतु किया जा रहा है।

53 बच्चों में से 14 बच्चे अति गंभीर कुपोषण से मुक्त होकर सामान्य श्रेणी में आये

माह सितंबर  2020 से माह दिसंबर 2020 के उपरांत परियोजना लखनादौन में 53 एसएएम बच्चों में से 14 बच्चे अति गंभीर कुपोषण से मुक्त होकर सामान्य श्रेणी में आ चुके हैं। इसी प्रकार पंजीकृत 361 एमएएम बच्चों में से 177 बच्चे मध्यम गंभीर कुपोषण से मुक्त होकर सामान्य श्रेणी में आ चुके है।
            इन सभी एसएएम एवं एमएएम बच्चों का स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से प्रबंधन किया जा रहा है तथा परियोजना अधिकारी एवं पर्यवेक्षकों के सतत गृहभ्रमण, निरीक्षण तथा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की लगातार देखभाल से यह प्रयास सफल हो रहे है।
            सभी पंजीकृत एसएएम  एवं एमएएम बच्चों को  31 मार्च 2021 तक शत प्रतिशत (अधिकतम) बच्चों को  गंभीर कुपोषण से मुक्त कराना शासन का उद्देश्य है। जिसमें परियोजना लखनादौन में 37.8% एसएएम व 20.5% एमएएम बच्चे कुपोषण मुक्त हो चुके है और आगे भी इस हेतु परियोजना लखनादौन लगातार प्रयासरत है।


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