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प्रकृति ने मचाया कोहराम, आखिर कैसे जियेगा किसान-डॉ प्रमोद राय

प्रकृति ने मचाया कोहराम, आखिर कैसे जियेगा किसान-डॉ प्रमोद राय 

किसानों को राहत देने मुख्यमंत्री व प्रशासन से किया आग्रह  


सिवनी/खैरा पलारी। गोंडवाना समय।

जब क्षेत्र की जनता विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजन अर्चन में लीन थी तभी प्रकृति ने अपना रौद्र रूप दिखाते हुए 16 फरवरी 2021 दिन मंगलवार को लगभग 3.40 बजे तेज आंधी तूफान और हवा के साथ भारी ओलावृष्टि हुई।




जिससे संजय सरोवर परियोजना के अंतर्गत साथ ही मिनी पंजाब के ओहदे से नवाजे जाने वाले भीमगढ़ एवं पलारी क्षेत्र में 70 से 80 गांव में लगभग 60 से 70% फसल को नुकसान हो गया है, फसलें चौपट हो गई हैं, घरों के  खपड़े फूट गए हैं, बाहर रखे हुए त्रिपाल और टीन उड़ गए हैं, चरने गए हुए पशु अदमरे हो गये हैं। 

उन क्षेत्रों की वीडियोग्राफी कराई जावे मौके का मुआयना कराया जावे 


उक्त जानकारी देते हुये पूर्व जिला पंचायत सदस्य पूर्व जिला महामंत्री भारतीय जनता पार्टी कृषक नेता डॉ प्रमोद राय ने प्रेस को जारी विज्ञप्ति में कहा कि लगातार किसान प्रकृति की मार और सरकारों की मार झेलते आ रहा है।

ऐसी स्थिति में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान एवं जिला प्रशासन तथा राजस्व के अमले से उन्होंने आग्रह किया है कि तत्काल प्रभाव से किसानों की दुखती रग में हाथ रखते हुए जिन क्षेत्रों में भीषण ओलावृष्टि हुई है, उन क्षेत्रों की वीडियोग्राफी कराई जावे मौके का मुआयना कराया जावे और राजस्व के अमले को बगैर किसी भेदभाव के और बगैर किसी पूर्वाग्रह से ग्रसित हुए हक और ईमानदारी के साथ किसानों के दर्द में सहभागी बनते हुए आरबीसी 6-4 के तहत राहत राशि का वितरण 7 दिनों की समय सीमा के अंदर किया जाना सुनिश्चित किया जावे। 

वर्ष 2018 में हुई फसल की तबाही का मुआवजा अभी तक किसानों को नहीं मिला


इसके साथ ही बीमा कंपनियों के द्वारा जो किसानों के साथ छल कपट और भेदभाव पूर्ण रवैया अपनाया जाता है। जिसमें वर्ष 2018 में हुई फसल की तबाही का मुआवजा अभी तक किसानों को नहीं मिला है। पूर्व में खरीफ फसल भी अतिवृष्टि से तबाह हो चुकी है, ऐसी स्थिति में कृषकों को दाम भी लागत मूल्य से बहुत कम मिले हैं।

मक्का की फसल को लेकर किसान कर्ज के बोझ में दबा हुआ है। ऐसी स्थिति को भांपते हुए सरकार को चाहिए कि संबंधित जिला प्रशासन और जिला के आला अधिकारियों को तुरंत ही कार्यवाही हेतु आदेशित करें वरना लगातार प्रकृति की मार झेल रहा किसान अब टूट जाएगा और जब किसान टूट जाएगा तो फिर आगे क्या होगा जरा सोचिए। 

आंधी तूफान के साथ ओलावृष्टि हुई


मंगलवार को दोपहर लगभग 3 बजे के बाद बजे के आंधी तूफान के साथ ओलावृष्टि हुई। कही आंवले तो कही चने आकार के ओलावृष्टि हुई। चंदनवाड़ाकला, पलारी, साठई, पिपरिया, कंडीपार, मैरा, ढुटेरा, बिछुआ, डोकररांजी, लोपा, पांजरा, डूंगरिया, खापा बाजार, बरसला, चावरमारा, बगलई, बजरवाड़ा, सहित अनेक गांव में आदि गांव में ओलावृष्टि होने से खेतों में लगी फसलों को काफी नुकसान हुआ है। फिर अन्यदाताओं का ओलावृष्टि से नुकसान होने से किसानों को अत्याधिक नुकसान हो गया है। 

बजरवाड़ा सहित कलारबांकी क्षेत्र के गांव में हुआ नुकसान 

कलारबांकी क्षेत्र में और बजरवाड़ा ग्राम के आस-पास के अत्यधिक गाँवों में अत्यधिक ओलावृष्टि हुई जिससे किसानों की फसल को अत्यधिक नुकसान हुआ है। विगत कई वर्षों से प्रकृतिक की इस आपदा से कभी ओलावृष्टि तो कभी अतिवृष्टि से किसानों को जन-धन हानि का नुकसान से अन्यदाताओं प्रताणित होना पड़ रहा है। कलारबांकी क्षेत्र के ग्राम बजरवाड़ा, देवरी, सेमराटोला, बांद्रा इत्यादि गाँव में पहुचे स्वयं पटवारी मुकेश सैयाम ने जन सम्पर्क कर फसल का जायजा लिया। गेंहू, चना, मसूर, सरसों इत्यादि की फसल में बहुत नुकसानी हुई है।

भाजपा जिला अध्यक्ष ने की अधिकारियों से चर्चा                


जिले के कुछ क्षेत्रों में ओलावृष्टि से फसल नुकसानी का जायजा लेने के लिए भाजपा जिला अध्यक्ष श्री आलोक दुबे ने जिला कलेक्टर एवं एसडीएम सिवनी एवं केवलारी से चर्चा किया। सोशल मीडिया के माध्यम से दी गई जानकारी अनुसार भाजपा जिला अध्यक्ष ने ओलावृष्टि को लेकर अधिकारियों को अंजनिया, चंडी, खापा, ताखला, भीमगढ़, ताखला, सागर, पलारी, चिरचिरा सिंगोड़ी कंजई में ओलावृष्टि होने की जानकारी दिया। भाजपा जिला अध्यक्ष श्री आलोक दुबे ने प्रशासनिक अधिकारियों चर्चा किया वहीं स्थिति का जायजा लेने के लिए प्रशासनिक अधिकारी प्रभावित क्षेत्र में पहुंचे चुके हैं।


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