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1857 के महानायक सआदत खां के क्रांतिकारी जीवन से बच्चों को कराया रूबरू

1857 के महानायक सआदत खां के क्रांतिकारी जीवन से बच्चों को कराया रूबरू 

ऐलान -ए-इंकलाब आजादी का अमृत महोत्सव में हुआ शामिल


इंदौर। गोंडवाना समय।  

स्वतंत्रता संग्राम के 75 वे वर्ष के 75 सप्ताह पहले से भारत सरकार द्वारा अमृत महोत्सव की शुरूआत 12 मार्च दांडी मार्च के 91 वे वर्ष से शुरू हुई। जिसमें देश के संपूर्ण विद्यालय, महाविद्यालय व विश्व विद्यालयों में क्रांतिकारी संग्राम पर चर्चा की जा रही हैं, जो कि पुरे 75 सप्ताह तक जारी रहेगा। इसी सिलसिले में इंदौर के शासकीय संयोगितागंज बालक उच्चतर माध्यमिक बालक विद्यालय के सानिध्य में ऐलान-ए-इंकलाब द्वारा स्कूली छात्रों से स्वतंत्रता आंदोलन पर चर्चा की गई। वहीं 1857 के नायक सआदत खां के वंशज जनाब अजीजउल्ला खां साहब ने 1857 के हालात का ब्यौरा दिया और बताया की किस तरह अंग्रेजी हुकूमत ने भारतीयों का दमन किया।

भगत सिंह का अपने छोटे भाई को लिखा खत पढ़कर बच्चों को सुनाया

जनाब खालिद साहब ने 1857 के महानायक सआदत खां के क्रांतिकारी जीवन से बच्चों को रूबरू कराया। ऐलान-ए-इंकलाब के संस्थापक राहुल इंकलाब ने प्लासी के युद्ध से 1947 तक के आजादी के सफर का सफरनामा और स्वतंत्रता संग्राम में स्कूली छात्रों के योगदान पर चर्चा की और भगत सिंह का अपने छोटे भाई को लिखा खत सुनाया। इस दौरान  1857 के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के वंशज जनाब अजीजउल्लाह खां साहब, जनाब खालिद जी, जनाब रियाज, मौजूद थे। आयोजन की संचालिका स्कूल की शिक्षिका विक्रम अवार्डी श्रीमति भारती शर्मा जी ने जय शंकर प्रसाद की रचना से माहौल को देश प्रेम से ओतप्रोत कर दिया व प्रभारी प्रिंसिपल दीक्षित मेडम ने आभार जताया।

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