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महिला दिवस की सार्थकता तभी है जब हम पुत्र और पुत्री को समान समझें

महिला दिवस की सार्थकता तभी है जब हम पुत्र और पुत्री को समान समझें

गूंज संस्था ने जिला चिकित्सालय में मनाया अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस           


सिवनी। गोंडवाना समय।

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सिवनी जिले की  गूंज संस्था द्वारा जिला चिकित्सालय सिवनी के प्रसूति वार्ड में महिला द्वारा सोंठ के लड्डू, बिस्किट, राजगीरा और फल वितरण किए गए। इसके साथ ही लगभग 30 नवजात कन्याओं को वस्त्र भेंट करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं देकर जच्चा-बच्चा का सम्मान किया गया। इस अवसर पर गूंज संस्था की अध्यक्ष श्रीमती मनीषा चौहान सहित संस्था के पदाधिकारियों ने कन्याओं को शिक्षित करने का सुझाव देते हुए कन्या से संबंधित योजनाओं की जानकारियां भी दी गई।

जिला चिकित्सालय के स्टाफ सहित नवजात शिशुओं का किया सम्मान

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जिला चिकित्सालय की स्टाफ नर्सों का भी पुष्प गुच्छे के साथ सम्मान किया गया। वहीं उनके द्वारा लगातार निरंतर रूप से अपनी सेवा के माध्यम से अपना कार्य ईमानदारी के साथ निभाया जा रहा है इसके लिए उनकी प्रशंसा करते हुए कहा गया कि महिला राष्ट्र की आधार शक्ति होती है इसलिए पूजनीय हैं। हमारे देश में कन्या पूजन किया जाता है।
        जिला चिकित्सालय में एक महिला ने पांचवे शिशु के रूप में कन्या को जन्म दिया तो उसके पति ने गुस्सा जाहिर करते हुए उसे छोड़कर गांव चला गया है इसकी जानकारी गूंज संस्था क ी सदस्यों को मिली तो वे जानकर आश्चर्यचकित हो गई। सभी ने उस महिला को समझाइश देते हुए कहा कि वह अपने पांचों कन्याओं को उच्च शिक्षित करें और जरूरत पड़ने पर गूंज संस्था द्वारा हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया गया। इस दौरान गूंज संस्था की अध्यक्ष श्रीमती मनीषा चौहान ने कहा कि महिला दिवस की सार्थकता तभी है जब हम पुत्र और पुत्री के जन्म से लेकर जीवन तक समान समझें।

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